Bihar Traffic Police: आजकल ट्रैफिक पुलिस द्वारा ऑनलाइन चालान काटने की प्रक्रिया तेजी से अपनाई जा रही है। इससे जहां ट्रैफिक नियमों का पालन कराने में आसानी हुई है, वहीं लगातार गलत चालान काटे जाने की घटनाएं भी सामने आ रही हैं। कई लोगों को बिना गलती के चालान भरने के लिए मजबूर किया जा रहा है। हाल ही में बिहार के सरैया इलाके में एक बाइक सवार का चालान सीट बेल्ट न लगाने के जुर्म में काट दिया गया, जिससे ऑनलाइन चालान प्रणाली की खामियों पर सवाल उठने लगे हैं।
बाइक सवार को कार की फोटो के साथ मिला चालान
सरैया के रहने वाले मनीष कुमार के नाम से एक चालान जारी किया गया, जिसमें लिखा था कि उन्होंने सीट बेल्ट नहीं लगाई। इस पर 1000 रुपये का जुर्माना लगाया गया। मनीष ने जब चालान देखा तो उसमें एक कार की फोटो लगी थी, जबकि वे बाइक चला रहे थे। उन्होंने तुरंत ट्रैफिक पुलिस थाने में इसकी शिकायत की और इस गलत चालान को रद्द करने की मांग की।
पुलिस ने शिकायत सुनने से किया इनकार
मनीष कुमार ने ट्रैफिक थाने जाकर अपनी आपत्ति दर्ज करानी चाही, लेकिन वहां उनकी बात को नजरअंदाज कर दिया गया। उन्हें यह कहकर लौटा दिया गया कि पुलिस का काम सिर्फ चालान काटना है और अगर चालान कटा है, तो उसे भरना ही होगा। यह घटना सिर्फ मनीष के साथ नहीं हुई, बल्कि पहले भी कई लोगों के गलत चालान काटे गए हैं, लेकिन उनकी कोई सुनवाई नहीं हुई।
गलत चालान से बढ़ रही लोगों की परेशानी
गलत चालान कटने की वजह से आम जनता को भारी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। कई बार लोग अपने वाहनों का उपयोग भी नहीं कर रहे होते हैं, लेकिन फिर भी उनके नाम चालान जारी कर दिए जाते हैं। ऐसी स्थिति में:
- लोगों को बिना गलती के जुर्माना भरना पड़ता है।
- समय और मेहनत बर्बाद होती है, क्योंकि पुलिस थाने और प्रशासनिक दफ्तरों के चक्कर काटने पड़ते हैं।
- अगर जुर्माना समय पर नहीं भरा गया, तो वाहन का रजिस्ट्रेशन या ड्राइविंग लाइसेंस रद्द करने जैसी कार्रवाई हो सकती है।
ऑनलाइन चालान प्रणाली में सुधार की जरूरत
ऑनलाइन चालान प्रणाली का उद्देश्य ट्रैफिक व्यवस्था को सुचारु बनाना था, लेकिन गलतियों की वजह से यह आम लोगों के लिए परेशानी बनती जा रही है। इसे बेहतर और पारदर्शी बनाने के लिए:
- चालान जारी करने से पहले सटीक जांच होनी चाहिए।
- गलत चालान को तुरंत रद्द करने की प्रक्रिया बनाई जानी चाहिए।
- पुलिस को इस तरह की शिकायतों को गंभीरता से लेना चाहिए।
- ऑनलाइन पोर्टल पर गलत चालान के सोल्यूशंस के लिए एक असरदार प्रणाली होनी चाहिए।
क्या कहना है परिवहन विभाग का?
परिवहन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि चालान स्वचालित प्रणाली के तहत जारी किए जाते हैं और इसमें गलती होने की संभावना कम होती है। लेकिन इस मामले में साफ दिख रहा है कि गलत चालान काटे जा रहे हैं। अधिकारियों ने यह भी कहा कि लोग अगर गलत चालान से परेशान हैं, तो वे ऑनलाइन पोर्टल पर शिकायत दर्ज करा सकते हैं। हालांकि, कई मामलों में शिकायत दर्ज करने के बाद भी कोई ठोस कार्रवाई नहीं होती है।