School Time Change: मध्यप्रदेश में इन दिनों कड़ाके की ठंड और शीतलहर का प्रकोप जारी है. जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, उत्तराखंड और लद्दाख में हो रही बर्फबारी से ठंडी हवाएं एमपी की तरफ आ रही हैं. इन हवाओं के कारण प्रदेश के कई जिलों में तापमान तेजी से गिरा है. ठंड के इस असर ने जनजीवन को प्रभावित कर दिया है.
गुना में स्कूलों का समय बदला
शीतलहर के कारण गुना जिला प्रशासन ने बड़ा कदम उठाते हुए स्कूलों के समय में बदलाव किया है. गुना कलेक्टर सत्येंद्र सिंह ने नर्सरी से 8वीं कक्षा तक के स्कूलों का समय सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक निर्धारित किया है. इससे पहले भिंड जिले में भी स्कूलों का समय बदला गया था. जहां 12वीं तक के सभी स्कूल 10 बजे के बाद ही खुल रहे हैं. यह आदेश फिलहाल 31 जनवरी तक लागू रहेगा.
पचमढ़ी प्रदेश की सबसे ठंडी जगह
प्रदेश में सबसे कम तापमान नर्मदापुरम के पचमढ़ी में दर्ज किया गया, जहां न्यूनतम तापमान 7 डिग्री सेल्सियस तक गिर गया. इसके अलावा मरुखेड़ा (नीमच) में 7.3 डिग्री, रतलाम और गुना में 7.4 डिग्री, नौगांव (छतरपुर) और टीकमगढ़ में 7.5 डिग्री, तथा राजगढ़ में 7.6 डिग्री तापमान दर्ज किया गया. पचमढ़ी इस समय प्रदेश की सबसे ठंडी जगह बनी हुई है.
घने कोहरे और शीतल दिन का अलर्ट
मौसम विभाग ने प्रदेश के कई जिलों में घने कोहरे और शीतल दिन का अलर्ट जारी किया है. भिंड, मुरैना, ग्वालियर, दतिया और शिवपुरी में घना कोहरा छाए रहने और दिनभर ठंड बने रहने की संभावना है. वहीं रीवा, सतना, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी और मैहर में मध्यम कोहरा और शीतल दिन का अलर्ट जारी किया गया है.
ठंड से जनजीवन प्रभावित
शीतलहर के चलते लोगों का जनजीवन प्रभावित हुआ है. ठंड के कारण सुबह और रात के समय लोग घरों में ही रहने को मजबूर हैं. सड़कों पर कोहरे की चादर छाई रहती है. जिससे यातायात भी बाधित हो रहा है. रेल और बस सेवाएं भी देरी से चल रही हैं.
स्वास्थ्य पर ठंड का असर
ठंड का सबसे ज्यादा असर बच्चों और बुजुर्गों पर देखा जा रहा है. चिकित्सकों ने लोगों को ठंड से बचने के लिए पर्याप्त गर्म कपड़े पहनने और ठंडी हवा से बचाव की सलाह दी है. साथ ही गर्म पेय पदार्थों का सेवन और सुबह-शाम घर से बाहर निकलने से बचने की हिदायत दी गई है.
किसानों पर ठंड का प्रभाव
ठंड का असर सिर्फ जनजीवन पर ही नहीं. बल्कि खेती-किसानी पर भी पड़ा है. शीतलहर और कोहरे के कारण फसलों को नुकसान पहुंचने की संभावना है. किसान अपनी फसलों को बचाने के लिए विशेष उपाय कर रहे हैं. गेहूं और चने की फसल पर ठंड का खासा असर पड़ सकता है.
प्रशासन ने की अलर्ट की घोषणा
गुना और भिंड जैसे जिलों में स्कूलों के समय में बदलाव के अलावा प्रशासन ने अलाव की व्यवस्था की है. सार्वजनिक स्थलों और बस स्टॉप पर लोगों को ठंड से बचाने के लिए अलाव जलाए जा रहे हैं. वहीं प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि बिना जरूरत घर से बाहर न निकलें.
ठंड से निपटने के लिए तैयारियां
मौसम विभाग के अलर्ट के बाद जिला प्रशासन ने स्वास्थ्य और आपदा प्रबंधन विभागों को सतर्क रहने के निर्देश दिए हैं. स्कूलों में समय बदलने के साथ-साथ अन्य आवश्यक कदम उठाए जा रहे हैं. अस्पतालों में ठंड से संबंधित बीमारियों के इलाज के लिए अलग से इंतजाम किए गए हैं.
ठंड के बीच पर्यटन स्थलों पर रौनक
हालांकि ठंड के बीच पचमढ़ी जैसे पर्यटन स्थलों पर पर्यटकों की अच्छी खासी भीड़ देखी जा रही है. ठंड का आनंद लेने के लिए सैलानी पचमढ़ी का रुख कर रहे हैं. यहां के ठंडे मौसम और प्राकृतिक सौंदर्य का पर्यटक जमकर लुत्फ उठा रहे हैं.