School Holiday: तराई के इलाके पीलीभीत में सर्दी का प्रकोप दिन-ब-दिन बढ़ता जा रहा है. मंगलवार को पूरे दिन कोहरे की हल्की चादर और सर्द हवा ने गलन को और ज्यादा बढ़ा दिया. शहर की सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा, बाजारों में खरीदारों की संख्या कम रही और केवल जरूरी काम के लिए बाहर निकले लोग ठिठुरते नजर आए.
स्कूलों में 10 जनवरी तक अवकाश
भीषण ठंड और शीतलहर के कारण जिले में कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों में 10 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया गया है. जिला अधिकारी संजय कुमार सिंह के निर्देश पर बीएसए अमित कुमार सिंह ने मंगलवार शाम यह आदेश जारी किया. यह आदेश सभी बोर्डों से मान्यता प्राप्त स्कूलों पर लागू होगा.
ठंड और शीतलहर का प्रकोप
नए साल की शुरुआत से ही तराई के मौसम में लगातार उतार-चढ़ाव देखने को मिल रहा है. रविवार और सोमवार को दिन में हल्की धूप खिली थी. लेकिन मंगलवार को सर्द हवा ने गलन बढ़ा दी. 20 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से चलने वाली सर्द हवा ने लोगों को घरों में रहने पर मजबूर कर दिया.
अलाव ठंडे पड़े, लोग कचरा जलाते नजर आए
शहर में कई स्थानों पर नगर पालिका द्वारा लगाए गए अलाव भीषण ठंड में ठंडे पड़े रहे. इससे बचने के लिए लोग लकड़ी, पन्नी और कचरा जलाकर हाथ सेंकते नजर आए. प्रमुख चौराहों और रास्तों पर अलाव की कमी के कारण लोगों को ठंड का सामना करना पड़ा.
तापमान में गिरावट
कृषि वैज्ञानिक डॉ. एसएस ढाका ने बताया कि मंगलवार को अधिकतम तापमान 15.2 डिग्री और न्यूनतम तापमान 10.1 डिग्री दर्ज किया गया. वहीं सोमवार को अधिकतम तापमान 16.4 डिग्री और न्यूनतम तापमान 9.8 डिग्री था. तापमान में गिरावट और सर्द हवा की वजह से गलन का प्रभाव और बढ़ गया है.
11-12 जनवरी को बूंदाबांदी की संभावना
मौसम विभाग के अनुसार तराई में मौसम का मिजाज अगले तीन दिनों तक ऐसा ही बना रहेगा. कृषि वैज्ञानिकों का कहना है कि 11 और 12 जनवरी को बादल छाने और हल्की बूंदाबांदी होने की संभावना है. इससे ठंड और बढ़ने की आशंका है.
ठंड से जनजीवन प्रभावित
सर्दी और शीतलहर का असर सिर्फ स्कूलों और बाजारों तक ही सीमित नहीं रहा. बल्कि इसका प्रभाव पूरे जनजीवन पर पड़ा है. लोग सुबह और शाम के समय घर से बाहर निकलने से बच रहे हैं. ठंड के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है. सड़कों पर वाहनों की संख्या कम रही.
किसानों पर ठंड का असर
ठंड और शीतलहर का असर खेतों में भी देखने को मिल रहा है. कृषि वैज्ञानिकों ने किसानों को फसलों की सुरक्षा के लिए विशेष उपाय करने की सलाह दी है. सरसों, गेहूं और आलू की फसलों पर ठंड का खासा प्रभाव पड़ सकता है. किसानों को समय पर सिंचाई और फसलों को ठंडी हवा से बचाने की सलाह दी गई है.
स्वास्थ्य पर सर्दी का असर
विशेषज्ञों ने ठंड के इस मौसम में बुजुर्गों और बच्चों का खास ध्यान रखने की सलाह दी है. सर्दी-जुकाम, बुखार और सांस से जुड़ी बीमारियों के मामले बढ़ सकते हैं. डॉक्टरों ने गर्म कपड़े पहनने और गर्म पेय पदार्थों का सेवन करने की हिदायत दी है.
प्रशासन की तैयारियां
प्रशासन ने ठंड से राहत दिलाने के लिए कुछ कदम उठाए हैं. जैसे सार्वजनिक स्थलों पर अलाव जलाना. हालांकि इन प्रयासों में कई जगहों पर कमी देखने को मिली है. लोगों ने नगर पालिका से अलाव की संख्या बढ़ाने की मांग की है.