Ladli Behna Yojana : मध्य प्रदेश सरकार ने महिलाओं के सशक्तिकरण और उन्हें आर्थिक सहायता प्रदान करने के उद्देश्य से मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना की शुरुआत की थी. इस योजना के तहत राज्य की लाखों महिलाओं को हर महीने आर्थिक सहायता दी जाती है. यह योजना महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और उनके जीवन स्तर को बेहतर करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम मानी गई.
योजना से बाहर होंगी 1.63 लाख महिलाएं
हाल ही में एक बड़ी खबर सामने आई है कि लाडली बहना योजना के तहत लाभान्वित 2.47 करोड़ महिलाओं में से 1.63 लाख महिलाओं के नाम लाभार्थी सूची से काटे जाएंगे. सरकारी अधिकारियों का कहना है कि इन महिलाओं की उम्र 60 वर्ष से अधिक हो चुकी है और इस कारण उन्हें योजना का लाभ नहीं मिलेगा. यह फैसला योजना की पात्रता शर्तों के अनुसार लिया गया है.
अगली किस्त का इंतजार
लाडली बहना योजना के अंतर्गत लाभान्वित महिलाएं हर महीने आर्थिक सहायता प्राप्त करती हैं. योजना की शुरुआत में हर लाभार्थी महिला को 1,000 रुपये प्रति माह दिए जाते थे. बाद में इस राशि को बढ़ाकर 1,250 रुपये कर दिया गया. अब महिलाएं 10 जनवरी 2025 को जारी होने वाली अगली किस्त का बेसब्री से इंतजार कर रही हैं.
मध्य प्रदेश में लाड़ली बहनों से डॉक्टर मोहन यादव सरकार @DrMohanYadav51 की धोखाधड़ी जारी है। ऐसा लगता है जैसे भाजपा लाड़ली बहना योजना समाप्त करना चाहती है।
— Kamal Nath (@OfficeOfKNath) January 9, 2025
चुनाव से पहले जो भाजपा लाड़ली बहनों को 3 हज़ार रुपया प्रतिमाह देने का वादा कर रही थी, वही भाजपा अब सम्मान राशि बढ़ाने की…
लाडली बहना योजना आवेदन की पात्रता शर्तें
लाडली बहना योजना में आवेदन करने के लिए महिलाओं को कुछ शर्तों को पूरा करना होता है.
- आवेदनकर्ता को मध्य प्रदेश का मूल निवासी होना चाहिए.
- शादीशुदा, विधवा परित्यक्ता और तलाकशुदा महिलाएं योजना के लिए पात्र हैं.
- 21 वर्ष से अधिक उम्र की शादीशुदा महिलाएं योजना का लाभ ले सकती हैं.
इस योजना का उद्देश्य सभी वर्गों की महिलाओं को आर्थिक सहायता देकर उन्हें आत्मनिर्भर बनाना है.
कमलनाथ ने सरकार पर साधा निशाना
मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता कमलनाथ ने इस मुद्दे पर राज्य सरकार की कड़ी आलोचना की है. उन्होंने कहा कि बीजेपी सरकार लाडली बहना योजना को बंद करने की ओर बढ़ रही है. कमलनाथ ने आरोप लगाया कि चुनाव से पहले 3,000 रुपये प्रतिमाह देने का वादा करने वाली बीजेपी सरकार अब योजना से लाभार्थियों की संख्या घटा रही है.
विवाद के बीच योजना का भविष्य
लाडली बहना योजना महिलाओं के जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने के लिए शुरू की गई थी, लेकिन अब यह विवादों में घिरती नजर आ रही है. विपक्षी दलों का आरोप है कि सरकार योजना को लेकर गंभीर नहीं है. वहीं राज्य सरकार का दावा है कि यह फैसला पात्रता मानदंडों के आधार पर लिया गया है.
लाडली बहना योजना का उद्देश्य
इस योजना का मुख्य उद्देश्य महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाना और उनके आर्थिक सशक्तिकरण को बढ़ावा देना है. योजना के माध्यम से ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों की महिलाओं को वित्तीय सहायता देकर उनकी आर्थिक स्थिति सुधारने का प्रयास किया गया.
महिलाओं पर योजना का असर
लाडली बहना योजना के तहत मिलने वाली वित्तीय सहायता ने कई महिलाओं की जिंदगी में सकारात्मक बदलाव लाए हैं. इस योजना से लाभान्वित महिलाएं अपने बच्चों की शिक्षा, स्वास्थ्य और घर के खर्चों को बेहतर तरीके से पूरा करने में सक्षम हो रही हैं.
विपक्ष और सरकार के बीच तकरार
योजना को लेकर बीजेपी और कांग्रेस के बीच तीखी तकरार चल रही है. कांग्रेस सरकार पर वादा खिलाफी का आरोप लगा रही है, जबकि बीजेपी का कहना है कि वह महिलाओं के सशक्तिकरण के लिए पूरी तरह से प्रतिबद्ध है.