New Helicopter Service: भारत में धार्मिक पर्यटन हमेशा से ही लोगों के बीच आकर्षण का केंद्र रहा है। आज के दौर में हर राज्य अपने धार्मिक स्थलों को प्रमोट करने और श्रद्धालुओं को बेहतर सुविधाएं देने के लिए नई योजनाएं ला रहा है। इसी कड़ी में हरियाणा सरकार ने भी एक बड़ा फैसला लिया है।
अब फरीदाबाद और गुरुग्राम से राजस्थान और मध्य प्रदेश के तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों—खाटूश्याम, सालासर बालाजी और पीतांबरा शक्तिपीठ तक हेलीकॉप्टर सेवा शुरू की जा रही है। यह सुविधा विशेष रूप से उन श्रद्धालुओं के लिए फायदेमंद होगी, जो लंबी और थकाऊ सड़क यात्रा की बजाय कम समय में अपनी यात्रा पूरी करना चाहते हैं।
हेलीपैड के निर्माण और रेनोवेशन पर जोर
हरियाणा सरकार इस नई सेवा को सफल बनाने के लिए आवश्यक बुनियादी ढांचे पर ध्यान दे रही है। नागरिक उड्डयन मंत्री विपुल गोयल के अनुसार, फरीदाबाद के सूरजकुंड क्षेत्र में एक पुराने हेलीपैड को विकसित कर इसे हेलीकॉप्टर सेवा हब के रूप में स्थापित किया जाएगा। यह हेलीपैड पहले भी उपयोग में था, लेकिन इसे अपग्रेड कर नई सुविधाएं जोड़ी जाएंगी ताकि हेलीकॉप्टर की लैंडिंग और टेकऑफ आसानी से हो सके। इसके अलावा, गुरुग्राम में भी संभावित हेलीपैड स्थलों की पहचान की जा रही है।
किन धार्मिक स्थलों के लिए मिलेगी हेलीकॉप्टर सेवा?
इस योजना के तहत श्रद्धालु फरीदाबाद और गुरुग्राम से तीन प्रमुख धार्मिक स्थलों तक हेलीकॉप्टर के जरिए यात्रा कर सकेंगे:
- खाटूश्याम मंदिर (राजस्थान) – यह मंदिर भगवान श्रीकृष्ण के अवतार खाटूश्याम जी को समर्पित है और हर साल लाखों श्रद्धालु यहां दर्शन के लिए आते हैं।
- सालासर बालाजी (राजस्थान) – हनुमान जी के प्रसिद्ध मंदिरों में से एक, यह स्थान भक्तों की आस्था का प्रमुख केंद्र है।
- पीतांबरा शक्तिपीठ (मध्य प्रदेश) – देवी मां का यह मंदिर शक्तिपीठों में से एक है और तांत्रिक सिद्धियों के लिए प्रसिद्ध है।
यात्रा में लगने वाला समय और दूरी
अभी तक इन धार्मिक स्थलों तक पहुंचने के लिए सड़क मार्ग का ही मुख्य रूप से उपयोग किया जाता था, जिसमें श्रद्धालुओं को लंबी और थकाने वाली यात्रा करनी पड़ती थी। लेकिन हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने के बाद यह सफर बहुत ही आसान हो जाएगा।
- फरीदाबाद से खाटूश्याम मंदिर की दूरी – 338 किलोमीटर
- फरीदाबाद से सालासर बालाजी की दूरी – 436 किलोमीटर
- फरीदाबाद से पीतांबरा शक्तिपीठ की दूरी – 378 किलोमीटर
सड़क मार्ग से इन जगहों तक पहुंचने में आमतौर पर 7 से 10 घंटे लग जाते हैं, लेकिन हेलीकॉप्टर सेवा शुरू होने के बाद यह यात्रा सिर्फ 1 से 1.5 घंटे में पूरी हो सकेगी।
यात्रा के किराए और बुकिंग प्रक्रिया
हेलीकॉप्टर सेवा की बुकिंग के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों ऑप्शन उपलब्ध कराए जाएंगे। इसके लिए एक खास पोर्टल विकसित किया जा रहा है, जहां श्रद्धालु अपनी सुविधा के अनुसार टिकट बुक कर सकेंगे। किराए को लेकर अभी तक कोई ऑफिसियल घोषणा नहीं की गई है, लेकिन सरकार इस योजना को सुलभ और किफायती बनाने की कोशिश कर रही है, ताकि अधिक से अधिक श्रद्धालु इस सुविधा का लाभ उठा सकें।
राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकारों से भी कान्टैक्ट
हरियाणा सरकार सिर्फ अपने राज्य में ही नहीं, बल्कि राजस्थान और मध्य प्रदेश सरकार के साथ भी इस योजना को लेकर बातचीत कर रही है। वहां भी हेलीपैड की सुविधा को उन्नत करने की योजना बनाई जा रही है, जिससे यात्रियों को किसी भी तरह की असुविधा न हो। दोनों राज्यों में श्रद्धालुओं की भारी संख्या को देखते हुए सरकारें इस योजना को सफल बनाने में पूरा सहयोग दे रही हैं।
सेवा की शुरुआत कब होगी?
इस हेलीकॉप्टर सेवा की शुरुआत अगले दो से तीन महीनों में होने की संभावना है। सरकार इस योजना पर तेजी से काम कर रही है और अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि जरूरी तैयारियां जल्द से जल्द पूरी करें। एक बार हेलीपैड का नवीनीकरण और अन्य आवश्यक व्यवस्थाएं पूरी हो जाएंगी, तब श्रद्धालुओं के लिए यह सेवा औपचारिक रूप से शुरू कर दी जाएगी।