Bihar Four Lane Highway: बिहार सरकार राज्य में सड़क कनेक्टिविटी को बेहतर बनाने के लिए एक बड़े प्रोजेक्ट पर काम कर रही है। इसके तहत मोकामा से मुंगेर तक फोरलेन ग्रीन फील्ड हाईवे का निर्माण किया जाएगा। इस हाईवे के बनने से न केवल सफर आसान होगा बल्कि राज्य के तीन प्रमुख जिलों पटना, लखीसराय और मुंगेर को भी आपस में तेज़ी से जोड़ा जाएगा।
81 किलोमीटर लंबे हाईवे के लिए भूमि अधिग्रहण
राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने 81 किलोमीटर लंबी ग्रीन फील्ड सड़क बनाने की योजना बनाई है। इस प्रोजेक्ट के तहत तीन जिलों के 89 गांवों में भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया अपनाई जाएगी। यह हाईवे मोकामा से शुरू होकर मुंगेर तक जाएगा और इसमें विभिन्न प्रमुख स्थानों को जोड़ा जाएगा।
किन जिलों से होकर गुजरेगा यह हाईवे?
यह फोरलेन हाईवे पटना, लखीसराय और मुंगेर जिलों से होकर गुजरेगा। इसकी विस्तृत रूपरेखा इस प्रकार है:
- पटना जिले में – 8.4 किलोमीटर हिस्सा
- लखीसराय जिले में – 57.9 किलोमीटर हिस्सा
- मुंगेर जिले में – 14.7 किलोमीटर हिस्सा
प्रभावित गांवों की सूची
इस हाईवे निर्माण के लिए 89 गांवों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। इसमें शामिल प्रमुख गांव इस प्रकार हैं:
पटना जिले में:
- घोसवारी प्रखंड: धनक डोभ, मोहनपुर, गोसाई
- मोकामा प्रखंड: औटा, मोकामा खास, कालीस्थान
लखीसराय जिले में:
- बड़हिया प्रखंड: सायरबीघा, शरमा, रुस्तमपुर, निजामपुर, गिरधरपुर, बीरुपुर, महरामचक
- सूरजगढ़ा प्रखंड: सिराइआ, पोखरा वैन, अरमा, बिशुनपुर, मसुदन, माहा, महेशपुर
- पिपरिया प्रखंड: जजवारा, पवैय, बेलथुआ, आनंदपुर
- चानन प्रखंड: महेशलेटा, लाखोचक, तुर्का सिंगारपुर, तिलकपुर, बसमतिया, घोसीकुंडी
मुंगेर जिले में:
- गुलालपुर प्रखंड: गुलालपुर, ददनचक, बर्नौलाखा, चाननपुरा, सिराजाबाद इंग्लिश, सफीयाबाद
- धरहरा प्रखंड: चौधरीगढ़, धरहरा, भार्गीचक, जानीपुर, कुशवाहा, इंदरूख ईस्ट, जगतपुर
भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया
NHAI ने पटना, लखीसराय और मुंगेर के जिला भूर्जन पदाधिकारियों से भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया को जल्द पूरा करने का रीक्वेस्ट किया है। इस सड़क के बनने से:
- मोकामा से मुंगेर की यात्रा आसान होगी।
- पटना से मिर्जाचौकी तक की दूरी कम हो जाएगी।
- ग्रीन फील्ड सड़क नेटवर्क से यातायात में सुधार होगा।
- आर्थिक गतिविधियों में तेजी आएगी।
ग्रीन फील्ड हाईवे से क्या होंगे फायदे?
- सड़क यात्रा होगी तेज़ और सुगम – इस हाईवे के बनने से सफर का समय कम हो जाएगा और यात्रा अधिक आरामदायक होगी।
- व्यापार और उद्योग को मिलेगा बढ़ावा – सड़क नेटवर्क बेहतर होने से परिवहन लागत में कमी आएगी और व्यापार बढ़ेगा।
- बिहार के इन्फ्रास्ट्रक्चर में होगा सुधार – यह हाईवे बिहार के आधुनिक बुनियादी ढांचे का एक प्रमुख हिस्सा बनेगा।
- रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे – निर्माण कार्य के दौरान लोकल लोगों को रोजगार मिलेगा और व्यापार को बढ़ावा मिलेगा।
क्या भूमि अधिग्रहण से प्रभावित होंगे लोग?
हालांकि यह प्रोजेक्ट राज्य के विकास के लिए बहुत महत्वपूर्ण है, लेकिन इससे प्रभावित गांवों के लोगों को अपनी भूमि छोड़नी पड़ेगी। कई गांवों के लोग मुआवजे और पुनर्वास को लेकर चिंतित हैं।
सरकार कैसे हल करेगी भूमि अधिग्रहण से जुड़ी समस्याएं?
राज्य सरकार और NHAI प्रभावित लोगों को उचित मुआवजा देने का प्रयास कर रहे हैं। इसके तहत:
- बाजार मूल्य के आधार पर उचित मुआवजा दिया जाएगा।
- पुनर्वास और पुनर्स्थापना की योजना पर विचार किया जा रहा है।
- किसानों और लोकल लोगों की समस्याओं का समाधान करने के लिए जिला प्रशासन को निर्देश दिए गए हैं।
केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी की घोषणा
केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने पिछले वर्ष इस प्रोजेक्ट की घोषणा की थी। उन्होंने कहा था कि बिहार में सड़क कनेक्टिविटी सुधारने के लिए बड़े पैमाने पर निवेश किया जाएगा।