School Holidays: उत्तर भारत में सर्दी का असर बढ़ने के साथ ही जिलों में शीतलहर का मुकाबला करने के लिए प्रशासनिक निर्णय लिए जा रहे हैं. शाहजहांपुर जिले में भी सर्दी का असर बढ़ने के कारण जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने एक महत्वपूर्ण निर्णय लिया है. उन्होंने कक्षा आठ तक के सभी स्कूलों में 13 जनवरी तक अवकाश की घोषणा की है. इसके साथ ही कक्षा नौ से बारह तक के विद्यार्थियों के लिए ऑनलाइन कक्षाएं संचालित करने के निर्देश भी दिए गए हैं. यह कदम शीतलहर से बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है.
ऑनलाइन कक्षाओं का आदेश
डीएम धर्मेंद्र प्रताप सिंह ने यह भी निर्देश दिया है कि जहां ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन संभव नहीं है. वहां स्कूलों को सुबह 10 बजे से लेकर 3 बजे तक खोलने की अनुमति दी जाएगी. इन स्कूलों में छात्रों की सुरक्षा और सर्दी से बचाव के लिए आवश्यक व्यवस्थाएं की जाएंगी. विद्यालय प्रबंधन को यह जिम्मेदारी दी गई है कि वे बच्चों के स्वास्थ्य का ध्यान रखते हुए सर्दी से बचाव के लिए पूरी तैयारी करें.
इससे पहले भी विभिन्न जिलों में सर्दी और ठंड के कारण स्कूलों में छुट्टी दी जा चुकी है और यह निर्णय छात्रों की सेहत को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है.
हल्की वर्षा और मौसम में बदलाव
इसी बीच शाहजहांपुर जिले में 12 जनवरी को हल्की वर्षा के बाद मौसम में कुछ राहत मिली. भोर में हुई हल्की वर्षा से बादल छंट गए और आसमान साफ हो गया. इसके साथ ही धूप भी खिली जिससे तापमान में 6 डिग्री सेल्सियस की वृद्धि देखी गई. मौसम विभाग के वैज्ञानिक डॉ. मनमोहन सिंह ने बताया कि कुल मिलाकर दो मिमी वर्षा दर्ज की गई है. यह वर्षा शीतलहर के प्रभाव को कम करने में मददगार साबित हुई है और लोगों को राहत मिली है.
कोहरे से होने वाली परेशानी और भविष्यवाणी
हालांकि हल्की वर्षा के बाद तापमान में कुछ वृद्धि हुई है. लेकिन मौसम विभाग के अनुसार शाम होते-होते गलन बढ़ने की संभावना जताई जा रही है. पिछले दो दिनों से कोहरे के कारण यातायात में भी परेशानी हो रही थी. सुबह के समय घना कोहरा छाने से वाहन चालकों को दृश्यता में कमी हो रही थी. जिससे कई दुर्घटनाओं की आशंका बनी रही. मौसम विभाग ने यूपी के कई जिलों में कोहरे की स्थिति की संभावना जताई है. आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, मैनपुरी और अन्य इलाकों में भी रात को हल्की बूंदाबांदी हुई है. जिससे ठंड और बढ़ गई है.
आरटीई के तहत बच्चों को मिलेगा निश्शुल्क प्रवेश**
वहीं दूसरी ओर शाहजहांपुर जिले में शिक्षा का अधिकार अधिनियम (आरटीई) के तहत 341 बच्चों को निजी स्कूलों में निश्शुल्क शिक्षा के लिए प्रवेश दिया जाएगा. इस प्रक्रिया के तहत 365 अभिभावकों ने आवेदन किया था. जिनमें से 341 बच्चों के आवेदनों को स्वीकृत किया गया है. शेष 24 आवेदन निरस्त कर दिए गए हैं.
आरटीई अधिनियम के तहत गरीब और वंचित परिवारों के बच्चों को शिक्षा का अवसर देने के लिए कांवेंट स्कूलों में 25 प्रतिशत सीटों पर प्रवेश दिया जाता है. इस व्यवस्था से बहुत से गरीब बच्चों को बेहतर शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिलेगा, जो पहले शिक्षा के खर्चे के कारण इसे हासिल नहीं कर पा रहे थे.
अभिभावकों को सूची देखने और प्रक्रिया की जानकारी**
जिला बेसिक शिक्षाधिकारी दिव्या गुप्ता ने बताया कि चयनित बच्चों की सूची अब बेसिक शिक्षा अधिकारी कार्यालय के बाहर चस्पा कर दी गई है. अभिभावक अब इस सूची को देख सकते हैं और बच्चों के लिए प्रवेश प्रक्रिया में आगे की कार्रवाई कर सकते हैं. इस प्रक्रिया के तहत बच्चों को जल्द ही निजी स्कूलों में निश्शुल्क शिक्षा मिलना सुनिश्चित किया जाएगा.
दूसरे चरण के लिए आवेदन प्रक्रिया भी शुरू हो चुकी है. जिससे और बच्चों को भी इस योजना का लाभ मिल सकेगा. शिक्षा का अधिकार अधिनियम गरीब परिवारों के बच्चों को शिक्षा से जोड़ने का एक बड़ा कदम है. जो समाज में समानता और अवसरों को बढ़ावा देता है.
मौसम और शिक्षा के प्रभावों पर ध्यान**
इन सब निर्णयों के बीच यह भी ध्यान रखना जरूरी है कि ठंड और शीतलहर का असर बच्चों के स्वास्थ्य और शिक्षा पर न पड़े. बच्चों की सेहत को ध्यान में रखते हुए ठंड के मौसम में स्कूलों का बंद होना और ऑनलाइन कक्षाओं का आयोजन एक समझदारी भरा कदम है.
इस प्रकार जिलाधिकारी धर्मेंद्र प्रताप सिंह का यह निर्णय न केवल बच्चों की सुरक्षा को सुनिश्चित करता है. बल्कि शिक्षा की प्रक्रिया को भी प्रभावित किए बिना यह सुनिश्चित करता है कि बच्चों को ठंड के मौसम में कोई स्वास्थ्य समस्या न हो. इसके अलावा आरटीई के तहत गरीब बच्चों को शिक्षा की बेहतर सुविधा देना समाज में समानता और समृद्धि को बढ़ावा देता है.