Punjab National Bank: आज के डिजिटल युग में UPI, ऑनलाइन बैंकिंग और डिजिटल पेमेंट्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ रहा है। हालांकि, इसके साथ ही साइबर अपराधी भी नए-नए तरीकों से लोगों को ठगने की कोशिश कर रहे हैं। ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामलों में लगातार बढ़ोतरी हो रही है, खासकर फर्जी लिंक, फ्रॉड कॉल्स और मैसेज के जरिए। इसी को देखते हुए, पंजाब नेशनल बैंक (PNB) ने अपने ग्राहकों को एक चेतावनी जारी की है और उन्हें सतर्क रहने की सलाह दी है।
PNB का अलर्ट
PNB ने ग्राहकों को अलर्ट करते हुए कहा है कि वे अनजान लिंक, कॉल्स और फ्रॉड संदेशों से बचें। साइबर ठग अक्सर ग्राहकों से बैंकिंग डिटेल्स चुराने के लिए फर्जी लिंक भेजते हैं।
1. फर्जी लिंक से बचें
कई बार ठग बैंक से जुड़े फर्जी लिंक भेजते हैं, जिनमें अकाउंट अपडेट, क्यूआर कोड स्कैन करने या पैसे भेजने का रिक्वेस्ट किया जाता है। ऐसे किसी भी लिंक पर क्लिक करने से पहले सावधानी बरतें और हमेशा बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट या ऐप का ही उपयोग करें।
2. फ्रॉड कॉल और मैसेज को करें नजरअंदाज
कोई भी अनजान व्यक्ति अगर फोन या मैसेज के जरिए आपसे OTP, बैंक अकाउंट डिटेल, पासवर्ड या अन्य पर्सनल जानकारी मांगता है, तो तुरंत उसे नजरअंदाज करें। बैंक कभी भी फोन या मैसेज पर ऐसी जानकारी नहीं मांगता।
3. सोशल मीडिया पर बैंकिंग डिटेल साझा करने से बचें
अगर कोई सोशल मीडिया पर मदद के बहाने आपसे बैंकिंग डिटेल मांगता है, तो सतर्क रहें। केवल बैंक की ऑफिसियल वेबसाइट या कस्टमर केयर से ही संपर्क करें।
साइबर अपराधी कैसे चुराते हैं बैंकिंग जानकारी?
आजकल साइबर अपराधी कई तरह के तकनीकी और साइकोलॉजिकल तरीकों का उपयोग करके लोगों को ठगते हैं। इनसे बचने के लिए जागरूकता जरूरी है।
1. फिशिंग (Phishing) अटैक
- साइबर ठग ईमेल, मैसेज या सोशल मीडिया के जरिए फर्जी लिंक भेजते हैं, जो देखने में असली बैंक वेबसाइट की तरह लगते हैं।
- जब यूजर इस लिंक पर क्लिक करता है और अपनी डिटेल भरता है, तो ठग उसकी बैंकिंग जानकारी चुरा लेते हैं।
2. फर्जी ऐप्स और वेबसाइट्स
- कई बार ठग ऐसी मोबाइल ऐप या वेबसाइट बनाते हैं, जो असली बैंक ऐप जैसी दिखती है।
- जब ग्राहक इसे डाउनलोड करते हैं और अपनी डिटेल डालते हैं, तो ठग उनकी पूरी जानकारी चुरा लेते हैं।
3. QR कोड स्कैम
- ठग लोगों को कस्टमर सपोर्ट, लॉटरी जीतने या अकाउंट अपडेट करने के बहाने QR कोड स्कैन करने के लिए कहते हैं।
- स्कैन करते ही आपके बैंक अकाउंट से पैसे कट जाते हैं।
ऑनलाइन फ्रॉड से बचने के लिए अपनाएं ये 6 उपाय
1. केवल ऑफिसियल वेबसाइट और ऐप्स का उपयोग करें
बैंकिंग लेन-देन करने के लिए PNB की आधिकारिक वेबसाइट (www.pnbindia.in) या मोबाइल ऐप का ही उपयोग करें। अनजान वेबसाइट या लिंक से बचें।
2. अनजान लिंक पर क्लिक न करें
अगर आपको कोई मैसेज या ईमेल मिलता है, जिसमें बैंक खाते को अपडेट करने या इनाम जीतने की बात कही जाती है, तो उसमें दिए गए लिंक पर क्लिक न करें।
3. आकर्षक निवेश योजनाओं से सावधान रहें
अगर कोई योजना कम समय में पैसे दोगुना करने का वादा करती है, तो यह निश्चित रूप से धोखाधड़ी हो सकती है। निवेश करने से पहले पूरी जानकारी लें और बैंक से सलाह लें।
4. फ्रॉड कॉल्स और मैसेज का जवाब न दें
अगर किसी अज्ञात नंबर से फोन आए और वह बैंक का अधिकारी बनकर आपसे जानकारी मांगे, तो सतर्क रहें और तुरंत कॉल काट दें।
5. अपने पासवर्ड और OTP को गोपनीय रखें
कभी भी अपना बैंकिंग पासवर्ड, पिन या OTP किसी से साझा न करें। बैंक कभी भी फोन पर ऐसी जानकारी नहीं मांगता।
6. साइबर क्राइम हेल्पलाइन से संपर्क करें
अगर आप किसी ऑनलाइन धोखाधड़ी का शिकार हो गए हैं, तो तुरंत साइबर क्राइम हेल्पलाइन 1930 या www.cybercrime.gov.in पर शिकायत दर्ज करें।
क्या करें अगर आप ऑनलाइन ठगी का शिकार हो जाएं?
- बैंक हेल्पलाइन पर कॉल करें और अपना खाता अस्थायी रूप से ब्लॉक करवाएं।
- पासवर्ड और UPI पिन तुरंत बदलें।
- नजदीकी साइबर सेल में शिकायत दर्ज करें।
- साइबर अपराध पोर्टल (www.cybercrime.gov.in) पर ऑनलाइन शिकायत करें।
- अगर कोई बड़ा वित्तीय नुकसान हुआ है, तो नजदीकी पुलिस स्टेशन में FIR दर्ज कराएं।
साइबर ठगी से जुड़े कुछ हालिया मामले
देश में ऑनलाइन ठगी और साइबर क्राइम के कई मामले सामने आए हैं। हाल ही में दिल्ली, मुंबई और बेंगलुरु में QR कोड स्कैम और बैंकिंग फ्रॉड के मामलों में तेजी देखी गई।
- दिल्ली में एक व्यक्ति को ‘केवाईसी अपडेट’ के नाम पर बैंकिंग डिटेल्स मांगकर 2 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया।
- मुंबई में फेक इन्वेस्टमेंट ऐप के जरिए लोगों से 50 करोड़ रुपये ठगे गए।
- बेंगलुरु में एक महिला ने QR कोड स्कैन कर दिया, जिससे उसके खाते से 75,000 रुपये कट गए।