Train Journey: पश्चिम मध्य रेलवे (पमरे) ने पिछले नौ महीनों में बिना टिकट यात्रा करने वाले यात्रियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है। रेलवे ने इस दौरान 16.56 लाख यात्रियों को पकड़ा, जो बिना वैध टिकट के यात्रा कर रहे थे। इसके अलावा, अनारक्षित सामान लेकर यात्रा करने वाले यात्रियों पर भी कार्रवाई की गई।
बिना टिकट यात्रा से किराए में हो रही थी बड़ी चोरी
रेलवे को बिना टिकट यात्रा और अनबुक्ड सामान की वजह से राजस्व का भारी नुकसान हो रहा था। इस चोरी को रोकने के लिए रेलवे प्रशासन ने टिकट चेकिंग दस्ते और विजिलेंस टीम की मदद से व्यापक अभियान चलाया।
116.81 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला गया
इन अभियानों के दौरान रेलवे ने बिना वैध टिकट यात्रा करने और अनबुक्ड सामान लेकर चलने वाले यात्रियों से कुल 116.81 करोड़ रुपये का जुर्माना वसूला। यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में 2.25 करोड़ रुपये अधिक है, जो बताता है कि इस साल रेलवे ने और सख्ती से कार्रवाई की है।
टिकट चेकिंग टीमों और विजिलेंस विभाग का बड़ा योगदान
इस वर्ष बिना वैध टिकट यात्रा करने वालों के खिलाफ कार्रवाई के लिए टिकट चेकिंग स्टाफ और विजिलेंस विभाग ने बड़े पैमाने पर अभियान चलाया। इन अभियानों में अनबुक्ड सामान की चेकिंग भी की गई, जिससे रेलवे को एक्स्ट्रा रेविन्यू प्राप्त हुआ।
जबलपुर, भोपाल और कोटा मंडल ने पकड़े 16.56 लाख मामले
पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर जोन में आने वाले तीन मंडल – जबलपुर, भोपाल और कोटा ने अप्रैल से दिसंबर के बीच 16.56 लाख मामले दर्ज किए। इन मामलों में से कई यात्रियों के पास न तो वैध टिकट था और न ही उनके पास सामान की सही बुकिंग थी। इस वजह से रेलवे ने इन पर जुर्माना लगाया।
जबलपुर मंडल बना सबसे ज्यादा जुर्माना वसूलने वाला मंडल
पश्चिम मध्य रेलवे जोन में जबलपुर मंडल ने जुर्माना वसूलने में बाजी मारी। जबलपुर मंडल ने भोपाल और कोटा मंडलों को पीछे छोड़ते हुए सबसे ज्यादा 49 करोड़ रुपये से अधिक की राशि वसूली। यह इस बात का प्रमाण है कि जबलपुर मंडल में बिना टिकट यात्रा करने वालों की संख्या ज्यादा थी और यहां टिकट चेकिंग स्टाफ ने अधिक सक्रियता दिखाई।
भोपाल और कोटा मंडल भी रहे ऐक्टिव
जबकि जबलपुर मंडल ने सबसे अधिक राशि वसूली, भोपाल और कोटा मंडल भी पीछे नहीं रहे। इन मंडलों में भी व्यापक टिकट चेकिंग अभियान चलाए गए, जिससे रेलवे को अच्छा-खासा राजस्व प्राप्त हुआ।
रेलवे ने यात्रियों से अपील की
रेलवे प्रशासन ने यात्रियों से अपील की है कि वे यात्रा के दौरान हमेशा वैध टिकट लेकर चलें। बिना टिकट यात्रा करने पर जुर्माना देना पड़ सकता है और कानूनी कार्रवाई भी हो सकती है। रेलवे ने यह भी स्पष्ट किया है कि आने वाले समय में टिकट चेकिंग अभियान और तेज किए जाएंगे।
बिना टिकट यात्रा से रेलवे को होने वाले नुकसान को कैसे रोका जा सकता है?
रेलवे को होने वाले नुकसान को रोकने के लिए ये उपाय किए जा सकते हैं:
- टिकट चेकिंग को और सख्त किया जाए – प्रमुख स्टेशनों और ट्रेनों में विशेष चेकिंग अभियान चलाए जाएं।
- ऑनलाइन टिकटिंग को बढ़ावा दिया जाए – डिजिटल टिकटिंग से बिना टिकट यात्रा की संभावना कम होगी।
- सीसीटीवी कैमरों की मदद ली जाए – रेलवे स्टेशनों और ट्रेनों में निगरानी के लिए अधिक सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएं।
- यात्रियों को जागरूक किया जाए – बिना टिकट यात्रा के दुष्प्रभावों और कानूनी कार्रवाई के बारे में जागरूकता फैलाई जाए।