Haryana to Delhi Metro: दिल्ली और हरियाणा के बीच सफर करने वाले हजारों यात्रियों के लिए बड़ी खुशखबरी है। आने वाले कुछ वर्षों में दिल्ली और हरियाणा की दूरी और भी कम होने वाली है। हरियाणा और दिल्ली के बीच मेट्रो नेटवर्क को विस्तार देने के लिए एक बड़े प्रोजेक्ट को मंजूरी दी गई है। इस परियोजना के तहत साल 2028 तक कुल 21 नए मेट्रो स्टेशन तैयार किए जाएंगे, जिससे दिल्ली से हरियाणा और हरियाणा से दिल्ली आना-जाना पहले से कहीं ज्यादा आसान हो जाएगा।
सरकार ने इस महत्वाकांक्षी परियोजना पर करीब 6230 करोड़ रुपये खर्च करने का निर्णय लिया है। इसमें दिल्ली सरकार का बड़ा हिस्सा रहेगा और हरियाणा सरकार भी इसमें भागीदारी करेगी।
दिल्ली-हरियाणा मेट्रो नेटवर्क को मिलेगी मजबूती
दिल्ली मेट्रो के चौथे चरण के हिस्से के रूप में इस प्रोजेक्ट पर तेजी से काम शुरू कर दिया गया है। यह योजना खासतौर पर हरियाणा के सोनीपत जिले को दिल्ली मेट्रो नेटवर्क से जोड़ने के लिए तैयार की गई है।
अधिकारियों के अनुसार, इस मेट्रो कॉरिडोर के बन जाने से सोनीपत से दिल्ली तक का सफर बेहद आसान और सुविधाजनक हो जाएगा। फिलहाल हरियाणा के कई इलाकों में दिल्ली मेट्रो की सीधी पहुंच नहीं है, लेकिन इस परियोजना के बाद यह कमी दूर हो जाएगी।
6230 करोड़ रुपये का बजट तय
परियोजना की कुल लागत लगभग 6230 करोड़ रुपये निर्धारित की गई है। इसमें से 5,685.22 करोड़ रुपये दिल्ली सरकार और दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) खर्च करेंगे। वहीं, हरियाणा सरकार इस प्रोजेक्ट के लिए 545.77 करोड़ रुपये का योगदान देगी।
सरकार का दावा है कि इस परियोजना से दिल्ली और हरियाणा के लोगों को काफी राहत मिलेगी और आवागमन का समय भी कम होगा।
सोनीपत से नाथुपुर तक जुड़ेंगे नए स्टेशन
इस परियोजना के तहत सोनीपत से कुंडली और नाथुपुर तक कुल 21 नए मेट्रो स्टेशन बनाए जाएंगे। इससे सोनीपत के अलावा कुंडली और नाथुपुर जैसे इलाकों को भी मेट्रो नेटवर्क से जोड़ा जाएगा।
यह मेट्रो कॉरिडोर रिठाला से शुरू होकर नाथुपुर तक जाएगा। इससे सोनीपत और दिल्ली के बीच रेल कनेक्टिविटी काफी मजबूत हो जाएगी और दिल्ली मेट्रो के यात्रियों को सीधे हरियाणा के कई इलाकों तक मेट्रो की सुविधा मिलेगी।
परियोजना को लेकर तेज हुए काम
अधिकारियों ने जानकारी दी है कि इस प्रोजेक्ट के तहत भूमि अधिग्रहण और अन्य तकनीकी प्रक्रियाएं तेजी से पूरी की जा रही हैं। साथ ही सड़क निर्माण, बिजली के खंभों को हटाने और अतिक्रमण से जुड़ी समस्याओं को दूर करने के लिए भी काम जारी है।
अधिकारियों का कहना है कि इस परियोजना से न केवल आवागमन में सुधार होगा बल्कि हरियाणा के सोनीपत जैसे क्षेत्रों में आर्थिक और बुनियादी ढांचे के विकास को भी नई रफ्तार मिलेगी।
बैठक में तय हुई योजना की रूपरेखा
हाल ही में हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) के सलाहकार डीएस ढेसी की अध्यक्षता में एक महत्वपूर्ण बैठक हुई। बैठक में हरियाणा मास रैपिड ट्रांजिट कॉर्पोरेशन (HMRTC), दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) और जिला प्रशासन के अधिकारी मौजूद रहे।
बैठक में भूमि अधिग्रहण, सड़क कार्य और बिजली के खंभों को स्थानांतरित करने जैसे अहम मुद्दों पर चर्चा की गई। ढेसी ने अधिकारियों से कहा कि परियोजना को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए हर स्तर पर तेजी से काम करें ताकि तय टाइम लिमिट में प्रोजेक्ट को पूरा किया जा सके।
जानिए कहां बनेंगे ये 21 नए मेट्रो स्टेशन
इस परियोजना के अंतर्गत, मेट्रो कॉरिडोर की कुल लंबाई 26.5 किलोमीटर होगी और इसमें लगभग 21 स्टेशन शामिल होंगे। यह कॉरिडोर रिठाला से शुरू होकर नाथुपुर तक जाएगा। इस मार्ग में रिठाला, रोहिणी सेक्टर 25, रोहिणी सेक्टर 26, रोहिणी सेक्टर 31, रोहिणी सेक्टर 32, रोहिणी सेक्टर 36, बारवाला, रोहिणी सेक्टर 35, रोहिणी सेक्टर 34, बावना औद्योगिक क्षेत्र और नाथुपुर स्टेशन शामिल हैं।
विकास और कनेक्टिविटी को मिलेगा बढ़ावा
अधिकारियों का कहना है कि इस मेट्रो लाइन से न केवल दिल्ली और हरियाणा के बीच कनेक्टिविटी मजबूत होगी, बल्कि हरियाणा के सोनीपत जिले को भी विकास की नई दिशा मिलेगी।
मेट्रो स्टेशन बनने से इलाके में रियल एस्टेट सेक्टर को भी लाभ होगा और औद्योगिक क्षेत्रों में रोजगार के नए अवसर खुलेंगे। साथ ही, स्थानीय बाजारों और कारोबारियों को भी फायदा मिलेगा।
यात्री सुविधाओं में होगा सुधार
नई मेट्रो लाइन बनने के बाद यात्रियों को तेज और सुविधाजनक सफर का अनुभव मिलेगा। अभी दिल्ली से सोनीपत के बीच सफर करने में बसों या अन्य साधनों से अधिक समय लगता है, लेकिन मेट्रो सेवा शुरू होने के बाद यह सफर काफी आसान और सस्ता हो जाएगा।
इसके साथ ही मेट्रो में सफर करने से यात्री ट्रैफिक जाम और प्रदूषण जैसी समस्याओं से भी बच सकेंगे।