Gold Silver Rate: 3 फरवरी सोमवार को सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी गई है. बसंत पंचमी के दिन सोना अपने पीक से नीचे आया है. बजट के दिन 24 कैरेट सोने का भाव 84,500 रुपये प्रति 10 ग्राम के पार था. लेकिन आज इसमें 150 रुपये तक की कमी आई है. अब 10 ग्राम सोने का भाव 84,400 रुपये के आसपास कारोबार कर रहा है. सरकार ने बजट में सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाई है. जिससे निवेशकों को राहत मिली है. आइए, सोने-चांदी के ताजा भाव और बाजार के रुझान के बारे में विस्तार से जानते हैं.
सोने की कीमतों में गिरावट का कारण क्या है?
बजट के बाद सोने की कीमतों में मामूली गिरावट देखी गई है. इसकी एक बड़ी वजह यह है कि सरकार ने सोने पर इंपोर्ट ड्यूटी नहीं बढ़ाई है. इससे निवेशकों को राहत मिली है और बाजार में थोड़ी स्थिरता आई है. हालांकि, सोने की कीमतें अभी भी 84,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के ऊपर बनी हुई हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता और अमेरिकी नीतियों में बदलाव के कारण सोने की कीमतें ऊंचे स्तर पर बनी हुई हैं.
दिल्ली-मुंबई समेत बड़े शहरों में सोने का भाव
दिल्ली और मुंबई जैसे बड़े शहरों में सोने की कीमतों में थोड़ी गिरावट देखी गई है. दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 150 रुपये की गिरावट के साथ 84,630 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया है. वहीं, 22 कैरेट सोने की कीमत 77,590 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बनी हुई है. मुंबई में 24 कैरेट सोने का भाव 84,480 रुपये और 22 कैरेट सोने की कीमत 77,440 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रही है.
आइए देश के चार बड़े शहरों में सोने के ताजा भाव पर एक नजर डालते हैं:
शहर का नाम | 22 कैरेट सोने का भाव | 24 कैरेट सोने का भाव |
---|---|---|
दिल्ली | 77,590 रुपये | 84,630 रुपये |
चेन्नई | 77,440 रुपये | 84,480 रुपये |
मुंबई | 77,440 रुपये | 84,480 रुपये |
कोलकाता | 77,440 रुपये | 84,480 रुपये |
चांदी की कीमतों में भी दिखी नरमी
सोने की तरह चांदी की कीमतों में भी गिरावट देखी गई है. 3 फरवरी को चांदी का भाव 200 रुपये की गिरावट के साथ 99,400 रुपये प्रति किलोग्राम पर पहुंच गया है. इससे पहले चांदी की कीमत 99,600 रुपये प्रति किलोग्राम थी. चांदी का भाव 1,00,000 रुपये के रिकॉर्ड स्तर से बस थोड़ा ही नीचे है. विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में चांदी की कीमतों में और उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.
क्यों 84,000 रुपये के पार बना हुआ है सोने का भाव?
सोने की कीमतों में बढ़ोतरी के पीछे कई कारण हैं. पहला वैश्विक बाजार में अनिश्चितता और अमेरिकी नीतियों में बदलाव. दूसरा निवेशक सुरक्षित संपत्ति के रूप में सोने में निवेश बढ़ा रहे हैं. तीसरा भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों के सीजन में सोने की मांग बढ़ जाती है. ये सभी कारण मिलकर सोने की कीमतों को ऊंचे स्तर पर बनाए हुए हैं.
देश में सोने की कीमत कैसे तय होती है?
भारत में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है. पहला अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव. दूसरा सरकार द्वारा लगाई गई इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स. तीसरा, रुपये की कीमत में उतार-चढ़ाव. सोना न केवल निवेश का साधन है. बल्कि भारतीय संस्कृति का अहम हिस्सा भी है. शादी-ब्याह और त्योहारों के समय सोने की मांग बढ़ने से इसकी कीमतें भी बढ़ जाती हैं.
सोने में निवेश करने से पहले ये बातें रखें ध्यान
यदि आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखें:
- बाजार के रुझान को समझें: सोने की कीमतें अंतरराष्ट्रीय बाजार और सरकारी नीतियों से प्रभावित होती हैं.
- हॉलमार्क की जांच करें: सोने की शुद्धता सुनिश्चित करने के लिए हॉलमार्क जरूर चेक करें.
- विश्वसनीय दुकान से खरीदें: हमेशा प्रमाणित ज्वैलर्स से ही सोना खरीदें.
- बिल और रसीद लेना न भूलें: खरीदारी के बाद बिल और रसीद जरूर लें, ताकि भविष्य में किसी समस्या का सामना न करना पड़े.
आगे क्या हो सकता है बाजार का रुख?
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है और ब्याज दरों में कटौती होती है, तो सोने और चांदी की कीमतों में और बढ़ोतरी देखने को मिल सकती है. इसके अलावा, भारत में शादी-ब्याह और त्योहारों का सीजन शुरू होने वाला है. जिससे सोने की मांग और बढ़ सकती है.
निवेशकों के लिए क्या है संदेश?
सोना और चांदी न केवल आभूषणों के लिए बल्कि निवेश के लिए भी एक सुरक्षित विकल्प माना जाता है. हालांकि, कीमतों में उतार-चढ़ाव के कारण निवेशकों को सतर्क रहने की जरूरत है. यदि आप लंबे समय के लिए निवेश करना चाहते हैं, तो सोना एक बेहतर विकल्प हो सकता है. लेकिन छोटी अवधि के लिए निवेश करने वालों को बाजार के रुझान को ध्यान से समझना चाहिए.