Delhi News: दिल्ली में नई सरकार बनने के बाद से मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता (CM Rekha Gupta) लगातार जनता के हित में बड़े फैसले ले रही हैं। चाहे यमुना सफाई अभियान हो या राजधानी के नदी-नालों की सफाई का काम, रेखा गुप्ता ने हर मोर्चे पर ऐक्टिविटी दिखाई है। इसी कड़ी में अब महिलाओं और लड़कियों की सुरक्षा को लेकर भी सरकार ने एक बड़ी पहल की है। मुख्यमंत्री ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर राजधानी में ‘इव टीजिंग स्क्वाड’ लॉन्च करने का फैसला लिया है।
महिलाओं की सुरक्षा पर सरकार का फोकस
दिल्ली में महिलाओं की सुरक्षा लंबे समय से एक बड़ी चिंता रही है। राजधानी में रोजाना हजारों महिलाएं स्कूल, कॉलेज, ऑफिस और बाजारों में जाती हैं। कई बार सार्वजनिक स्थानों पर उन्हें छेड़छाड़ और अभद्रता जैसी घटनाओं का सामना करना पड़ता है। इसी समस्या को खत्म करने के लिए सरकार और पुलिस ने मिलकर यह नई योजना तैयार की है।
यह स्क्वाड महिलाओं और लड़कियों को सुरक्षित माहौल देने की दिशा में एक मजबूत कदम माना जा रहा है। इससे न सिर्फ महिलाओं में सुरक्षा की भावना बढ़ेगी बल्कि अपराधियों में भी डर पैदा होगा।
दिल्ली में ‘इव टीजिंग स्क्वाड’
दिल्ली पुलिस अब उत्तर प्रदेश की तर्ज पर राजधानी में ‘इव टीजिंग स्क्वाड’ (Eve Teasing Squad) तैयार कर रही है। यूपी में ‘एंटी रोमियो स्क्वाड’ की तर्ज पर यह टीम दिल्ली के विभिन्न सार्वजनिक स्थलों पर सक्रिय होगी। यह स्क्वाड खासतौर से महिलाओं और लड़कियों पर बुरी नजर रखने वालों, छेड़छाड़ करने वालों और अभद्रता करने वालों के खिलाफ कार्रवाई करेगी।
दिल्ली पुलिस का कहना है कि इस योजना का उद्देश्य महिलाओं के लिए सुरक्षित और सम्मानजनक माहौल तैयार करना है ताकि वे बिना डर के कहीं भी आ-जा सकें।
दिल्ली पुलिस ने जारी किया सर्कुलर
दिल्ली पुलिस ने ‘इव टीजिंग स्क्वाड’ (Delhi Eve Teasing Squad) बनाने के लिए ऑफिसियल सर्कुलर भी जारी कर दिया है। इसमें राजधानी के सभी प्रमुख बाजारों, मॉल, मेट्रो स्टेशनों, बस स्टैंड और अन्य भीड़भाड़ वाले इलाकों में इन दस्तों को तैनात करने के निर्देश दिए गए हैं। पुलिस का कहना है कि यह स्क्वाड गश्त के दौरान महिलाओं से बातचीत करेगा और उनकी समस्याओं को भी सीधे सुनेगा।
साथ ही यह टीम महिलाओं को आत्मरक्षा और कानूनी अधिकारों की जानकारी भी देगी ताकि वे किसी भी ईमर्जन्सी में सही कदम उठा सकें।
कैसी होगी ‘इव टीजिंग स्क्वाड’ की टीम?
इस दस्ते में पुलिसकर्मियों की एक विशेष टीम होगी। यह टीम पूरी तरह ट्रैन्ड होगी और सार्वजनिक स्थानों पर गश्त के दौरान तुरंत कार्रवाई करेगी। टीम में एक इंस्पेक्टर, एक सब-इंस्पेक्टर, चार महिला पुलिसकर्मी, पांच पुरुष पुलिसकर्मी और एक विशेष स्टाफ/एंटी टेररिस्ट स्क्वाड (ATS) का अधिकारी शामिल होगा।
इस टीम को एक चार पहिया वाहन और पर्याप्त संख्या में दो पहिया वाहन भी मुहैया कराए जाएंगे ताकि वे घटनास्थल पर समय पर पहुंच सकें और अपराधियों को पकड़ सकें।
रियल टाइम में मिलेगी मदद
स्क्वाड को इस तरह से तैयार किया जा रहा है कि किसी भी इव टीजिंग या छेड़छाड़ की घटना की सूचना मिलते ही वे रियल टाइम में घटनास्थल पर पहुंचकर कार्रवाई कर सकें।
टीम के पास वायरलेस सिस्टम और अन्य आवश्यक तकनीकी उपकरण भी होंगे जिससे वे तुरंत मुख्य कंट्रोल रूम से कान्टैक्ट में रह सकें। इसके अलावा स्क्वाड में शामिल महिला पुलिसकर्मियों को विशेष आत्मरक्षा प्रशिक्षण भी दिया जाएगा ताकि वे किसी भी ईमर्जन्सी में खुद मोर्चा संभाल सकें।
भीड़भाड़ वाले इलाकों में बढ़ेगी गश्त
दिल्ली पुलिस ने बताया कि इस स्क्वाड को खासतौर पर उन इलाकों में तैनात किया जाएगा जहां महिलाओं के साथ छेड़छाड़ और बदसलूकी की घटनाएं ज्यादा होती हैं। इनमें मुख्य रूप से मेट्रो स्टेशन, बस स्टॉप, कॉलेज, बाजार और पब्लिक पार्क शामिल हैं।
दिल्ली पुलिस की योजना है कि इस स्क्वाड की गश्त और निगरानी से इन इलाकों में अपराधियों में डर का माहौल बनेगा और महिलाओं को भी सुरक्षित महसूस होगा।
महिलाओं में सुरक्षा की भावना होगी मजबूत
महिलाओं और लड़कियों ने दिल्ली पुलिस और सरकार के इस फैसले का स्वागत किया है। उनका कहना है कि ‘इव टीजिंग स्क्वाड’ की मौजूदगी से वे खुद को ज्यादा सुरक्षित महसूस करेंगी। कई बार महिलाएं पुलिस थाने तक नहीं पहुंच पातीं या तुरंत मदद नहीं मिलती, लेकिन स्क्वाड के मौके पर मौजूद होने से अब फौरन एक्शन होगा।
छात्राओं और कामकाजी महिलाओं का कहना है कि इस तरह की पहल से उनकी दिनचर्या में बड़ा बदलाव आएगा और वे बिना डर के बाहर निकल सकेंगी।
अपराधियों में बढ़ेगा खौफ
दिल्ली पुलिस के अधिकारियों का मानना है कि इस स्क्वाड की तैनाती से अपराधियों में भी खौफ पैदा होगा। जो लोग महिलाओं को परेशान करने या उन पर अश्लील टिप्पणियां करने जैसी हरकतें करते हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
पुलिस का यह भी कहना है कि अगर जरूरत पड़ी तो मौके पर ही आरोपियों को गिरफ्तार किया जाएगा और कानून के तहत कठोर कार्रवाई होगी।