UP new Railway Line: बहराइच-उतरौला-खलीलाबाद रेल लाइन परियोजना के तहत भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। पड़ोसी जनपद में अधिग्रहण की कार्रवाई तेजी से बढ़ रही है, वहीं बहराइच जिले में भूमि अधिग्रहण के लिए राजपत्र जारी कर दिया गया है। हालांकि, बलरामपुर जिले में अभी तक रेलवे लाइन बिछाने के लिए कोई ऑफिसियल निर्देश नहीं आया है, जिससे किसानों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
परियोजना को लेकर प्रशासनिक उम्मीदें
अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही बलरामपुर में भी भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू हो जाएगी। इस रेल लाइन परियोजना को लेकर 2014 में सर्वेक्षण के लिए बजट आवंटित किया गया था, जबकि 2025 में बहराइच-श्रावस्ती-बलरामपुर के 80 किलोमीटर के ट्रैक के लिए 620 करोड़ रुपये अप्रूव किए गए हैं।
किसानों की फसलों को लेकर चिंता
रेलवे लाइन के लिए भूमि अधिग्रहण को लेकर किसानों में चिंता का माहौल है। जिन किसानों की जमीन रेलवे लाइन के लिए अधिग्रहित होनी है, वे प्रशासनिक कार्रवाई की वैट कर रहे हैं। किसान इस दुविधा में हैं कि वे अपनी फसलों की बुआई करें या नहीं, क्योंकि यदि अधिग्रहण प्रक्रिया अचानक शुरू हो गई, तो उनकी फसलें खराब हो सकती हैं।
रेलवे ट्रैक की लंबाई और अधिग्रहण का दायरा
उतरौला से बहराइच जनपद की सीमा तक 240.264 किलोमीटर लंबी रेलवे लाइन बिछाई जानी है। इस परियोजना के तहत बलरामपुर जिले के 53 गांवों में रेल पटरी बिछाने के लिए भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। खेतों में निशान लगा दिए गए हैं, जिससे प्रभावित किसान अनिश्चितता की स्थिति में हैं।
32 नए रेलवे स्टेशन प्रस्तावित
इस परियोजना के तहत बहराइच से खलीलाबाद तक कुल 32 रेलवे स्टेशनों का निर्माण प्रस्तावित है। इनमें से छह नए रेलवे स्टेशनों का निर्माण किया जाएगा। बहराइच और श्रावस्ती के बीच 10 नए स्टेशन बनने हैं, जिनमें ये स्टेशन शामिल होंगे:
- श्रावस्ती
- इकौना
- बहराइच
- अजतापुर
- धुसवा
- बरेडरा
- हरिहरपुर रानी
- भिनगा
- विशुनापुर
- रामनगर व लक्ष्मनुपर गोरपुरवा
बलरामपुर स्टेशन को मिलेगा जंक्शन का दर्जा
बलरामपुर रेलवे स्टेशन को जंक्शन का दर्जा देने की योजना बनाई गई है। झारखंडी रेलवे स्टेशन पर गोंडा-गोरखपुर रेल लाइन से बहराइच-खलीलाबाद रेल लाइन को जोड़ा जाएगा। बलरामपुर जिले में हंसुवाडोल गांव पहला हाल्ट स्टेशन होगा। इसके अतिरिक्त, भगवतीगंज स्थित बलरामपुर रेलवे स्टेशन से उतरौला के लिए रेल लाइन का विस्तार किया जाएगा।
भूमि अधिग्रहण का मापदंड
रेल पटरी बिछाने के लिए 40 फीट चौड़ाई में भूमि अधिग्रहण किया जाएगा। स्टेशन निर्माण के लिए 100 मीटर चौड़ी भूमि अधिग्रहण की जाएगी, ताकि यात्रियों को बेहतर सुविधाएं मिल सकें।