Rajasthan Expressway: राजस्थान में सड़क सुविधाओं को बेहतर बनाने के लिए सरकार एक बड़ा कदम उठा रही है। राज्य सरकार ने ब्यावर से भरतपुर (Beawar to Bharatpur expressway) तक एक नए एक्सप्रेसवे (New expressway in Rajasthan) के निर्माण की योजना तैयार की है। यह एक्सप्रेसवे राजस्थान में यात्रा करने वालों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगा। खास बात यह है कि इस एक्सप्रेसवे की घोषणा पिछले साल के बजट में हो चुकी थी, लेकिन अब जाकर इस पर वास्तविक काम शुरू हो गया है।
राज्य सरकार का यह प्रयास राजस्थान में तेजी से विकसित हो रहे इंफ्रास्ट्रक्चर और ट्रांसपोर्ट सेक्टर (Rajasthan infrastructure development) की दिशा में बड़ा कदम है। यह एक्सप्रेसवे राजस्थान के ब्यावर और भरतपुर जैसे प्रमुख शहरों को जोड़ते हुए कई छोटे शहरों और ग्रामीण इलाकों को भी नई सड़क सुविधा से जोड़ेगा।
नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया को मिली जिम्मेदारी
इस परियोजना की जिम्मेदारी नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को सौंपी गई है। एनएचएआई को जनवरी में डीपीआर यानी डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (Detailed Project Report) तैयार करने के लिए हरी झंडी मिल चुकी है। इस रिपोर्ट के बाद अब एनएचएआई ने सर्वे का काम भी शुरू कर दिया है। रिपोर्ट तैयार करने के लिए एनएचएआई को कुल 18 महीने का समय दिया गया है।
डीपीआर तैयार होने के बाद इस परियोजना की लागत तय की जाएगी और फिर निर्माण कार्य की शुरुआत होगी। सूत्रों के मुताबिक सर्वे में यह देखा जा रहा है कि किस रूट पर सड़क निकाली जाए ताकि अधिकतम कनेक्टिविटी (Better connectivity in Rajasthan) मिल सके और यातायात सुगम बनाया जा सके।
नौ ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे की योजना
ब्यावर से भरतपुर तक बनने वाला यह एक्सप्रेसवे राजस्थान सरकार की बड़ी योजना का हिस्सा है। पिछले साल राज्य सरकार ने अपने बजट में कुल 9 ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे (Rajasthan greenfield expressways) बनाने का ऐलान किया था। इन्हीं में से एक यह ब्यावर-भरतपुर एक्सप्रेसवे है।
ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे का मतलब होता है कि यह सड़क बिलकुल नए मार्ग से निकाली जाती है, जहां पहले कोई सड़क या हाईवे नहीं होता। इससे फायदा यह होगा कि नए इलाके सीधे एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएंगे। इससे राजस्थान के ग्रामीण और पिछड़े क्षेत्रों को भी फायदा मिलेगा और यातायात में आसानी होगी।
कहां से कहां तक बनेगा एक्सप्रेसवे?
यह नया एक्सप्रेसवे ब्यावर से शुरू होकर भरतपुर तक जाएगा। ब्यावर, अजमेर जिले में स्थित एक महत्वपूर्ण औद्योगिक और व्यापारिक केंद्र है, जबकि भरतपुर, राजस्थान-उत्तर प्रदेश सीमा पर स्थित है और राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र (NCR) से भी जुड़ा हुआ है।
यह एक्सप्रेसवे एनएच 58 (NH 58) से शुरू होकर एनएच 21 (NH 21) तक बनेगा। इस मार्ग पर कई ऐसे क्षेत्र भी शामिल किए जाएंगे जहां अभी तक कनेक्टिविटी बहुत कम या बिल्कुल भी नहीं है। एक्सप्रेसवे बनने से इन इलाकों को पहली बार बेहतर सड़क कनेक्टिविटी मिलेगी।
आधुनिक सुविधाओं से युक्त होगा एक्सप्रेसवे
सरकार और एनएचएआई इस एक्सप्रेसवे को आधुनिक और सुरक्षित बनाने पर भी जोर दे रहे हैं। पूरे मार्ग में वाहन गति (Vehicle speed control) को ध्यान में रखते हुए कम धूमाव (minimum curves) बनाए जाएंगे ताकि गाड़ियों की गति बनी रहे और दुर्घटनाओं का खतरा कम हो।
इसके अलावा इस एक्सप्रेसवे पर निर्धारित कट्स (Designated cuts) के अलावा किसी भी वाहन को सीधा प्रवेश नहीं मिलेगा। यानी पूरे एक्सप्रेसवे पर जहां-तहां से वाहन नहीं चढ़ सकेंगे। इससे यातायात नियंत्रण (traffic control) बेहतर होगा और सड़क पर फालतू की भीड़ नहीं होगी।
खेतों और मैदानों से होकर गुजरेगा एक्सप्रेसवे
इस एक्सप्रेसवे को राजस्थान के उन इलाकों से निकाला जाएगा जहां खेत और खुले मैदान अधिक हैं। इसका लाभ यह होगा कि वहां पहले से बसी बस्तियों और बाजारों से कम से कम प्रभावित होते हुए सड़क निर्माण किया जाएगा। इससे भूमि अधिग्रहण (land acquisition) में भी कम समस्या आएगी और निर्माण कार्य तेज गति से पूरा किया जा सकेगा।
साथ ही, खुले मैदानों और खेतों से होकर जाने के कारण इस मार्ग पर यात्री भी खुला और सुविधाजनक वातावरण पाएंगे। इससे राजस्थान के इन इलाकों में विकास के नए रास्ते भी खुलेंगे।
लोगों को क्या होगा फायदा? (Benefits for common people and travelers)
ब्यावर से भरतपुर तक बनने वाले इस एक्सप्रेसवे से न केवल यात्रियों को सीधी और तेज यात्रा सुविधा मिलेगी बल्कि व्यापार और पर्यटन (trade and tourism boost) को भी बड़ा फायदा होगा। अजमेर, ब्यावर, किशनगढ़, करौली, दौसा और भरतपुर जैसे शहरों में व्यापार पहले से ही अच्छा है और अब इस एक्सप्रेसवे के बाद यहां माल और यात्रियों की आवाजाही और बेहतर हो सकेगी।
भरतपुर जैसे पर्यटन स्थल (tourist destination Bharatpur) जो केवल दिल्ली और आगरा से ही प्रमुख रूप से जुड़े हुए थे, अब राजस्थान के अन्य हिस्सों से भी सीधे जुड़ जाएंगे। इससे इन क्षेत्रों में पर्यटन बढ़ेगा और स्थानीय लोगों को रोजगार के नए अवसर भी मिलेंगे।
राजस्थान में सड़क नेटवर्क का होगा विस्तार
राजस्थान में पिछले कुछ सालों से सड़क नेटवर्क को बेहतर बनाने के लिए कई परियोजनाएं चलाई जा रही हैं। ब्यावर से भरतपुर तक बनने वाला यह एक्सप्रेसवे राजस्थान के दक्षिणी और पूर्वी हिस्सों को आपस में जोड़ेगा।
इससे पहले ज्यादातर यात्री ब्यावर से जयपुर होते हुए भरतपुर की ओर जाते थे, जिससे जयपुर में यातायात दबाव बढ़ता था। लेकिन इस नए एक्सप्रेसवे के बन जाने के बाद यात्रियों के पास वैकल्पिक और तेज मार्ग होगा, जिससे जयपुर जैसे बड़े शहरों का ट्रैफिक भी कम होगा।