ITR Rules: आयकर रिटर्न (ITR) भरना हर करदाता के लिए महत्वपूर्ण होता है। यह सिर्फ एक कानूनी प्रक्रिया नहीं बल्कि व्यक्ति के वित्तीय रिकॉर्ड को सही रखने का एक तरीका भी है। जो लोग आयकर विभाग के दायरे में आते हैं, उनके लिए ITR भरना अनिवार्य होता है। लेकिन कुछ खास कैटेगरी के लोग इस प्रक्रिया से छूट पा सकते हैं।
कौन लोग आयकर रिटर्न भरने से छूट प्राप्त कर सकते हैं?
आयकर विभाग ने कुछ विशेष वर्गों को ITR भरने से छूट दी है। यदि आपकी ऐन्यूअल इनकम टैक्स योग्य सीमा से कम है, तो आपको टैक्स भरने की आवश्यकता नहीं होगी।
1. 60 साल से कम उम्र के लोगों के लिए नियम
यदि आपकी सालाना आय 2.5 लाख रुपये से कम है और आपकी उम्र 60 साल से कम है, तो आपको इनकम टैक्स रिटर्न भरने की जरूरत नहीं होगी।
2. सीनियर सिटीजन्स के लिए छूट
60 से 80 वर्ष के बीच के बूढ़े नागरिकों के लिए यदि उनकी वार्षिक आय 3 लाख रुपये से कम है, तो उन्हें भी ITR फाइल करने की जरूरत नहीं होगी।
3. 80 साल से अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों के लिए नियम
अगर किसी व्यक्ति की उम्र 80 वर्ष से अधिक है और उनकी वार्षिक आय 5 लाख रुपये से कम है, तो उन्हें इनकम टैक्स भरने से छूट मिल जाती है।
आईटीआर भरने के क्या फायदे हैं?
- वित्तीय स्थिति का रिकॉर्ड साफ और व्यवस्थित रहता है।
- बैंक से लोन लेने में आसानी होती है।
- रिफंड क्लेम किया जा सकता है।
- विदेश यात्रा के लिए वीज़ा आवेदन में मदद मिलती है।
किन लोगों के लिए आयकर रिटर्न भरना अनिवार्य है?
हालांकि, कुछ वर्गों को इनकम टैक्स रिटर्न भरने की छूट दी गई है, लेकिन कई ऐसी स्थितियां हैं जहां ITR भरना अनिवार्य होता है।
1. बैंक खाते में 1 करोड़ रुपये से अधिक की जमा राशि
यदि किसी व्यक्ति के एक या अधिक चालू बैंक खातों में 1 करोड़ रुपये से अधिक की राशि जमा है, तो उन्हें अनिवार्य रूप से आयकर रिटर्न दाखिल करना होगा।
2. कंपनियों और फर्मों के लिए अनिवार्यता
यदि कोई कंपनी या फर्म (चाहे उसे मुनाफा हो या नुकसान) कारोबार कर रही है, तो उसे अनिवार्य रूप से ITR फाइल करना होगा। यह रूल सभी कंपनियों और फर्मों पर लागू होता है।
3. विदेश यात्रा पर बड़ा खर्च करने वाले लोग
अगर किसी व्यक्ति ने किसी एक वित्तीय वर्ष में 2 लाख रुपये या उससे अधिक की राशि विदेश यात्रा पर खर्च की है, तो उसके लिए ITR भरना अनिवार्य है।
4. 1 लाख रुपये से अधिक का बिजली बिल भुगतान करने वाले लोग
यदि किसी व्यक्ति ने एक साल में 1 लाख रुपये या उससे अधिक का बिजली का बिल भरा है, तो उन्हें भी इनकम टैक्स रिटर्न दाखिल करना जरूरी होगा।
5. प्रॉपर्टी खरीदने और निवेश करने वाले लोग
अगर किसी व्यक्ति ने बड़ी राशि का निवेश किया है या कोई संपत्ति खरीदी है, तो उन्हें आयकर रिटर्न दाखिल करना जरूरी होता है।
आईटीआर न भरने पर क्या हो सकते हैं नुकसान?
यदि कोई व्यक्ति ITR भरने के योग्य होते हुए भी इसे नहीं भरता, तो उसे कई परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।
1. टैक्स नोटिस का सामना करना पड़ सकता है
अगर आप ITR फाइल नहीं करते हैं, तो आयकर विभाग आपको नोटिस भेज सकता है और जुर्माना भी लगा सकता है।
2. बैंक लोन मिलने में दिक्कत हो सकती है
यदि आपने पिछले कुछ वर्षों का ITR दाखिल नहीं किया है, तो बैंक आपको लोन देने में देरी कर सकते हैं।
3. रिफंड का लाभ नहीं मिलेगा
अगर आपके द्वारा अधिक टैक्स कट चुका है, तो आप उसका रिफंड प्राप्त नहीं कर पाएंगे।
4. कानूनी कार्रवाई हो सकती है
यदि कोई व्यक्ति जानबूझकर ITR नहीं भरता, तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है, जिसमें आर्थिक दंड और जेल की सजा भी हो सकती है।