Gautam Adani: उद्योगपति गौतम अडाणी के छोटे बेटे जीत अडाणी की शादी से पहले अडाणी परिवार ने एक सराहनीय सामाजिक पहल ‘मंगल सेवा’ की घोषणा की है। इस पहल के तहत हर साल 500 विकलांग नवविवाहित महिलाओं को 10-10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता प्रदान की जाएगी। यह पहल उन महिलाओं के जीवन को आर्थिक और सामाजिक रूप से मजबूत बनाने का प्रयास है, जो किसी भी प्रकार की दिव्यांगता से प्रभावित हैं।
जीत अडाणी ने दिव्यांग नवविवाहित महिलाओं से की मुलाकात
अपनी शादी से दो दिन पहले, जीत अडाणी ने 21 नवविवाहित दिव्यांग महिलाओं और उनके पतियों से मुलाकात कर ‘मंगल सेवा’ पहल की शुरुआत की। इस कार्यक्रम का उद्देश्य दिव्यांग महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उन्हें समाज में बराबरी का दर्जा दिलाने में सहायता करना है। जीत अडाणी 7 फरवरी, 2025 को अहमदाबाद में दिवा शाह के साथ विवाह करने जा रहे हैं।
गौतम अडाणी का सेवा और सामाजिक उत्थान पर जोर
Gautam Adani ने इस पहल की घोषणा सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (ट्विटर) पर करते हुए कहा, “सेवा ही ध्यान है, सेवा ही प्रार्थना है और सेवा ही ईश्वर है। ‘मंगल सेवा’ के माध्यम से कई विकलांग बेटियों और उनके परिवारों का जीवन सम्मान और खुशी से ऊपर उठेगा।” उन्होंने अपने बेटे जीत अडाणी और उनकी होने वाली पत्नी दिवा शाह को इस सामाजिक पहल को आगे बढ़ाने का आशीर्वाद भी दिया।
अडाणी परिवार की सामाजिक जिम्मेदारी
अडाणी परिवार हमेशा से समाजसेवा और सामाजिक उत्थान के कार्यों में अग्रणी रहा है। जीत अडाणी वर्तमान में अडाणी एयरपोर्ट होल्डिंग्स के डायरेक्टर हैं, जो भारत की सबसे बड़ी हवाई अड्डा बुनियादी ढांचा कंपनी है। इसके अलावा, वह अडाणी ग्रुप के रक्षा, पेट्रोकेमिकल्स और तांबे के व्यवसाय की भी देखरेख करते हैं।
प्रीति अडाणी से मिली प्रेरणा
जीत अडाणी की मां, प्रीति अदाणी, परोपकारी कार्यों में एक प्रमुख हस्ती हैं। उन्होंने अडाणी फाउंडेशन को एक प्रभावी सामाजिक संस्था के रूप में विकसित किया है, जो विभिन्न क्षेत्रों में सामाजिक सुधार और कल्याण के कार्य करती है। उनकी प्रेरणा से जीत अडाणी विशेष रूप से दिव्यांग व्यक्तियों की सहायता और उनके सशक्तिकरण पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं।
‘मंगल सेवा’ पहल का महत्व और उद्देश्य
‘मंगल सेवा’ पहल का उद्देश्य दिव्यांग महिलाओं को आर्थिक रूप से सक्षम बनाना और उन्हें आत्मनिर्भरता की दिशा में आगे बढ़ाना है। इस पहल के तहत हर साल 500 विकलांग महिलाओं को आर्थिक सहायता प्रदान की जाएगी, जिससे वे अपने जीवन को बेहतर बना सकें और समाज में सम्मानपूर्वक जीवन जी सकें।
1. दिव्यांग महिलाओं के सशक्तिकरण की दिशा में कदम
दिव्यांग महिलाओं को समाज में कई चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, जिनमें रोजगार, शिक्षा और आर्थिक सुरक्षा प्रमुख हैं। ‘मंगल सेवा’ पहल के तहत दी जाने वाली वित्तीय सहायता उन्हें आत्मनिर्भर बनाने में सहायक होगी।
2. आर्थिक स्वतंत्रता के लिए वित्तीय सहायता
इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक लाभार्थी को 10 लाख रुपये की वित्तीय सहायता दी जाएगी, जिससे वे अपने जीवन की जरूरतों को पूरा कर सकें और अपने बिजनस या शिक्षा को आगे बढ़ा सकें।
3. समाज को बढ़ावा
इस पहल का एक अन्य महत्वपूर्ण पहलू सामाजिक समावेशन है। दिव्यांग महिलाओं को मुख्यधारा में शामिल करने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने के लिए इस पहल को आगे बढ़ाया जा रहा है।
अडाणी परिवार की सामाजिक पहल और अन्य योजनाएं
अडाणी परिवार द्वारा पहले भी कई सामाजिक योजनाएं शुरू की गई हैं, जिनमें शिक्षा, स्वास्थ्य, महिला सशक्तिकरण और ग्रामीण विकास से जुड़ी परियोजनाएं शामिल हैं। अडाणी फाउंडेशन द्वारा किए गए कार्यों की चर्चा करते हुए, यह पहल भी उनके सामाजिक योगदान की एक और मिसाल है।