Gold Price Today: 22 जनवरी 2025 को सोने के दामों में कोई बड़ा बदलाव नहीं देखा गया. देशभर में 24 कैरेट सोने का दाम 81,300 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है, जबकि 22 कैरेट सोने का दाम 74,600 रुपये के ऊपर बना हुआ है. बजट से पहले सोने की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है. जिससे निवेशकों और खरीदारों में खासा उत्साह है.
22 कैरेट सोने की कीमत और इसका महत्व
22 कैरेट सोने की कीमत 74,600 रुपये प्रति 10 ग्राम है. देश में अधिकतर ज्वैलरी 22 कैरेट सोने से बनाई जाती है. ज्वैलरी की कीमतें सोने के रेट और मेकिंग चार्ज पर निर्भर करती हैं. इसके बाद 3% जीएसटी जोड़कर बिल तैयार किया जाता है. इसलिए 22 कैरेट सोने के भाव में बदलाव सीधे तौर पर ज्वैलरी खरीदने वालों को प्रभावित करता है.
चांदी की कीमतों में स्थिरता
सोने के साथ-साथ चांदी के भाव में भी स्थिरता देखी गई. 22 जनवरी 2025 को चांदी का दाम 96,500 रुपये प्रति किलोग्राम रहा. यह कीमत पिछले दिन के भाव के आसपास ही रही. चांदी की कीमत में स्थिरता से ज्वैलरी और निवेशकों को राहत मिली है.
पिछले छह महीनों में सोने ने दिया शून्य रिटर्न
पिछले साल बजट से पहले सोना 82,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के आसपास था. बजट में गोल्ड पर कस्टम ड्यूटी कम करने के बाद इसकी कीमत 76,000 रुपये तक गिर गई थी. हालांकि छह महीने बाद सोना अपने पुराने उच्चतम स्तर के करीब पहुंच रहा है. बीते छह महीनों में सोने का रिटर्न लगभग शून्य रहा है. लेकिन आने वाले समय में इसकी कीमतों में बढ़ोतरी की संभावना जताई जा रही है.
22 जनवरी 2025 को प्रमुख शहरों में सोने का रेट
देश के अलग-अलग शहरों में 22 कैरेट और 24 कैरेट सोने के दाम इस प्रकार हैं:
शहर का नाम | 22 कैरेट गोल्ड रेट | 24 कैरेट गोल्ड रेट |
---|---|---|
दिल्ली | 74,650 रुपये | 81,380 रुपये |
नोएडा | 74,650 रुपये | 81,380 रुपये |
गाजियाबाद | 74,650 रुपये | 81,380 रुपये |
जयपुर | 74,650 रुपये | 81,380 रुपये |
गुड़गांव | 74,650 रुपये | 81,380 रुपये |
लखनऊ | 74,650 रुपये | 81,380 रुपये |
मुंबई | 74,500 रुपये | 81,230 रुपये |
कोलकाता | 74,500 रुपये | 81,230 रुपये |
पटना | 74,550 रुपये | 81,280 रुपये |
अहमदाबाद | 74,550 रुपये | 81,280 रुपये |
भुवनेश्वर | 74,500 रुपये | 81,230 रुपये |
बेंगलुरु | 74,500 रुपये | 81,230 रुपये |
सोने की कीमतें कैसे तय होती हैं?
भारत में सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार के भाव: न्यूयॉर्क और लंदन के बुलियन मार्केट सोने की कीमतों को सीधे प्रभावित करते हैं.
- रुपये और डॉलर का एक्सचेंज रेट: रुपये की मजबूती या कमजोरी सोने के दामों पर असर डालती है.
- आयात शुल्क: भारत में अधिकतर सोना आयात किया जाता है. इसलिए आयात शुल्क में बदलाव कीमतों को प्रभावित करता है.
- मांग और आपूर्ति: शादी और त्योहार के मौसम में सोने की मांग बढ़ने से कीमतें ऊपर जाती हैं.
बजट से पहले क्यों बढ़ सकती हैं कीमतें?
बजट के दौरान और उसके बाद सोने की कीमतों में आमतौर पर उतार-चढ़ाव देखा जाता है. निवेशक बजट में टैक्स या ड्यूटी में संभावित बदलाव को ध्यान में रखते हुए सोने की खरीदारी बढ़ा सकते हैं. इससे बाजार में सोने की मांग बढ़ेगी और कीमतों में वृद्धि हो सकती है.