Hisar Airport: गुरुवार को होली के शुभ अवसर पर हिसार के महाराजा अग्रसेन एयरपोर्ट को डायरेक्टर जनरल ऑफ सिविल एविएशन (DGCA) से विमान उड़ाने का लाइसेंस मिल गया। यह खबर हरियाणा के लिए एक बड़ी उपलब्धि है, क्योंकि इससे राज्य के लोगों को सीधे घरेलू उड़ानों का लाभ मिलेगा।
किन शहरों के लिए शुरू होंगी उड़ानें?
अब हिसार एयरपोर्ट से कई प्रमुख शहरों के लिए उड़ानें शुरू होंगी। इनमें चंडीगढ़, अयोध्या, अहमदाबाद, जयपुर और जम्मू शामिल हैं। यह एयर कनेक्टिविटी यात्रियों के लिए बड़ी राहत लेकर आएगी, जिससे सफर न केवल सुविधाजनक बल्कि समय की बचत वाला भी होगा।
सरकार और एजेंसी के बीच हुआ समझौता
सरकार और संबंधित एजेंसी के बीच एमओयू (MoU) पर हस्ताक्षर हो चुके हैं। पहले चरण में 70 सीटों वाले विमान से उड़ान भरी जाएगी। यह शुरुआत प्रदेश के आर्थिक विकास और पर्यटन को बढ़ावा देने में मदद करेगी।
अप्रैल से अयोध्या के लिए उड़ान पॉसिबल
हिसार एयरपोर्ट से पहली उड़ान अप्रैल के पहले सप्ताह में अयोध्या के लिए पॉसिबल मानी जा रही है। एयरपोर्ट के दो फेज का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है, जिसमें 10,000 फुट का रनवे और टैक्सी-वे पूरी तरह तैयार है।
प्रधानमंत्री को भेजा गया इन्विटैशन
फेज तीन के काम को शुरू करने से पहले प्रधानमंत्री को औपचारिक निमंत्रण भेजा गया है। इस चरण में कई नई सुविधाओं को जोड़ा जाएगा, जिससे एयरपोर्ट को और अधिक आधुनिक बनाया जाएगा।
44 आपत्तियों को दूर करने के बाद मिला लाइसेंस
हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस मिलने में काफी समय लगा, क्योंकि इसके लिए DGCA द्वारा 44 आपत्तियां (ऑब्जेक्शन) लगाई गई थीं। जब पहली बार लाइसेंस के लिए आवेदन किया गया था, तो निरीक्षण के दौरान कई खामियां पाई गईं। इन सभी आपत्तियों को दूर करने के बाद, दोबारा आवेदन किया गया और एट दी एंड हिसार एयरपोर्ट को लाइसेंस जारी कर दिया गया।
फेज तीन में बनेगा 21 लाख यात्रियों की क्षमता वाला टर्मिनल
एयरपोर्ट का तीसरा चरण बेहद महत्वपूर्ण होगा। इस फेज में 21 लाख पैसेंजर क्षमता वाला अत्याधुनिक टर्मिनल बनाया जाएगा। यह टर्मिनल शंख के आकार में तैयार किया जाएगा, जिसमें लगभग 450 करोड़ रुपये का खर्च आएगा।
बरवाला चुंगी से टर्मिनल तक बनेगी छह लेन की सड़क
यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए बरवाला चुंगी से नए टर्मिनल तक छह लेन की सड़क का निर्माण किया जाएगा। इससे एयरपोर्ट तक पहुंचना बेहद आसान होगा और लोगों को किसी प्रकार की असुविधा का सामना नहीं करना पड़ेगा।
DVOR तकनीक से लैस होगा हिसार एयरपोर्ट
हिसार एयरपोर्ट पर आधुनिक तकनीक को शामिल करते हुए डॉपलर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज (DVOR) स्थापित किया गया है। यह एक महत्वपूर्ण एयर नेविगेशन सिस्टम है, जो पायलट और एयर ट्रैफिक कंट्रोल (ATC) को दिशा निर्देश देने का काम करता है।
DVOR से क्या होगा फायदा?
- सटीक नेविगेशन: यह सिस्टम हवाई जहाज को सही दिशा में मार्गदर्शन करने में मदद करेगा।
- सुरक्षित उड़ान संचालन: इससे एयरपोर्ट पर सुरक्षा मानकों को और मजबूत किया जा सकेगा।
- राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आवश्यक: DVOR तकनीक को हर बड़े एयरपोर्ट पर लगाया जाता है, जिससे यह एयरपोर्ट भी हाई टेक श्रेणी में आ गया है।
हिसार एयरपोर्ट से जुड़े अन्य महत्वपूर्ण विकास
- इंटीग्रेटेड मार्केटिंग क्लस्टर (IMC) का निर्माण: एयरपोर्ट के पास 2,988 एकड़ जमीन पर एक आधुनिक IMC विकसित किया जाएगा, जो व्यापार और लॉजिस्टिक्स के क्षेत्र में एक बड़ा बदलाव लाएगा।
- अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की संभावना: अगर सब कुछ सही रहा, तो भविष्य में हिसार एयरपोर्ट से अंतरराष्ट्रीय उड़ानों की शुरुआत भी हो सकती है।
- हिसार को एयर हब बनाने की योजना: हरियाणा सरकार की मंशा हिसार को एक बड़ा एविएशन हब बनाने की है, जिससे पूरे राज्य में आर्थिक और औद्योगिक विकास को बढ़ावा मिलेगा।