Ration Card Colour: भारत सरकार ने गरीबी उन्मूलन और आम जनता की सहायता के लिए कई योजनाएं चलाई हैं। इनमें से सबसे महत्वपूर्ण योजनाओं में से एक है “नेशनल फूड सिक्योरिटी एक्ट” जिसके तहत देश के करोड़ों लोगों को सस्ता या मुफ्त राशन दिया जाता है।
इस योजना का लाभ लेने के लिए राशन कार्ड होना अनिवार्य है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि राशन कार्ड भी अलग-अलग रंगों में जारी किए जाते हैं और हर रंग के राशन कार्ड के अलग-अलग फायदे होते हैं?
आइए, जानते हैं कि भारत में किस रंग का राशन कार्ड किसे दिया जाता है और उससे कौन-कौन से लाभ मिलते हैं।
राशन कार्ड के रंग
भारत सरकार विभिन्न वर्गों के लोगों को उनकी आर्थिक स्थिति के आधार पर राशन कार्ड देती है। राशन कार्ड एक प्रकार का सरकारी दस्तावेज है, जो न सिर्फ सस्ते राशन के लिए जरूरी होता है बल्कि कई सरकारी योजनाओं में भी इसकी अहम भूमिका होती है।
भारत में मुख्य रूप से चार रंगों के राशन कार्ड जारी किए जाते हैं:
गुलाबी या लाल राशन कार्ड
गुलाबी या लाल रंग का राशन कार्ड उन परिवारों को जारी किया जाता है जो गरीबी रेखा से ऊपर (APL – Above Poverty Line) आते हैं।
इस कार्ड के मुख्य लाभ:
- इस कार्ड के धारक सरकारी उचित मूल्य की दुकानों से सामान्य दर पर गेहूं, चावल, चीनी और मिट्टी का तेल खरीद सकते हैं।
- उज्ज्वला योजना और प्रधानमंत्री आवास योजना जैसी योजनाओं का लाभ उठा सकते हैं।
- कई राज्यों में इस कार्ड के माध्यम से कुछ सब्सिडी भी दी जाती है।
यह कार्ड यह भी दर्शाता है कि व्यक्ति गरीब नहीं है, लेकिन सरकार द्वारा दी जा रही कुछ योजनाओं में वह पात्र हो सकता है।
पीला राशन कार्ड
पीले रंग का राशन कार्ड उन परिवारों को दिया जाता है जो गरीबी रेखा से नीचे (BPL – Below Poverty Line) आते हैं।
इस कार्ड से मिलने वाले लाभ:
- गेहूं, चावल, दाल, चीनी और मिट्टी का तेल सामान्य दर से भी कम कीमत पर मिलता है।
- सरकारी योजनाओं जैसे प्रधानमंत्री आवास योजना, उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत योजना आदि में इस कार्ड को प्राथमिकता दी जाती है।
- राशन के अलावा, स्वास्थ्य, शिक्षा और पेंशन जैसी अन्य सरकारी योजनाओं में भी खास लाभ मिलता है।
पीला राशन कार्ड देश के गरीब तबके के लिए सामाजिक सुरक्षा का एक महत्वपूर्ण साधन है।
सफेद राशन कार्ड
सफेद राशन कार्ड उन परिवारों को जारी किया जाता है जो आर्थिक रूप से मजबूत और सक्षम होते हैं और जिन्हें सस्ती दरों पर अनाज या अन्य खाद्य सामग्री की जरूरत नहीं होती।
इस कार्ड से जुड़े लाभ:
- यह कार्ड आमतौर पर पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ के रूप में उपयोग किया जाता है।
- हालांकि, कुछ राज्यों में सफेद राशन कार्ड धारक भी कुछ योजनाओं जैसे LPG सब्सिडी, वोटर आईडी बनाने, पासपोर्ट आदि में इसका उपयोग कर सकते हैं।
- यह कार्ड दिखाता है कि धारक को सस्ते राशन की जरूरत नहीं है और वह बाजार मूल्य पर अनाज खरीद सकता है।
नीला या नारंगी राशन कार्ड
नीला या नारंगी राशन कार्ड उन परिवारों को दिया जाता है जो गरीबी रेखा से ऊपर तो हैं लेकिन उनकी आर्थिक स्थिति मजबूत नहीं है।
इसके लाभ:
- गेहूं, चावल और मिट्टी का तेल जैसी वस्तुएं सामान्य से कम कीमत पर मिलती हैं।
- कई राज्यों में इस कार्ड पर बिजली, पानी और गैस कनेक्शन में भी छूट मिलती है।
- उज्ज्वला योजना और अन्य कुछ सामाजिक कल्याण योजनाओं में भी इस कार्ड धारकों को प्राथमिकता दी जाती है।
इस कार्ड को राज्य सरकारें गरीब लेकिन BPL सूची में न आने वाले परिवारों को देती हैं ताकि वे भी सरकारी लाभ ले सकें।
राशन कार्ड के अन्य फायदे
राशन कार्ड सिर्फ सस्ता राशन दिलाने का माध्यम ही नहीं है बल्कि कई और सरकारी कामों में भी इसकी जरूरत पड़ती है।
- पहचान पत्र और एड्रेस प्रूफ के रूप में राशन कार्ड का उपयोग।
- स्कूलों में बच्चों के दाखिले में।
- बैंक अकाउंट खोलने में।
- गैस कनेक्शन के लिए।
- वोटर आईडी, आधार कार्ड और पासपोर्ट बनवाने में।
राशन कार्ड बनवाने के लिए जरूरी दस्तावेज
यदि आप भी राशन कार्ड बनवाना चाहते हैं तो इसके लिए आपको कुछ जरूरी दस्तावेजों की जरूरत होगी:
- आधार कार्ड
- निवास प्रमाण पत्र
- आय प्रमाण पत्र (BPL कार्ड के लिए)
- पासपोर्ट साइज फोटो
- बैंक पासबुक की कॉपी