Agra Expressway: आगरा में यातायात को सुगम बनाने के लिए उत्तरी बाइपास का निर्माण तेजी से किया जा रहा है। यह बाइपास नेशनल हाईवे-19 पर रैपुरा जाट से मिडावली (हाथरस) तक छह लेन का होगा और यमुना एक्सप्रेसवे से जुड़ जाएगा। इस बाइपास के निर्माण से रुनकता और सिकंदरा तिराहे पर लगने वाले भारी जाम से राहत मिलेगी और अलीगढ़ तथा हाथरस जाने वाले वाहन चालकों का सफर आसान होगा।
इस नए बाइपास से राष्ट्रीय और अंतरराज्यीय यातायात को सुव्यवस्थित किया जाएगा, जिससे शहर के मुख्य मार्गों पर ट्रैफिक का दबाव कम होगा। अब तक, इस मार्ग पर रोजाना हजारों वाहन गुजरते हैं, जिससे घंटों तक जाम की स्थिति बनी रहती थी।
इस प्रोजेक्ट के पूरा होते ही वाहन चालकों को बेहतर और तेज़ रफ्तार वाला ऑप्शन मिलेगा। आगरा के लोगों को अब मुख्य शहर से होकर लंबा सफर नहीं करना पड़ेगा, बल्कि इस बाइपास के जरिए वह सीधे अपने गंतव्य तक पहुंच सकेंगे।
इनर रिंग रोड का तीसरा चरण जल्द होगा तैयार
आगरा में यातायात को व्यवस्थित करने और वाहनों के सुचारू संचालन के लिए इनर रिंग रोड का तीसरा चरण बनाया जा रहा है। इस परियोजना के तहत 31 मई तक यह निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा, जिससे लखनऊ से ग्वालियर की यात्रा करने वाले वाहनों को शहर में प्रवेश नहीं करना पड़ेगा।
यह आठ किलोमीटर लंबा मार्ग देवरी रोड पर बन रहा है और इसके तैयार होने से इस क्षेत्र में ट्रैफिक का दबाव काफी कम होगा। हालांकि, इस प्रोजेक्ट में किसानों के विरोध के चलते करीब दो महीने की देरी हो चुकी है। लेकिन अब प्रशासन की कोशिश है कि जल्द से जल्द इस प्रोजेक्ट को पूरा किया जाए।
इनर रिंग रोड के इस तीसरे चरण के पूरे होने के बाद, शहर के अंदर ट्रैफिक जाम की समस्या में कमी आएगी। इससे छोटे और बड़े वाहनों की आवाजाही तेज होगी, जिससे न सिर्फ ईंधन की बचत होगी, बल्कि लोगों का समय भी बचेगा।
मेट्रो ट्रैक का विस्तार
आगरा में मेट्रो सेवा का विस्तार भी तेजी से हो रहा है। खंदारी रैंप से बिजलीघर चौराहे तक 4.5 किलोमीटर लंबा अन्डरग्राउन्ड मेट्रो ट्रैक तैयार किया जा रहा है, जिसे 31 जुलाई से चालू किया जाएगा।
इस मेट्रो ट्रैक के शुरू होते ही टीडीआई मॉल से खंदारी तक का सफर सिर्फ 22 मिनट में पूरा हो जाएगा, जबकि पहले यह यात्रा 35 मिनट में होती थी। इससे दैनिक यात्रियों को बहुत राहत मिलेगी, क्योंकि वे कम समय में अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
मेट्रो के इस विस्तार के बाद ट्रेन की संख्या 15 कर दी जाएगी, जिससे हर 3 से 5 मिनट में मेट्रो सेवा उपलब्ध होगी। इससे शहर में मेट्रो का नेटवर्क और भी मजबूत होगा और ज्यादा से ज्यादा लोग इसका उपयोग कर सकेंगे।
खंदौली-अलीगढ़ एक्सप्रेसवे का निर्माण मार्च से शुरू
यातायात व्यवस्था को और बेहतर बनाने के लिए खंदौली से अलीगढ़ तक चार लेन का एक्सप्रेसवे बनाने की योजना बनाई गई है। इस परियोजना पर 3500 करोड़ रुपये की लागत आएगी और इसे दो साल के भीतर पूरा किया जाएगा।
यह एक्सप्रेसवे 23 हेक्टेयर भूमि पर बनेगा और इसके बन जाने से खंदौली से अलीगढ़ की यात्रा में लगने वाला समय एक घंटे तक कम हो जाएगा। इस प्रोजेक्ट से न सिर्फ स्थानीय निवासियों को फायदा मिलेगा, बल्कि बिजनस गतिविधियों में भी तेजी आएगी।
इन परियोजनाओं से आगरा को क्या फायदा होगा?
- यातायात का बोझ कम होगा: इन सभी परियोजनाओं के पूरा होने के बाद, शहर के मुख्य सड़कों पर जाम की समस्या से राहत मिलेगी।
- समय और ईंधन की बचत: नए एक्सप्रेसवे और बाइपास से यात्रियों को कम समय में मंजिल तक पहुंचने की सुविधा मिलेगी, जिससे ईंधन की भी बचत होगी।
- विकास को मिलेगा बढ़ावा: मेट्रो सेवा के विस्तार और नए सड़क मार्गों के निर्माण से व्यापार और पर्यटन क्षेत्र को भी फायदा होगा।
- पर्यावरण पर पॉजिटिव असर: ट्रैफिक कम होने से प्रदूषण में भी कमी आएगी, जिससे शहर का वातावरण स्वच्छ और स्वस्थ रहेगा।