Haryana Four lane highway: हरियाणा सरकार प्रदेश में सड़क परिवहन को उन्नत बनाने के लिए कई बड़े कदम उठा रही है। इसी दिशा में डबवाली से पानीपत तक लगभग 300 किलोमीटर लंबे फोरलेन हाईवे के निर्माण की योजना बनाई गई है। यह हाईवे प्रदेश में यातायात की सुविधाओं को बेहतर बनाएगा और किसानों, व्यापारियों व आम नागरिकों को लाभ प्रदान करेगा।
केंद्र सरकार ने दी हाईवे परियोजना को मंजूरी
इस महत्वपूर्ण परियोजना को केंद्र सरकार की मंजूरी मिल चुकी है। सरकार ने इस हाईवे की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (DPR) तैयार करने के लिए 80 लाख रुपये की स्वीकृति दी है। यह हाईवे प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों को आपस में जोड़ने का कार्य करेगा। इसके अलावा, इस परियोजना के अंतर्गत 7 नेशनल हाईवे को जोड़ा जाएगा, जिससे भारी वाहनों का दबाव कम होगा और यातायात में सुधार आएगा।
किसानों को मिलेगा मुआवजा
हाईवे निर्माण के लिए किसानों की भूमि का अधिग्रहण किया जाएगा। सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि प्रभावित किसानों को उचित मुआवजा प्रदान किया जाएगा। यह कदम किसानों के हित में उठाया गया है, जिससे वे अपने भविष्य को सुरक्षित महसूस कर सकें।
व्यापार और उद्योगों को मिलेगा बढ़ावा
डबवाली-पानीपत फोरलेन हाईवे के बनने से प्रदेश के व्यापार और उद्योगों को भी काफी फायदा होगा। यह हाईवे प्रदेश के 14 प्रमुख कस्बों को जोड़ेगा, जिससे बिजनस ऐक्टिविटी में तेजी आएगी। पानीपत के उद्योगपतियों को सिरसा से कपास लाने के लिए एक आसान और सुगम रास्ता मिलेगा, जिससे वस्त्र उद्योग को बड़ा फायदा होगा।
किन इलाकों से गुजरेगा यह हाईवे?
यह Four lane highway हरियाणा के कई महत्वपूर्ण इलाकों से होकर गुजरेगा, जिससे इन क्षेत्रों की आर्थिक और सामाजिक स्थिति में सुधार आएगा। प्रमुख इलाके ये हैं:
- डबवाली
- कालावाली
- रोडी
- सरदुलगढ़
- हांसपुर
- रतिया
- भूना
- सनियाणा
- उकलाना
- लीतानी
- उचाना
- नगुरां
- असंध
- सफीदों से पानीपत
भारी वाहनों का दबाव होगा कम
यह हाईवे सीधे 7 नेशनल हाईवे से जुड़ेगा, जिससे भारी वाहनों का दबाव मौजूदा सड़कों पर कम होगा। इससे ट्रैफिक जाम की समस्या से राहत मिलेगी और परिवहन व्यवस्था सुचारू होगी।
रोजगार के नए अवसर होंगे सृजित
इस हाईवे के निर्माण से हजारों लोगों को रोजगार मिलेगा। सड़क निर्माण कार्य में लोकल मजदूरों को भी रोजगार के अवसर प्रदान किए जाएंगे। इसके अलावा, इस हाईवे के संचालन से स्थानीय व्यवसायों को भी फायदा मिलेगा, जिससे आर्थिक गतिविधियों को बढ़ावा मिलेगा।
पर्यावरण संरक्षण को मिलेगा बढ़ावा
सरकार ने इस परियोजना के तहत पर्यावरण संरक्षण को भी प्राथमिकता दी है। हाईवे निर्माण के दौरान पेड़ों की कटाई को कंट्रोल करने के लिए वृक्षारोपण अभियान चलाया जाएगा। साथ ही, सौर ऊर्जा आधारित लाइटिंग सिस्टम और जल निकासी की आधुनिक व्यवस्था भी इस हाईवे पर स्थापित की जाएगी।