Haryana News: हरियाणा के हिसार शहर में सौंदर्यीकरण और बुनियादी ढांचे के विकास की दिशा में एक और कदम बढ़ाया जा रहा है. शहर में दिल्ली बाईपास से प्रवेश करने वाले रास्ते पर अशोक चक्र के डिजाइन वाला एक भव्य स्वागत द्वार बनाया जा रहा है. यह परियोजना न केवल शहर की खूबसूरती को बढ़ाने में मदद करेगी. बल्कि आने वाले समय में इसे एक ऐतिहासिक प्रतीक के रूप में भी पहचाना जाएगा.
स्वागत द्वार का शिलान्यास और परियोजना का उद्देश्य
इस स्वागत द्वार का शिलान्यास 8 मार्च 2024 को तत्कालीन शहरी स्थानीय निकाय मंत्री और हिसार के पूर्व विधायक कमल गुप्ता ने किया था.
- परियोजना का उद्देश्य: इस द्वार का निर्माण हिसार शहर को एक भव्य और आधुनिक पहचान देने के लिए किया जा रहा है. यह परियोजना हिसार के विकास में मील का पत्थर साबित होगी.
4 करोड़ रुपये की लागत से होगा निर्माण
इस स्वागत द्वार के निर्माण पर लगभग 4 करोड़ रुपये की लागत आएगी.
- भूकंप रोधी ढांचा: इस द्वार को अत्याधुनिक तकनीक से बनाया जा रहा है. जिससे यह भूकंप जैसी प्राकृतिक आपदाओं को भी झेलने में सक्षम होगा.
- आधुनिक निर्माण तकनीक: निर्माण कार्य में प्री-फैब्रिकेटेड स्टील का उपयोग किया जा रहा है, जो इसे मजबूत और टिकाऊ बनाता है.
अशोक चक्र का अद्भुत डिजाइन
इस द्वार की सबसे बड़ी खासियत इसका डिजाइन है. जिसमें हिंदुस्तान का राष्ट्रीय प्रतीक अशोक चक्र मुख्य आकर्षण है.
- स्टील से बना अशोक चक्र: यह स्टील का बना हुआ है और इसकी 24 तीलियां इसे शानदार बनाती हैं.
- खूबसूरती में इजाफा: अशोक चक्र का यह डिजाइन न केवल सुंदरता को बढ़ाता है. बल्कि देश की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक पहचान को भी दर्शाता है.
हिसार-दिल्ली बाईपास का भविष्य
हिसार-दिल्ली बाईपास वर्तमान में फोर-लेन है, लेकिन भविष्य में इसे सिक्स-लेन बनाया जा सकता है.
- 120 फीट चौड़ाई: इस संभावना को ध्यान में रखते हुए स्वागत द्वार की चौड़ाई 120 फीट रखी गई है.
- 9 मीटर लंबाई: यह स्वागत द्वार 9 मीटर लंबा होगा, जो इसे और भी भव्य बनाता है.
शहर की खूबसूरती में चार-चांद लगाएगा स्वागत द्वार
इस स्वागत द्वार के निर्माण से हिसार शहर की खूबसूरती में चार-चांद लगेंगे.
- पर्यटकों के लिए आकर्षण: यह द्वार न केवल स्थानीय निवासियों बल्कि पर्यटकों के लिए भी आकर्षण का केंद्र बनेगा.
- शहर की आधुनिक पहचान: यह द्वार हिसार की पहचान को एक नया और आधुनिक रूप देगा.
कमल गुप्ता का योगदान
हिसार के पूर्व विधायक और शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कमल गुप्ता के प्रयासों से यह परियोजना साकार हो रही है.
- विकास कार्यों की प्राथमिकता: कमल गुप्ता ने हिसार के विकास और सौंदर्यीकरण को हमेशा प्राथमिकता दी है.
- भविष्य की योजनाएं: उनके नेतृत्व में शहर के लिए और भी नई योजनाएं लाई जा सकती हैं.
स्वागत द्वार का प्रतीकात्मक महत्व
यह स्वागत द्वार न केवल हिसार की सुंदरता को बढ़ाएगा. बल्कि यह शहर की सांस्कृतिक और ऐतिहासिक धरोहर का प्रतीक भी बनेगा.
- राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक: अशोक चक्र का उपयोग इसे राष्ट्रीय गौरव का प्रतीक बनाता है.
- शहर का प्रवेश द्वार: यह द्वार हर उस व्यक्ति के लिए विशेष होगा जो दिल्ली बाईपास से हिसार में प्रवेश करेगा.
नागरिकों की प्रतिक्रिया
शहर के नागरिक इस स्वागत द्वार के निर्माण को लेकर उत्साहित हैं.
- गर्व का विषय: यह द्वार न केवल हिसारवासियों के लिए गर्व का विषय है. बल्कि यह पूरे हरियाणा के लिए एक मिसाल होगा.
- सौंदर्यीकरण की सराहना: लोग इस पहल की सराहना कर रहे हैं और इसे शहर के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण कदम मानते हैं.