Gold Price Today: बजट पेश होने से दो दिन पहले सोने के भाव में उछाल आया है. अनुमान लगाया जा रहा है कि सरकार बजट में इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ा सकती है, जो पिछले बजट में घटाई गई थी. अगर ऐसा होता है, तो सोने की कीमतों में और इजाफा हो सकता है. गुरुवार को सोने का दाम 1,000 रुपये तक बढ़ गया है.
बजट से पहले क्यों महंगा हो रहा सोना?
बजट से पहले सोने और चांदी की कीमतों में तेजी देखी जा रही है. निवेशकों और आम खरीदारों की बढ़ती मांग के कारण सोने के दाम चढ़ रहे हैं. खासकर अंतरराष्ट्रीय बाजार में अस्थिरता और अमेरिकी नीतियों के कारण निवेशक सोने को सुरक्षित संपत्ति के रूप में देख रहे हैं. विशेषज्ञों का मानना है कि यदि ब्याज दरों में कटौती होती है और वैश्विक बाजार में अनिश्चितता बनी रहती है, तो सोने और चांदी की कीमतें और बढ़ सकती हैं. साथ ही शादी और त्योहारों के सीजन में मांग बढ़ने से कीमतों में और वृद्धि हो सकती है.
दिल्ली-मुंबई में 24 और 22 कैरेट सोने का दाम
दिल्ली में 24 कैरेट सोने का भाव 1,000 रुपये की बढ़त के साथ 83,010 रुपये प्रति 10 ग्राम पर पहुंच गया, जबकि 22 कैरेट सोना 75,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर बना हुआ है. मुंबई में 24 कैरेट सोने का दाम 81,800 रुपये और 22 कैरेट सोना 75,900 रुपये प्रति 10 ग्राम पर कारोबार कर रहा है. अन्य प्रमुख शहरों में भी सोने की कीमतें इस प्रकार रही:
शहर का नाम | 22 कैरेट सोना (₹) | 24 कैरेट सोना (₹) |
---|---|---|
दिल्ली | 76,110 | 83,010 |
चेन्नई | 75,960 | 82,860 |
मुंबई | 75,960 | 81,860 |
कोलकाता | 75,960 | 81,860 |
30 जनवरी को चांदी की कीमत में हल्की बढ़ोतरी
गुरुवार को चांदी की कीमतों में मामूली बढ़ोतरी दर्ज की गई. चांदी का भाव 100 रुपये तक बढ़कर 96,400 रुपये प्रति किलोग्राम हो गया. चांदी की कीमत में यह उछाल निवेशकों की बढ़ती रुचि और डॉलर की कमजोरी के कारण आया है.
कैसे तय होती है सोने की कीमत?
भारत में सोने की कीमतें कई कारकों पर निर्भर करती हैं जिनमें प्रमुख हैं:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार के रेट: वैश्विक बाजार में सोने की कीमतें बदलने पर भारतीय बाजार पर भी असर पड़ता है.
- इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स: भारत में सोने का आयात अधिकतर विदेशों से होता है, और सरकार द्वारा तय किए गए इंपोर्ट ड्यूटी और टैक्स का असर सीधा कीमतों पर पड़ता है.
- रुपए की कीमत में उतार-चढ़ाव: डॉलर के मुकाबले रुपये की स्थिति मजबूत या कमजोर होने से सोने की कीमतों में बदलाव आता है.
- मांग और आपूर्ति: सोने की मांग विशेष रूप से शादियों, त्योहारों और निवेश के उद्देश्य से बढ़ती है, जिससे कीमतें बढ़ती हैं.
- अमेरिकी नीतियां और ब्याज दरें: जब अमेरिकी फेडरल रिजर्व ब्याज दरों में कटौती करता है, तो सोने की कीमतें बढ़ जाती हैं क्योंकि निवेशक इसे एक सुरक्षित संपत्ति मानते हैं.
आने वाले दिनों में क्या हो सकता है बदलाव?
विशेषज्ञों का मानना है कि बजट के बाद सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है. यदि सरकार इंपोर्ट ड्यूटी बढ़ाती है, तो सोने की कीमतों में एक और उछाल आ सकता है. दूसरी ओर यदि वैश्विक बाजार में स्थिरता आती है और डॉलर मजबूत होता है, तो सोने की कीमतें गिर सकती हैं.
सोने में निवेश करने का यह सही समय है या नहीं?
अगर आप सोने में निवेश करने की योजना बना रहे हैं, तो यह समय उपयुक्त हो सकता है. बाजार विशेषज्ञों के अनुसार लंबे समय के निवेश के लिए सोना एक अच्छा विकल्प हो सकता है. हालांकि निवेश से पहले मौजूदा कीमतों और बाजार की स्थितियों का आकलन जरूर करें.