Smart Meter: बिजली कंपनी ने हाल ही में एक बड़ी राहत भरी खबर शेयर की है। उन्होंने बताया कि अगर प्रीपेड स्मार्ट बिजली मीटर का बैलेंस खत्म हो जाए, तो भी उपभोक्ताओं को सात दिनों तक बिजली की आपूर्ति बंद नहीं की जाएगी। यह निर्णय उपभोक्ताओं को सुविधा प्रदान करने और उन्हें ठगी से बचाने के लिए लिया गया है। बिजली कंपनी ने लोगों से अपील की है कि वे साइबर ठगों के झांसे में न आएं और केवल अधिकृत माध्यमों से ही मीटर रिचार्ज करें।
साइबर ठगी के नए तरीके
बिहार में बिजली उपभोक्ताओं को ठगने के लिए साइबर अपराधी लगातार नए-नए तरीके अपना रहे हैं। हाल के दिनों में ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जहां उपभोक्ताओं को बिजली बिल भुगतान, मीटर रिचार्ज, बिल बकाया माफ करने या कनेक्शन काटने की धमकी देकर ठगा जा रहा है। साइबर ठग उपभोक्ताओं को व्हाट्सएप, एसएमएस और कॉल के जरिए नकली लिंक भेजकर उन्हें जल्दबाजी में भुगतान करने के लिए मजबूर करते हैं।
कई मामलों में उपभोक्ताओं को यह कहा जाता है कि उनका मीटर रिचार्ज करना जरूरी है, वरना बिजली आपूर्ति बंद हो जाएगी। कुछ मामलों में ठग यह भी कहते हैं कि सरकार की नई योजना के तहत उनका बकाया बिल माफ हो सकता है, लेकिन इसके लिए तुरंत लिंक पर क्लिक करना होगा। इस तरह की धोखाधड़ी में उपभोक्ता अनजान लिंक पर क्लिक कर देते हैं और अपनी बैंकिंग और पर्सनल जानकारी शेयर कर देते हैं, जिससे ठग उनके खाते से पैसे उड़ा लेते हैं।
बिजली कंपनी की सलाह
बिजली कंपनी ने सभी उपभोक्ताओं से अपील की है कि वे केवल बिजली कंपनी की ऑफिसियल वेबसाइट (nbpdcl.co.in / sbpdcl.co.in), सुविधा ऐप, विद्युत कार्यालय काउंटर या वसुधा केंद्र के माध्यम से ही बिजली बिल का भुगतान/रिचार्ज करें। बिल वसूली के लिए ग्रामीण इलाकों में डोर-टू-डोर कलेक्शन की सुविधा भी दी जा रही है। साथ ही, साप्ताहिक बिल संग्रह शिविर आयोजित किए जा रहे हैं।
बिजली कंपनी ने यह भी साफ़ किया है कि उपभोक्ताओं को किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक नहीं करना चाहिए और न ही किसी को ओटीपी, बैंक डिटेल्स या यूपीआई पिन साझा करना चाहिए। यदि कोई व्यक्ति खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर मीटर रिचार्ज, बकाया बिल माफी या किसी अन्य योजना के तहत लिंक पर क्लिक करने के लिए कहे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और बिजली विभाग के पोर्टल से नंबर की जांच करें एवं साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1930 पर इसकी शिकायत करें।
ऊर्जा सचिव की चेतावनी
ऊर्जा विभाग के सचिव पंकज कुमार पाल ने बिजली उपभोक्ताओं को सावधान रहने की सलाह दी है। उन्होंने कहा कि साइबर ठग बिजली बिल जमा करने, मीटर अपडेट करने और बिल माफी के नाम पर लोगों को गुमराह कर रहे हैं। उन्होंने उपभोक्ताओं से आग्रह किया कि वे केवल अधिकृत प्लेटफॉर्म के माध्यम से ही बिजली सेवाओं का उपयोग करें एवं बिल का भुगतान करें।
पाल ने यह भी कहा कि अगर किसी उपभोक्ता को कोई फ्रॉड कॉल या मैसेज मिलता है, तो उसे तुरंत बिजली विभाग के पोर्टल पर जांच करनी चाहिए और साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज करानी चाहिए। उन्होंने यह भी बताया कि सुविधा एप को जल्द ही ओटीपी से जोड़ा जाएगा ताकि कोई बाहरी व्यक्ति उपभोक्ता संख्या या अन्य जानकारी हासिल न कर सके।
सुविधा एप का नया अपडेट
बिजली कंपनी ने सुविधा एप को और सुरक्षित बनाने के लिए एक नया अपडेट लाने की घोषणा की है। इस अपडेट के बाद उपभोक्ताओं को एप में लॉगिन करने के लिए वन टाइम पासवर्ड (ओटीपी) का उपयोग करना होगा। यह कदम उपभोक्ताओं की जानकारी को सुरक्षित रखने और साइबर ठगी को रोकने के लिए उठाया गया है।
ओटीपी सिस्टम के जरिए उपभोक्ताओं की पहचान की जाएगी और कोई भी बाहरी व्यक्ति उनके खाते तक पहुंच नहीं पाएगा। इससे उपभोक्ताओं को ज्यादा सुरक्षा मिलेगी और वे निश्चिंत होकर बिजली बिल का भुगतान कर सकेंगे।
बिजली उपभोक्ताओं के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
- केवल अधिकृत प्लेटफॉर्म का उपयोग करें: बिजली बिल का भुगतान या मीटर रिचार्ज करने के लिए केवल बिजली कंपनी की अधिकृत वेबसाइट, सुविधा ऐप, विद्युत कार्यालय काउंटर या वसुधा केंद्र का उपयोग करें।
- अंजान लिंक पर क्लिक न करें: किसी भी अंजान लिंक पर क्लिक न करें और न ही किसी को अपनी बैंकिंग जानकारी साझा करें।
- संदिग्ध कॉल या मैसेज की जांच करें: अगर कोई व्यक्ति खुद को बिजली विभाग का अधिकारी बताकर किसी योजना के तहत लिंक पर क्लिक करने के लिए कहे, तो तुरंत सतर्क हो जाएं और बिजली विभाग के पोर्टल से नंबर की जांच करें।
- साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन का उपयोग करें: किसी भी तरह की साइबर ठगी की शिकायत करने के लिए साइबर सुरक्षा हेल्पलाइन नंबर 1930 पर संपर्क करें।