Amul Milk Price: भारत की अग्रणी दूध उत्पादक कंपनी अमूल ने अपने उपभोक्ताओं को बड़ी राहत दी है। 24 जनवरी को कंपनी ने घोषणा की कि 26 जनवरी से अमूल गोल्ड, अमूल ताजा और अमूल टी-स्पेशल के 1 लीटर पैक की कीमत में 1 रुपये की कटौती की जाएगी। इस फैसले से आम जनता को फायदा होगा, खासकर उन परिवारों को जो रोजाना अमूल दूध का उपयोग करते हैं।
गुजरात सहकारी दुग्ध विपणन महासंघ (GCMMF) के प्रबंध निदेशक जयेन मेहता ने कहा कि यह निर्णय उपभोक्ताओं को राहत देने के लिए लिया गया है। अमूल की यह पहल ऐसे समय आई है जब देश में महंगाई दर बढ़ रही है, जिससे डेली यूज की वस्तुओं की कीमतों में इजाफा हो रहा है।
दूध की कीमत में कटौती
- घरेलू बजट में राहत – दूध हर घर की जरूरत है, ऐसे में कीमत में 1 रुपये की कमी से लाखों परिवारों के मासिक बजट पर पॉजिटिव असर पड़ेगा।
- खाद्य उत्पादों की कीमतों पर असर – डेयरी उत्पादों का उपयोग चाय, कॉफी, मिठाइयों, और अन्य व्यंजनों में होता है। दूध सस्ता होने से इन उत्पादों की कीमतों पर भी असर पड़ सकता है।
- उपभोक्ताओं में बढ़ोतरी – कीमतों में कटौती से ग्राहकों का अमूल पर भरोसा और मजबूत होगा, जिससे कंपनी की ब्रांड वैल्यू बढ़ेगी।
जून 2024 में बढ़े थे दूध के दाम
अमूल ने इससे पहले 3 जून 2024 को दूध की कीमतों में 2 रुपये प्रति लीटर की बढ़ोतरी की थी। उस समय कंपनी ने उत्पादन लागत और संचालन खर्च बढ़ने को कारण बताया था। किसानों से दूध खरीदने, प्रोसेसिंग और वितरण लागत में बढ़ोतरी होने से यह फैसला लिया गया था।
अब जब कंपनी ने कीमतों में कटौती की है, तो यह संकेत देता है कि या तो दूध उत्पादन लागत में कमी आई है या फिर अमूल ग्राहकों को राहत देने के लिए मुनाफे का एक हिस्सा कम कर रहा है।
क्या सांची दूध भी अपने दाम घटाएगा?
अमूल के दाम घटाने के बाद अब सवाल उठ रहा है कि क्या सांची दूध भी अपने दामों में कटौती करेगा?
- जून 2024 में जब अमूल ने कीमतें बढ़ाई थीं, तब सांची ने भी दूध के दाम 2 रुपये बढ़ा दिए थे।
- सांची ने 17 जुलाई 2024 को दूध के दाम बढ़ाने का फैसला लिया था, जिससे उपभोक्ताओं को ज्यादा कीमत चुकानी पड़ रही थी।
- अगर सांची भी अमूल के नक्शेकदम पर चलता है, तो मध्य प्रदेश के ग्राहकों को भी राहत मिल सकती है।
अमूल दूध की खपत सबसे ज्यादा कहां होती है?
मध्य प्रदेश में अमूल दूध की खपत काफी ज्यादा है। राज्य में अमूल दूध की सबसे अधिक मांग इंदौर में है।
2024 के आंकड़ों के अनुसार:
- इंदौर में प्रतिदिन 3 लाख लीटर अमूल दूध बिकता है।
- त्योहारों के दौरान यह मांग कई गुना बढ़ जाती है।
- भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में प्रतिदिन 50,000 से 80,000 लीटर अमूल दूध की बिक्री होती है।
- भोपाल में पैकेट बंद दूध की तुलना में खुला दूध ज्यादा बिकता है।
अमूल का यह फैसला बाजार पर क्या असर डालेगा?
1. अन्य डेयरी कंपनियों पर दबाव बढ़ेगा
अमूल द्वारा दूध की कीमतों में कमी करने के बाद अन्य डेयरी कंपनियों पर भी कीमतें घटाने का दबाव बढ़ सकता है।
2. खुदरा बाजार में प्रतिस्पर्धा होगी तेज
कम कीमत पर दूध मिलने से बाजार में प्रतिस्पर्धा बढ़ेगी, जिससे अन्य ब्रांड्स को भी कीमतें घटानी पड़ सकती हैं।
3. किसानों और डेयरी उद्योग पर असर
यदि उत्पादन लागत कम नहीं हुई है, तो कम कीमत से किसानों और दूध उत्पादकों को नुकसान हो सकता है। हालांकि, अगर लागत में कटौती हुई है, तो यह डेयरी उद्योग के लिए भी सकारात्मक साबित होगा।