HDFC Bank Account: भारत में पिछले कुछ सालों में डिजिटल पेमेंट (Digital Payment) को बहुत बढ़ावा दिया गया है। आज देशभर में करोड़ों लोग यूपीआई (UPI) का इस्तेमाल कर रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) भी लगातार पेमेंट सिस्टम को और आसान और सुरक्षित बनाने पर काम कर रहा है। यूपीआई के जरिए छोटी-बड़ी हर तरह की पेमेंट करना बेहद आसान हो गया है। अब लोग कैश की बजाय यूपीआई ट्रांजेक्शन को ज्यादा प्राथमिकता देने लगे हैं। लेकिन, अगर आप भी यूपीआई के जरिए हर छोटी-बड़ी पेमेंट करते हैं, तो आपके लिए यह खबर महत्वपूर्ण हो सकती है।
HDFC बैंक की यूपीआई सेवा 8 फरवरी को रहेगी बाधित
देश के प्रमुख प्राइवेट बैंक एचडीएफसी (HDFC Bank) ने अपने ग्राहकों को एक महत्वपूर्ण सूचना दी है। बैंक के अनुसार, 8 फरवरी को तीन घंटे के लिए यूपीआई सेवाएं उपलब्ध नहीं रहेंगी। इस दौरान ग्राहक किसी भी तरह की यूपीआई ट्रांजेक्शन (UPI Transaction) नहीं कर पाएंगे। हालांकि, यह सेवाएं पूरे दिन के लिए बाधित नहीं रहेंगी, बल्कि केवल रात 12 बजे से सुबह 3 बजे तक ही यूपीआई ट्रांजेक्शन नहीं किया जा सकेगा।
किन सेवाओं पर पड़ेगा असर?
- एचडीएफसी बैंक के करंट और सेविंग अकाउंट से जुड़ी यूपीआई सेवाएं
- रुपे क्रेडिट कार्ड का इस्तेमाल करके यूपीआई ट्रांजेक्शन
- एचडीएफसी मोबाइल बैंकिंग ऐप के जरिए यूपीआई लेन-देन
- एचडीएफसी बैंक से जुड़े थर्ड पार्टी यूपीआई ऐप्स (PhonePe, Google Pay, Paytm आदि) पर ट्रांजेक्शन
- एचडीएफसी बैंक से जुड़े व्यापारियों द्वारा किए जाने वाले यूपीआई पेमेंट
यूपीआई सेवा बाधित क्यों होगी?
एचडीएफसी बैंक ने इस अस्थायी सेवा बंदी के पीछे का कारण भी बताया है। बैंक का कहना है कि बैंकिंग अनुभव को बेहतर बनाने के लिए सिस्टम अपग्रेड और मेंटेनेंस किया जा रहा है। इस सुधार के जरिए बैंक अपनी सेवाओं को और अधिक सुगम और सुरक्षित बनाना चाहता है। हालांकि, इससे ग्राहकों को कुछ घंटों तक परेशानी हो सकती है, लेकिन यह अपडेट भविष्य में लेन-देन को अधिक सुरक्षित बनाएगा।
ग्राहकों के लिए क्या जरूरी?
चूंकि 8 फरवरी को रात 12 बजे से 3 बजे तक यूपीआई सेवाएं बाधित रहेंगी, ऐसे में ग्राहकों को कुछ जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी गई है:
- अगर आपको 8 फरवरी को देर रात किसी को पैसे भेजने हैं, तो पहले ही ट्रांजेक्शन पूरा कर लें।
- अगर आपको इस दौरान किसी आपात स्थिति में पैसे की जरूरत पड़ सकती है, तो पहले से कैश निकालकर रख लें।
- ऑनलाइन खरीदारी या मर्चेंट पेमेंट से पहले यह सुनिश्चित कर लें कि ट्रांजेक्शन के लिए वैकल्पिक भुगतान ऑप्शन उपलब्ध हो।
भारत में यूपीआई पेमेंट का बढ़ता प्रभाव
आज यूपीआई डिजिटल पेमेंट का सबसे पोपुलर ऑप्शन बन चुका है। कुछ साल पहले तक लोग ज्यादातर नकद, डेबिट कार्ड या बैंक ट्रांसफर का इस्तेमाल करते थे, लेकिन अब यूपीआई ने डिजिटल ट्रांजेक्शन को पूरी तरह से बदल दिया है।
यूपीआई का बढ़ता योगदान
रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (RBI) की रिपोर्ट के अनुसार, 2019 में डिजिटल पेमेंट में यूपीआई की हिस्सेदारी मात्र 34% थी, लेकिन कुछ ही सालों में यह 83% तक पहुंच चुकी है। यानी, आज देश में होने वाले कुल डिजिटल ट्रांजेक्शन में से 83% यूपीआई के जरिए होते हैं।
यूपीआई के आगे अन्य डिजिटल ट्रांजेक्शन
यूपीआई के अलावा अन्य डिजिटल ट्रांजेक्शन की बात करें तो कुल डिजिटल पेमेंट में इन सेवाओं का योगदान है:
- एनईएफटी (NEFT) – 7%
- आरटीजीएस (RTGS) – 5%
- आईएमपीएस (IMPS) – 3%
- डेबिट और क्रेडिट कार्ड ट्रांजेक्शन – 2%
यूपीआई सर्विस बंद होने से किन सेक्टर्स पर असर पड़ेगा?
एचडीएफसी बैंक की यूपीआई सेवा बाधित होने से कई सेक्टरों पर असर पड़ सकता है:
- ऑनलाइन खरीदारी: यदि कोई ग्राहक देर रात किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट से खरीदारी करना चाहता है, तो यूपीआई से पेमेंट नहीं कर पाएगा।
- कैब सर्विस: देर रात कैब बुक करने वालों के लिए यूपीआई पेमेंट संभव नहीं होगा।
- फूड डिलीवरी: Swiggy, Zomato जैसी सेवाओं पर यूपीआई से पेमेंट करने में दिक्कत हो सकती है।
- मर्चेंट पेमेंट: दुकानदार और छोटे व्यापारी जो यूपीआई पेमेंट पर निर्भर हैं, उन्हें इस दौरान असुविधा हो सकती है।