Gas Connection E-KYC: जलालाबाद इंडेन गैस सेवा के अंतर्गत सभी गैस कनेक्शन धारकों को ई-केवाईसी कराना अब अनिवार्य कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने गैस एजेंसी संचालकों को यह निर्देश दिए हैं कि सभी कनेक्शन धारकों की ई-केवाईसी की जाए। इस कदम का मुख्य उद्देश्य सरकारी सब्सिडी और अन्य योजनाओं के लाभ को सही लाभार्थी तक पहुँचाना है। उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले अधिकांश कनेक्शन धारकों की ई-केवाईसी पहले ही पूरी की जा चुकी है। अब सामान्य श्रेणी के गैस कनेक्शन धारकों को भी यह प्रक्रिया पूरी करनी होगी।
उज्ज्वला योजना में ई-केवाईसी
जलालाबाद इंडेन गैस सेवा के उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले लगभग 5000 कनेक्शन धारकों में से 80 प्रतिशत से अधिक की ई-केवाईसी पूरी हो चुकी है। गैस एजेंसी के कर्मचारियों ने तेजी से काम करते हुए अधिकांश लाभार्थियों का यह कार्य समय पर पूरा किया है। हालांकि, कुछ कनेक्शन धारक अभी भी इस प्रक्रिया से छूटे हुए हैं। ऐसे लाभार्थी यदि जल्द ही ई-केवाईसी नहीं कराते हैं, तो उन्हें सरकारी सब्सिडी का लाभ नहीं मिल पाएगा। उज्ज्वला योजना के तहत, सरकार प्रत्येक सिलेंडर पर सब्सिडी सीधे लाभार्थी के बैंक खाते में भेजती है। लेकिन ई-केवाईसी न होने पर यह राशि खाते में नहीं आएगी।
सामान्य श्रेणी के गैस कनेक्शन
जलालाबाद इंडेन गैस सेवा के क्षेत्र में सामान्य श्रेणी के लगभग 10,000 गैस कनेक्शन धारक हैं। इन कनेक्शनों में से अभी तक केवल 10 प्रतिशत कनेक्शन धारकों ने अपनी ई-केवाईसी करवाई है। बाकी कनेक्शन धारक इस प्रक्रिया को पूरा करने में लापरवाही बरत रहे हैं। गैस एजेंसी की संचालिका रितु सिंह के अनुसार, सभी सामान्य श्रेणी के कनेक्शन धारकों को जल्द से जल्द अपनी ई-केवाईसी पूरी कर लेनी चाहिए, अन्यथा उनका गैस कनेक्शन बंद हो सकता है। ई-केवाईसी की प्रक्रिया को सरल और तेज बनाने के लिए गैस एजेंसी पर विशेष व्यवस्थाएँ की गई हैं।
ई-केवाईसी के लिए आवश्यक दस्तावेज
ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने के लिए गैस कनेक्शन धारक को अपने साथ कुछ आवश्यक दस्तावेज लाने होंगे। इसमें मुख्य रूप से आधार कार्ड और गैस कनेक्शन की डिटेल शामिल हैं। गैस एजेंसी पर तैनात कर्मचारी इन दस्तावेजों का सत्यापन करेंगे और ई-केवाईसी प्रक्रिया को ऑनलाइन पूरा करेंगे। यह प्रक्रिया बहुत ही सरल है और कुछ ही मिनटों में पूरी हो जाती है। गैस एजेंसी ने यह भी सुनिश्चित किया है कि कनेक्शन धारकों को कोई असुविधा न हो।
ई-केवाईसी न कराने के नुकसान
गैस कनेक्शन धारकों को यह समझना जरूरी है कि ई-केवाईसी न कराने के कई नुकसान हो सकते हैं। सबसे बड़ा नुकसान यह है कि सिलेंडर पर मिलने वाली सब्सिडी उनके बैंक खाते में नहीं आएगी। इसके अलावा, गैस एजेंसी उनकी सेवा बंद कर सकती है। उज्ज्वला योजना के तहत आने वाले कनेक्शन धारकों को भी इसका खामियाजा भुगतना पड़ सकता है। इसलिए सभी कनेक्शन धारकों को यह सलाह दी जाती है कि वे जल्द से जल्द गैस एजेंसी पर जाकर अपनी ई-केवाईसी पूरी करें।
स्पेशल फैसिलिटी
गैस एजेंसी ने कनेक्शन धारकों की सुविधा के लिए कई विशेष कदम उठाए हैं। ई-केवाईसी प्रक्रिया को तेजी से पूरा करने के लिए एक्स्ट्रा कर्मचारियों की नियुक्ति की गई है। इसके अलावा, एजेंसी पर आने वाले कनेक्शन धारकों के लिए हेल्प डेस्क भी स्थापित की गई है। यहाँ पर कनेक्शन धारक अपने दस्तावेजों से जुड़ी किसी भी समस्या का समाधान पा सकते हैं। एजेंसी की संचालिका ने यह भी कहा है कि जो कनेक्शन धारक समय पर ई-केवाईसी पूरी करेंगे, उन्हें प्राथमिकता के आधार पर सेवा दी जाएगी।
सरकार का उद्देश्य और प्रयास
केंद्र सरकार ने यह कदम इसलिए उठाया है ताकि सरकारी योजनाओं का लाभ सही लाभार्थियों तक पहुँचे। ई-केवाईसी प्रक्रिया के माध्यम से यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सब्सिडी का गलत इस्तेमाल न हो और प्रत्येक सिलेंडर की सब्सिडी केवल पात्र लाभार्थी को ही मिले। सरकार ने गैस एजेंसी संचालकों को सख्त निर्देश दिए हैं कि वे सभी कनेक्शन धारकों की ई-केवाईसी समय पर पूरी करें।