Cow Subsidy Scheme: हरियाणा सरकार लगातार किसानों को ज़हर मुक्त प्राकृतिक खेती अपनाने के लिए मोटीवैट कर रही है। सरकार का उद्देश्य किसानों की आमदनी बढ़ाना और खेती में जोखिम को कम करना है। इसी को ध्यान में रखते हुए राज्य सरकार ने किसानों के लिए एक खास सब्सिडी योजना शुरू की है। इस योजना के तहत 2 से 5 एकड़ ज़मीन वाले किसानों को देशी गाय खरीदने पर सालाना 30,000 रुपये की सब्सिडी दी जा रही है। यह योजना जैविक खेती को बढ़ावा देने के लिए महत्वपूर्ण कदम है।
किसानों को पंजीकरण कराना होगा अनिवार्य
हरियाणा सरकार द्वारा दी जाने वाली इस सब्सिडी का लाभ उठाने के लिए किसानों को कुछ आवश्यक प्रक्रियाओं का पालन करना होगा। कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के अनुसार, इस योजना का लाभ केवल उन्हीं किसानों को मिलेगा, जिन्होंने अपनी फसल का रजिस्टर ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर किया होगा। इस पोर्टल पर पंजीकरण करने से सरकार को किसानों की सही जानकारी मिलेगी और योजना में पारदर्शिता बनी रहेगी।
सब्सिडी प्राप्त करने की प्रक्रिया
अगर किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं, तो उन्हें ये ये प्रक्रिया पूरी करनी होगी:
- नजदीकी कृषि या पशुपालन विभाग में आवेदन जमा करें।
- सरकार द्वारा खरीदी गई गायों का दौरा किया जाएगा।
- सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद सब्सिडी की राशि सीधे किसान के बैंक खाते में ट्रांसफर कर दी जाएगी।
यह प्रक्रिया सरकार द्वारा सुनिश्चित की गई है ताकि किसानों को किसी भी प्रकार की समस्या न हो और उन्हें आसानी से सब्सिडी मिल सके।
पारदर्शिता बनाए रखने के लिए सरकार के कदम
हरियाणा सरकार ने यह सुनिश्चित किया है कि इस योजना में कोई अनियमितता न हो। किसानों को सब्सिडी की राशि सीधे बैंक ट्रांसफर के माध्यम से प्रदान की जाएगी, जिससे उन्हें किसी बिचौलिए की आवश्यकता नहीं पड़ेगी। यह कदम किसानों के हित में उठाया गया है ताकि किसी प्रकार की भ्रष्टाचार की गुंजाइश न रहे।
योजना के लिए आवश्यक दस्तावेज
यदि कोई किसान इस योजना का लाभ उठाना चाहता है, तो उसे ये दस्तावेज प्रस्तुत करने होंगे:
- परिवार पहचान पत्र
- बैंक पासबुक की कॉपी
- ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर रेजिस्ट्रैशन की पुष्टि
- पंजीकृत मोबाइल नंबर
ये दस्तावेज़ इस योजना के तहत किसानों को सुगमता से सब्सिडी प्रदान करने के लिए अनिवार्य हैं।
किसानों को इस योजना से क्या फायदा मिलेगा?
हरियाणा सरकार की इस योजना से किसानों को कई लाभ मिलेंगे, जो ये हैं:
- 30,000 रुपये की वार्षिक सब्सिडी से किसान देसी गाय खरीद सकते हैं, जिससे जैविक खेती को बढ़ावा मिलेगा।
- प्राकृतिक खेती से फसल की गुणवत्ता में सुधार होगा।
- किसानों को बाजार में जैविक उत्पादों की अच्छी कीमत मिलेगी।
- सरकार की सीधी सब्सिडी योजना से किसी प्रकार की धोखाधड़ी नहीं होगी।
इस योजना से किसानों की आर्थिक स्थिति भी मजबूत होगी और उन्हें खेती में किसी प्रकार की समस्या नहीं होगी।
कैसे करें योजना के लिए आवेदन?
यदि कोई किसान इस योजना के लिए आवेदन करना चाहता है, तो उसे इन प्रक्रिया का पालन करना होगा:
- ‘मेरी फसल-मेरा ब्यौरा’ पोर्टल पर जाकर अपनी फसल का पंजीकरण कराएं।
- अपने नजदीकी कृषि कार्यालय में जाकर देसी गाय खरीदने की योजना के लिए आवेदन करें।
- आवश्यक दस्तावेज जमा करें और सत्यापन प्रक्रिया पूरी होने के बाद बैंक खाते में 30,000 रुपये की राशि प्राप्त करें।
जैविक खेती से किसानों को होगा बड़ा फायदा
हरियाणा सरकार की यह पहल न केवल किसानों की आर्थिक स्थिति को मजबूत करेगी, बल्कि जैविक खेती के प्रति जागरूकता भी बढ़ाएगी। आज के समय में रासायनिक खेती से मिट्टी की उर्वरता कम होती जा रही है और किसानों को उत्पादन लागत भी अधिक उठानी पड़ती है। ऐसे में जैविक खेती किसानों के लिए एक बेहतर ऑप्शन बन सकती है। देसी गाय से मिलने वाले गोबर और गौमूत्र का उपयोग जैविक खाद और कीटनाशक के रूप में किया जा सकता है, जिससे खेती में कम लागत आएगी और मुनाफा अधिक मिलेगा।