Ramzan News: बिहार सरकार के शिक्षा विभाग ने रमजान के पाक महीने को ध्यान में रखते हुए मुस्लिम शिक्षकों और सरकारी कार्यालयों में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारियों को विशेष सुविधा प्रदान करने का निर्णय लिया है। इस फैसले के तहत मुस्लिम शिक्षक एक घंटा पहले स्कूल से छुट्टी ले सकते हैं, जबकि सरकारी दफ्तरों में कार्यरत मुस्लिम कर्मचारी भी अपने निर्धारित समय से एक घंटा पहले ऑफिस छोड़ सकेंगे।
शिक्षा विभाग ने जारी किया आदेश
माध्यमिक शिक्षा निदेशक द्वारा सभी जिलों के जिला शिक्षा पदाधिकारियों (डीईओ) को इस संबंध में ऑफिसियल पत्र भेजा गया है। पत्र में स्पष्ट रूप से कहा गया है कि रमजान के दौरान मुस्लिम शिक्षक एवं कर्मचारी अपनी सुविधा के अनुसार एक घंटा पहले कार्यालय आ सकते हैं और निर्धारित समय से पहले घर जा सकते हैं।
रमजान के दौरान मुस्लिम शिक्षकों के लिए राहत
बिहार में बड़ी संख्या में मुस्लिम शिक्षक और सरकारी कर्मचारी कार्यरत हैं, जो रमजान के दौरान रोजा रखते हैं। इस दौरान उनका खानपान और इबादत का समय बदल जाता है, जिसे ध्यान में रखते हुए यह फैसला लिया गया है। इस फैसले से मुस्लिम शिक्षकों और कर्मचारियों को अपने धार्मिक अनुष्ठानों को सुचारू रूप से पूरा करने में मदद मिलेगी।
शिक्षक संगठनों की मांग पर हुआ फैसला
शिक्षा विभाग के इस फैसले के पीछे शिक्षक संगठनों की अहम भूमिका रही है। शिक्षक संगठनों ने सरकार से यह मांग की थी कि प्राथमिक, माध्यमिक और उच्च माध्यमिक विद्यालयों के मुस्लिम शिक्षकों को रमजान के महीने में एक घंटे की रियायत दी जाए। इसी मांग को ध्यान में रखते हुए सरकार ने इस फैसले को लागू किया है।
प्रशासनिक विभाग ने किया बदलाव
सामान्य प्रशासन विभाग ने मुस्लिम कर्मचारियों और अधिकारियों की सुविधा को देखते हुए कार्यालय समय में बदलाव की मंजूरी दी है। इसी के आधार पर शिक्षा विभाग ने भी मुस्लिम शिक्षकों को यह सुविधा प्रदान की है। इससे सरकारी कार्यालयों और स्कूलों में कार्यरत मुस्लिम शिक्षकों और कर्मचारियों को राहत मिलेगी।
राज्यभर में लागू होगा आदेश
यह आदेश पूरे बिहार राज्य के सरकारी स्कूलों और शिक्षा विभाग के अधीन सभी कार्यालयों पर लागू होगा। सभी जिला शिक्षा पदाधिकारियों को इस निर्देश का कड़ाई से पालन करने के लिए कहा गया है। इस आदेश के तहत, किसी भी प्रकार की असुविधा से बचने के लिए स्कूल प्रशासन और कार्यालय प्रमुखों को भी उचित निर्देश दिए गए हैं।
शिक्षकों और कर्मचारियों ने जताया आभार
इस फैसले के बाद मुस्लिम शिक्षकों और सरकारी कर्मचारियों में खुशी की लहर दौड़ गई है। उन्होंने सरकार के इस कदम की सराहना करते हुए कहा कि इससे उन्हें रमजान के दौरान इबादत करने और अपनी जिम्मेदारियों को निभाने में संतुलन बनाने में सहायता मिलेगी।
गोपालगंज में तत्काल प्रभाव से लागू
गोपालगंज जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी योगेश कुमार ने इस पत्र के आलोक में तत्काल प्रभाव से इस आदेश को लागू करने का निर्देश दिया है। उन्होंने सभी विद्यालयों को यह सुनिश्चित करने को कहा है कि मुस्लिम शिक्षकों को इस सुविधा का लाभ मिले और उनकी कार्यशैली पर किसी भी प्रकार का नेगेटिव असर न पड़े।
दूसरे राज्यों के लिए मिसाल बना बिहार सरकार का फैसला
बिहार सरकार के इस निर्णय को देशभर में एक पॉजिटिव कदम के रूप में देखा जा रहा है। अन्य राज्यों में भी सरकार से ऐसी ही मांग उठाई जा सकती है ताकि मुस्लिम शिक्षकों और कर्मचारियों को रमजान के दौरान सहूलियत मिल सके।
शिक्षा विभाग ने दी जानकारी
शिक्षा विभाग ने बताया कि यह सुविधा केवल रमजान महीने तक सीमित रहेगी। रमजान के समाप्त होते ही कार्यालयों और स्कूलों का कार्य समय दोबारा सामान्य हो जाएगा। इस फैसले से किसी भी प्रकार की शैक्षणिक गतिविधियों या प्रशासनिक कार्यों में बाधा नहीं आएगी।