Four Lane Road: हरियाणा के फरीदाबाद जिले के तिगांव विधानसभा क्षेत्र में एक नई चार लेन सड़क का निर्माण किया जाएगा. मुख्यमंत्री नायब सैनी ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना को मंजूरी प्रदान कर दी है. यह सड़क आगरा नहर सेक्टर 8 से गांव घरोरा तक बनाई जाएगी और इसके लिए एमआईटीसी मुख्य चैनल के आरओडब्ल्यू (राइट ऑफ वे) का उपयोग किया जाएगा.
परियोजना का उद्देश्य और मांग
इस सड़क के निर्माण की मांग लंबे समय से भारत सरकार के राज्य मंत्री कृष्ण पाल गुर्जर, हरियाणा के मंत्री राजेश नागर, विधायक मूलचंद शर्मा और स्थानीय ग्रामीणों द्वारा की जा रही थी. इस परियोजना पर लगभग 81 करोड़ रुपये का खर्च आएगा. सड़क का उद्देश्य फरीदाबाद और आसपास के गांवों के यातायात को सुगम बनाना है.
एमआईटीसी चैनल का उपयोग और इतिहास
प्रस्तावित सड़क एमआईटीसी (हरियाणा स्टेट माइनिंग एंड इंडस्ट्रियल ट्रेडिंग कॉरपोरेशन) चैनल नंबर 1 की खाली भूमि पर बनेगी. यह चैनल पहले औद्योगिक उपयोग के लिए बनाया गया था. लेकिन भारी नुकसान के कारण इसे 2002 में बंद कर दिया गया. इसके बाद से यह भूमि खाली पड़ी है और कुछ हिस्सों पर स्थानीय लोगों द्वारा अतिक्रमण भी किया गया है.
मंझावली पुल और बढ़ता यातायात दबाव
मंझावली में यमुना नदी पर बने पुल का निर्माण हाल ही में पूरा हुआ है. इसके परिणामस्वरूप फरीदाबाद-मंझावली रोड पर यातायात का दबाव तेजी से बढ़ा है. यह सड़क कई गांवों से होकर गुजरती है. जिससे जाम की स्थिति पैदा हो रही है. इस समस्या को हल करने के लिए प्रस्तावित सड़क का निर्माण किया जाएगा. जो फरीदाबाद को मंझावली और नोएडा से गांव घरोरा के माध्यम से जोड़ेगी.
बाईपास के रूप में काम करेगी नई सड़क
नई चार लेन सड़क कई गांवों जैसे मिर्जापुर, नीमका, तिगांव, भैंसरावली, रायपुर कलां और घरोरा के लिए बाईपास के रूप में काम करेगी. इससे इन गांवों को मौजूदा सड़क नेटवर्क के माध्यम से बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी. यह सड़क क्षेत्र के विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी.
डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर से जुड़ेगी सड़क
प्रस्तावित सड़क डेडिकेटेड फ्रेट कॉरिडोर (डीएफसी) से भी जुड़ेगी. फिलहाल डीएफसी में 2 मीटर और 3 मीटर चौड़ाई के वीयूपी (वर्टिकल अंडर पास) हैं. लेकिन चार लेन सड़क के लिए प्रत्येक 9 मीटर चौड़ाई के न्यूनतम 2 वीयूपी की आवश्यकता होगी. इसके लिए सिंचाई और जल संसाधन विभाग से भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया जल्द शुरू होगी.
भूमि हस्तांतरण की प्रक्रिया
30 हेक्टेयर भूमि, जो सिंचाई और जल संसाधन विभाग के अधीन है. उस भूमि को पीडब्ल्यूडी (बीएंडआर) विभाग को हस्तांतरित किया जाएगा. यह हस्तांतरण हरियाणा सरकार की 2021 की मौजूदा नीति के तहत होगा. इसके बाद ही सड़क निर्माण कार्य आगे बढ़ाया जा सकेगा.
यातायात और क्षेत्रीय विकास में आएगा सुधार
इस चार लेन सड़क के निर्माण से न केवल फरीदाबाद बल्कि आसपास के गांवों और क्षेत्रों में भी यातायात और परिवहन में सुधार होगा. यह सड़क स्थानीय लोगों के लिए एक बेहतर विकल्प बनेगी और क्षेत्रीय विकास को गति देगी. इसके अलावा औद्योगिक और व्यावसायिक गतिविधियों में भी तेजी आएगी.
परियोजना का महत्व
- यातायात सुगमता: इस सड़क से यातायात जाम की समस्या का समाधान होगा.
- गांवों को बेहतर कनेक्टिविटी: आसपास के गांवों को शहरों और औद्योगिक क्षेत्रों से जोड़ने में मदद मिलेगी.
- आर्थिक विकास: बेहतर कनेक्टिविटी से व्यापार और रोजगार के अवसर बढ़ेंगे.
- अतिक्रमण रोकने का उपाय: एमआईटीसी की खाली भूमि का सही उपयोग सुनिश्चित होगा.