हरियाणा को इन नैशनल हाइवे से मिलेगी रफ्तार, जमीन कीमतों में आया भारी उछाल National Highways

WhatsApp ग्रुप ज्वाइन करे Join Now

National Highways: अगर आप सोचते हैं कि हाईवे सिर्फ यात्रा के लिए बनाए जाते हैं, तो आपको एक बार फिर से सोचना चाहिए। हरियाणा में बन रहे नए नेशनल हाईवे सिर्फ सड़कें नहीं, बल्कि आर्थिक और औद्योगिक विकास के नए द्वार खोल रहे हैं। ये हाईवे न केवल ट्रैफिक को सुगम बनाएंगे, बल्कि लोगों की ज़िंदगी और ज़मीन की कीमत दोनों को आसमान तक पहुंचा सकते हैं।

हरियाणा के इन हाईवे से होगी बंपर ग्रोथ

हरियाणा में कई नए नेशनल हाईवे बनाए जा रहे हैं, जिनसे न केवल ट्रैफिक का दबाव कम होगा, बल्कि औद्योगिक और आर्थिक ग्रोथ को भी जबरदस्त रफ्तार मिलेगी। कुछ प्रमुख हाईवे जो हरियाणा के विकास को नई दिशा देने वाले हैं:

  • दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे: यह भारत का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे होगा, जो हरियाणा के कई ज़िलों को जोड़ेगा।
  • कुण्डली-मानेसर-पलवल (KMP) एक्सप्रेसवे: इससे दिल्ली के आसपास का ट्रैफिक डायवर्ट होकर हरियाणा के अंदर से गुज़रेगा।
  • अमृतसर-कोलकाता इंडस्ट्रियल कॉरिडोर: यह हरियाणा में इंडस्ट्री को बड़ा बूस्ट देगा।
  • NH-44 (पुराना NH-1): यह हाईवे दिल्ली को पंजाब, जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से जोड़ता है, जिससे हरियाणा को बिजनेस ग्रोथ का फायदा मिलेगा।
  • NH-152D: यह अंबाला से नारनौल को जोड़ने वाला ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे है, जो किसानों और व्यापारियों के लिए बेहद फायदेमंद साबित होगा।

ज़मीन की कीमतों में जबरदस्त उछाल

जिस इलाके से नेशनल हाईवे गुजरता है, वहां की ज़मीन की कीमतें तेजी से बढ़ती हैं। हाईवे बनने के पहले जो ज़मीन 5-10 लाख प्रति एकड़ थी, वहीं हाईवे बनने के बाद 50 लाख से 1 करोड़ प्रति एकड़ तक पहुंच जाती है। यह सिर्फ अटकलें नहीं हैं, बल्कि गुरुग्राम, मानेसर, सोहना, पलवल, रोहतक जैसे इलाकों में यह हकीकत साबित हो चुकी है।

यह भी पढ़े:
10 Incredibly Valuable Coins The Top 10 Rarest and Most Valuable Coins in the World, Hidden Gems of Numismatic History

उदाहरण:

  • सोहना (गुरुग्राम): पहले यह एक छोटा सा कस्बा था, लेकिन KMP एक्सप्रेसवे और दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के बाद यहां ज़मीन के दाम कई गुना बढ़ चुके हैं।
  • बहादुरगढ़: इस इलाके में दिल्ली-बाहरी रिंग रोड जुड़ने के बाद प्रॉपर्टी प्राइस 3 साल में दोगुनी हो गई।
  • रोहतक: हाईवे कनेक्टिविटी बढ़ने के कारण अब यह सिर्फ एक शैक्षिक हब नहीं, बल्कि एक उभरता हुआ औद्योगिक क्षेत्र बन चुका है।

किसानों और बिजनेस के लिए बेहतरीन अवसर

हाईवे बनने का सबसे बड़ा फायदा किसानों को मिलता है। पहले जो ज़मीन सिर्फ खेती के काम आती थी, अब वहां वेयरहाउस, लॉजिस्टिक्स हब, पेट्रोल पंप, होटल, ढाबे, और कमर्शियल प्रॉपर्टी खुलने लगे हैं। इससे किसानों को ज़मीन बेचने या लीज़ पर देने के ज़रिए कई गुना ज्यादा मुनाफा होने लगा है।

क्या-क्या नए अवसर मिल सकते हैं?

  • वेयरहाउसिंग: हरियाणा में कई बड़े वेयरहाउस पार्क बन रहे हैं, जहां छोटे निवेशक भी अपने वेयरहाउस खोल सकते हैं।
  • ढाबे और होटल: हाईवे पर ढाबे और छोटे होटल खोलना सबसे फायदेमंद बिजनेस में से एक है।
  • कमर्शियल प्लॉट: बड़े शहरों की ओर पलायन करने की ज़रूरत नहीं, क्योंकि हाईवे के पास कमर्शियल प्लॉट्स की मांग तेजी से बढ़ रही है।
  • इंडस्ट्री और फैक्ट्रीज़: कई हाईवे के किनारे अब इंडस्ट्रियल जोन बन रहे हैं, जिससे छोटे-बड़े निवेशकों को अपार संभावनाएं मिल रही हैं।

युवाओं के लिए नई नौकरियों का सैलाब

जब किसी इलाके में हाईवे बनता है, तो वहां नई इंडस्ट्री और बिजनेस आते हैं, जिससे लोकल लोगों को रोज़गार के नए अवसर मिलते हैं। हरियाणा में नए हाईवे बनने से जो सेक्टर सबसे ज्यादा फायदे में रहेंगे, वे हैं:

  • लॉजिस्टिक्स और ट्रांसपोर्ट
  • ऑटोमोबाइल और मैन्युफैक्चरिंग
  • हॉस्पिटैलिटी और टूरिज्म
  • कंस्ट्रक्शन और रियल एस्टेट
  • एग्री-बिजनेस और फूड प्रोसेसिंग

उदाहरण:

  • मानेसर: पहले यहां केवल खेती होती थी, लेकिन KMP एक्सप्रेसवे और NH-8 के जुड़ने के बाद अब यह ऑटोमोबाइल इंडस्ट्री का बड़ा हब बन चुका है।
  • पलवल: दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के कारण अब वहां वेयरहाउसिंग का बूम आ गया है।

यह भी पढ़े:
aaj 22 march 2025 ko sona chandi ka taja bhav ईद से पहले सोने की कीमतों में गिरावट, जाने 24 कैरेट सोने का ताजा भाव Gold Silver Price Today