Gurugram City Bus: साइबर सिटी गुरुग्राम (Gurugram) में सफर करने वाले लोगों के लिए एक बड़ी और राहत भरी खबर सामने आई है। गुरुग्राम मेट्रो सिटी बस लिमिटेड (GMCBL) ने अपने संचालन के पांच साल पूरे होने पर यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए एक बड़ा निर्णय लिया है। अब सिटी बसों में महिलाओं, दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए कुल 8 सीटें आरक्षित की गई हैं। पहले इन बसों में कोई भी सीट आरक्षित नहीं थी, जिससे खासकर महिलाओं और बुजुर्गों को सफर में खासी दिक्कतों का सामना करना पड़ता था।
अब 36 सीटर बसों में यात्रियों को मिलेगी प्राथमिकता
गुरुग्राम की सड़कों पर दौड़ने वाली 36 सीटर सिटी बसों में अब चार सीटें महिलाओं के लिए, दो सीटें दिव्यांग यात्रियों के लिए और दो सीटें वरिष्ठ नागरिकों के लिए आरक्षित रहेंगी। गुरुग्राम मेट्रो सिटी बस लिमिटेड (GMCBL) के इस फैसले से अब शहर में बस से सफर करने वाले खास वर्गों को बहुत राहत मिलेगी।
सफर में लगातार मिल रही थी शिकायतें
GMCBL के पास बीते कुछ समय से लगातार यह शिकायतें आ रही थीं कि कई रूटों पर बसों में भीड़ ज्यादा होने की वजह से महिलाओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों को बैठने की जगह नहीं मिल रही थी। सबसे ज्यादा दिक्कत मानेसर से गुरुग्राम के बीच सफर करने वाले यात्रियों को होती थी। इस रूट पर खासकर पिक आवर्स में यात्रियों की भीड़ काफी बढ़ जाती है।
इन परिस्थितियों में महिलाओं और बुजुर्गों को बस में सफर के दौरान खड़े होकर लंबा रास्ता तय करना पड़ता था। अब सीटें आरक्षित होने से इन यात्रियों के लिए सफर पहले से कहीं ज्यादा आरामदायक और सुरक्षित हो जाएगा।
CEO विश्वजीत चौधरी ने खुद किया था बसों का निरीक्षण
GMCBL के नवनियुक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी (CEO) विश्वजीत चौधरी ने खुद इस समस्या को गंभीरता से लिया और सिटी बसों का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान उन्होंने देखा कि महिलाओं और बुजुर्गों को खड़े होकर सफर करना पड़ रहा है और दिव्यांगजनों को भी कई बार सीट न मिलने पर परेशानी हो रही है।
यात्रियों की समस्या को देखते हुए CEO ने तत्काल प्रभाव से आदेश जारी किए कि सभी सिटी बसों में अब 8 सीटें इन यात्रियों के लिए आरक्षित कर दी जाएंगी। आदेश के तहत इन सीटों पर चिन्ह भी लगाए जाएंगे ताकि सामान्य यात्री भी इसका पालन करें।
शहर में 23 रूटों पर चल रही हैं GMCBL की बसें
गुरुग्राम में फिलहाल GMCBL द्वारा 23 रूटों पर कुल 150 बसों का संचालन किया जा रहा है। ये बसें शहर के प्रमुख इलाकों जैसे मानेसर, सेक्टर 10, सेक्टर 56, सुभाष चौक, हुडा सिटी सेंटर, राजीव चौक, गोल्फ कोर्स रोड, सोहना रोड, वजीरपुर और अन्य स्थानों को जोड़ती हैं।
अभी तक इन बसों में कोई भी सीट आरक्षित नहीं थी, जिससे यात्रियों में असंतोष भी बढ़ रहा था। लेकिन अब नए आदेश से महिलाओं, दिव्यांगजनों और वरिष्ठ नागरिकों को प्राथमिकता मिलेगी और उनका सफर ज्यादा सुगम हो सकेगा।
महिलाओं और बुजुर्गों को मिलेगी राहत
महिलाओं और बुजुर्ग यात्रियों ने GMCBL के इस फैसले का स्वागत किया है। कई महिला यात्रियों का कहना है कि भीड़भाड़ वाले समय में खड़े होकर सफर करना न सिर्फ थकाऊ था बल्कि असुरक्षित भी महसूस होता था। वहीं बुजुर्गों का कहना है कि लंबी दूरी तय करने में उन्हें कई बार स्वास्थ्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ता था।
अब सीटें आरक्षित होने से वे भी आराम से सफर कर पाएंगे। खासकर महिला यात्रियों को भीड़ के बीच खड़े होकर सफर करने की मजबूरी नहीं रहेगी।
दिव्यांगजनों के लिए सुविधाएं होंगी बेहतर
दिव्यांगजनों के लिए भी यह फैसला काफी राहत देने वाला है। अब सिटी बसों में उनकी सुविधा के लिए अलग से दो सीटें आरक्षित होंगी। इसके अलावा GMCBL आने वाले समय में बसों में रैंप और दिव्यांगजनों के लिए अन्य सहूलियतें बढ़ाने पर भी विचार कर रही है ताकि वे बिना किसी परेशानी के सफर कर सकें।
यात्रियों के लिए लागू होंगे सख्त नियम
GMCBL के अधिकारियों ने साफ कर दिया है कि जो यात्री आरक्षित सीटों पर बिना पात्रता के बैठते पाए जाएंगे, उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इसके लिए बस कंडक्टरों और ड्राइवरों को भी निर्देश दिए गए हैं कि वे आरक्षित सीटों पर केवल उन्हीं यात्रियों को बैठने दें जो इसके पात्र हैं।
इसके अलावा यात्रियों के लिए बसों में सीटों पर स्पष्ट संकेत लगाए जाएंगे, जिससे वे आसानी से पहचान सकें कि कौन सी सीटें महिलाओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों के लिए आरक्षित हैं।
यात्री सुविधाओं में लगातार सुधार की दिशा में काम
GMCBL की ओर से बीते कुछ समय से यात्रियों की सुविधाओं में लगातार सुधार किया जा रहा है। हाल ही में बसों में डिजिटल टिकटिंग मशीनें लगाई गई थीं ताकि यात्रियों को पेपरलेस टिकटिंग का फायदा मिल सके। इसके अलावा कुछ रूटों पर नई इलेक्ट्रिक बसें भी चलाई गई हैं ताकि शहर में प्रदूषण को भी कम किया जा सके।
सीट आरक्षण की यह नई सुविधा GMCBL के सेवा सुधार अभियान का ही हिस्सा है, जिसका मकसद ज्यादा से ज्यादा यात्रियों को आरामदायक और सुरक्षित सफर उपलब्ध कराना है।
गुरुग्राम में पब्लिक परिवहन को मिलेगा बढ़ावा
विशेषज्ञों का मानना है कि इस तरह के कदमों से गुरुग्राम में पब्लिक परिवहन (Public Transport) को बढ़ावा मिलेगा। शहर में बड़ी संख्या में पर्सनल वाहन होने से सड़कों पर ट्रैफिक और प्रदूषण दोनों ही बढ़ रहे हैं। ऐसे में अगर बस सेवा को और सुविधाजनक और भरोसेमंद बनाया जाए तो लोग पर्सनल वाहनों की जगह सार्वजनिक बसों का इस्तेमाल ज्यादा करेंगे।
महिलाओं और बुजुर्गों के लिए आरक्षित सीटों की यह व्यवस्था भी यात्रियों को पब्लिक बस सेवा की ओर आकर्षित कर सकती है।