Selling Fake Mustard: हरियाणा की चरखी दादरी अनाज मंडी में सरसों की आवक धीरे-धीरे शुरू हो गई है। लेकिन किसानों को इस बार मंडी में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। सबसे बड़ी समस्या सरसों में अत्यधिक नमी की है, जिसके कारण सरकारी खरीद प्रक्रिया में रुकावट आ रही है।
दूसरी बड़ी चुनौती नकली और मिलावटी सरसों की है, जिसे लेकर इस बार प्रशासन और मंडी प्रशासन पूरी तरह सतर्क दिखाई दे रहे हैं।
नमी के कारण किसानों को खरीद में दिक्कत
सरसों की कटाई क्षेत्र में शुरू हो चुकी है और कुछ किसान अपनी फसल लेकर मंडी में पहुंच भी गए हैं। लेकिन इस बार सरसों में नमी अधिक होने के कारण सरकारी एजेंसियां खरीद से इनकार कर रही हैं।
कई किसानों का कहना है कि गेट पास मिलने के बावजूद उनकी सरसों मंडी परिसर में ही पड़ी है और खरीदी नहीं जा रही। किसानों को मंडी में ही सरसों सुखाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है, जिससे उनकी लागत और मेहनत दोनों बढ़ गई है।
15 मार्च से शुरू हो चुकी है सरकारी खरीद
सरकार ने इस बार सरसों की सरकारी खरीद 15 मार्च से शुरू कर दी है। लेकिन सरसों की नमी के चलते मंडी में आवक तो है लेकिन खरीद नहीं हो पा रही।
मंडी सचिव विजय कुमार ने बताया कि नमी की मात्रा मानक से अधिक है, ऐसे में किसानों से अपील की गई है कि वे सरसों को अच्छी तरह सुखाकर ही मंडी में लेकर आएं।
नकली सरसों पर रहेगी सख्त नजर
इस बार मंडी प्रशासन और खरीद एजेंसियां नकली और बाहरी क्षेत्र से आई सरसों की रोकथाम के लिए पूरी तरह सतर्क हैं।
मंडी सचिव ने बताया कि नकली और मिलावटी सरसों लाने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। मंडी में इस बार सीसीटीवी कैमरों से पूरे परिसर की निगरानी की जा रही है।
इसके अलावा मंडी प्रशासन ने नकली सरसों पकड़ने और उसकी जांच करने के लिए एक अलग कमेटी का भी गठन कर दिया है।
आढ़तियों के साथ की गई बैठक
मंडी प्रशासन ने आढ़तियों के साथ बैठक कर उन्हें साफ हिदायत दी है कि किसी भी सूरत में मिलावटी सरसों न खरीदी जाए।
सचिव विजय कुमार ने कहा कि यदि कोई आढ़ती मिलावटी सरसों की खरीद-बिक्री में शामिल पाया गया तो उसके खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई जाएगी। मंडी में पारदर्शी और निष्पक्ष खरीद सुनिश्चित करने के लिए आढ़तियों से सहयोग मांगा गया है।
उठान प्रक्रिया को लेकर असमंजस
आढ़ती विनोद गर्ग ने बताया कि मंडी में इस बार सरसों की उठान प्रक्रिया को लेकर स्पष्टता नहीं है।
सरकारी एजेंसियों की तरफ से उठान प्रक्रिया और समय को लेकर कोई दिशा-निर्देश नहीं मिले हैं। इससे आढ़तियों में असमंजस की स्थिति बनी हुई है।
हालांकि मंडी प्रशासन का कहना है कि जल्द ही खरीद एजेंसियों से बातचीत कर स्थिति साफ की जाएगी।
किसानों की बढ़ती चिंता
किसानों का कहना है कि मंडी में सरसों सुखाने की पर्याप्त व्यवस्था नहीं है। मंडी परिसर में जगह की भी कमी है और खुले में सरसों फैलाकर सुखाना किसानों के लिए मुश्किल हो रहा है।
इसके साथ ही मंडी में आए किसानों को खाद्य-पानी और विश्राम की भी समस्या हो रही है। किसानों का कहना है कि वे दिनभर मंडी में ही बैठे रहते हैं लेकिन नमी के चलते खरीद में देरी हो रही है।
शुरू होगी अटल किसान मजदूर कैंटीन
मंडी प्रशासन ने किसानों की समस्या को देखते हुए अस्थाई तौर पर किसान विश्राम गृह में अटल किसान मजदूर कैंटीन शुरू करने का फैसला लिया है।
सचिव विजय कुमार ने बताया कि बजट मंजूर होने के बाद इसे स्थाई रूप से शुरू किया जाएगा। कैंटीन में किसानों और मजदूरों को सस्ती दरों पर भोजन उपलब्ध कराया जाएगा।
मार्केट कमेटी की तैयारियों का दावा
मार्केट कमेटी का दावा है कि इस बार मंडी में खरीद प्रक्रिया को पारदर्शी और सुचारू बनाने के लिए सभी जरूरी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
कमेटी ने सीसीटीवी निगरानी, मिलावटी सरसों रोकने के लिए कमेटी गठन और आढ़तियों के साथ बैठक जैसे कदम उठाए हैं।
कमेटी सचिव का कहना है कि मंडी में किसानों को अधिकतम सुविधाएं देने का प्रयास किया जा रहा है और मंडी परिसर में सफाई, पानी और अन्य आवश्यक व्यवस्थाओं को भी सुधारा गया है।