Ration card eKYC: जिले में जरूरतमंद लोगों के लिए एक अच्छी खबर सामने आई है। 6 लाख 62 हजार 88 नए राशनकार्ड बनने की संभावना है। इसका कारण यह है कि कई पुराने राशनकार्डधारकों ने अब तक अपनी ई-केवाईसी(e-KYC) नहीं कराई है। आपूर्ति विभाग ने ऐसे कार्डधारकों को आखिरी मौका देते हुए 15 फरवरी तक का समय दिया है। इस समय सीमा के भीतर जो भी कार्डधारक अपनी ई-केवाईसी पूरी कर लेगा, उसका राशनकार्ड मान्य रहेगा।
ई-केवाईसी क्यों जरूरी है ?
ई-केवाईसी (e-KYC) की प्रक्रिया राशन वितरण को पारदर्शी और ढंग से बनाने के लिए लागू की गई है। यह प्रक्रिया आधार कार्ड के माध्यम से राशनकार्ड धारकों की पहचान सुनिश्चित करती है।
- पारदर्शिता: ई-केवाईसी से फर्जी राशनकार्ड और मृतकों के नाम पर हो रहे फर्जीवाड़े को रोका जा सकेगा।
- सुविधा: ई-केवाईसी के बाद कार्डधारक किसी भी उचित दर की दुकान से राशन ले सकेंगे।
- बायोमेट्रिक सत्यापन: बायोमेट्रिक प्रक्रिया से यह सुनिश्चित होगा कि राशन उन्हीं लोगों को मिले, जो इसके हकदार हैं।
15 फरवरी तक का समय: ई-केवाईसी न कराने पर क्या होगा?
आपूर्ति विभाग ने स्पष्ट किया है कि 15 फरवरी तक ई-केवाईसी पूरी न कराने वाले राशनकार्ड धारकों के नाम सूची से हटा दिए जाएंगे।
- यदि किसी परिवार का कोई सदस्य ई-केवाईसी नहीं कराता, तो उसका नाम काट दिया जाएगा और राशन की यूनिट घटा दी जाएगी।
- अपात्र व्यक्तियों के नाम पहले ही सूची से हटाए जा रहे हैं।
- ई-केवाईसी न कराने वाले कार्डधारकों की सूची कोटेदारों को सौंपी गई है, जो घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करेंगे।
कोटेदार निभा रहे अहम भूमिका
ई-केवाईसी प्रक्रिया को सफल बनाने के लिए कोटेदारों को महत्वपूर्ण भूमिका सौंपी गई है।
- जागरूकता: कोटेदार घर-घर जाकर लोगों को ई-केवाईसी कराने के लिए बता रहे हैं।
- सहायता: कार्डधारकों को बायोमेट्रिक ई-केवाईसी कराने में सहायता कर रहे हैं।
- राशन वितरण: कोटेदार यह सुनिश्चित कर रहे हैं कि केवल योग्य लाभार्थियों को ही राशन मिले।
मृतकों के नाम पर फर्जीवाड़ा होगा खत्म
ई-केवाईसी प्रक्रिया लागू होने के बाद मृतकों के नाम पर राशन लेने की शिकायतों पर रोक लग जाएगी।
- बायोमेट्रिक सत्यापन: इस प्रक्रिया से मृत व्यक्तियों के नाम सूची से अपने आप हट जाएंगे।
- फर्जी कार्ड: फर्जी राशनकार्ड के मामलों में भी कमी आएगी।
जिले में राशनकार्ड की स्थिति
जिले में कुल राशन यूनिट की स्थिति इस प्रकार है:
- कुल यूनिट: 33 लाख 45 हजार 549
- अब तक ई-केवाईसी हुई: 26 लाख 83 हजार 461
- बचे लाभार्थी: 6 लाख 62 हजार 88
किन लोगों को राशनकार्ड का लाभ नहीं मिलेगा?
आपूर्ति विभाग ने अपात्र व्यक्तियों की सूची से नाम हटाने का भी काम शुरू कर दिया है।
- आयकरदाता
- जिनके पास चार पहिया वाहन या घर में एसी हो
- जिनके पास 5 किलोवाट या उससे अधिक क्षमता का जेनरेटर हो
- जिनकी वार्षिक आय 54 हजार रुपये से अधिक हो
- जिनके पास हथियार लाइसेंस हो
- जिनके पास 100 वर्गमीटर से अधिक क्षेत्रफल का आवास हो
जरूरतमंदों के लिए नई उम्मीद
जो पुराने राशनकार्ड धारक अपनी ई-केवाईसी पूरी नहीं करेंगे, उनके नाम सूची से हटा दिए जाएंगे। इससे जरूरतमंद लोगों के लिए नए राशनकार्ड बनाने का अवसर मिलेगा। जिला पूर्ति अधिकारी ने कहा है कि प्राथमिकता के आधार पर ऐसे लोगों का राशनकार्ड बनाया जाएगा, जो वास्तव में इसके हकदार हैं।
ई-केवाईसी के लिए क्या करें?
राशनकार्ड धारक आसानी से ई-केवाईसी प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं।
- कोटेदार से संपर्क करें: बायोमेट्रिक ई-केवाईसी के लिए कोटेदार की मदद लें।
- दूसरे राज्य में रहने वाले लोग: राशनकार्ड नंबर के आधार पर अपने नजदीकी राशन केंद्र पर ई-केवाईसी करा सकते हैं।
- आवश्यक दस्तावेज: आधार कार्ड, राशनकार्ड और परिवार के सभी सदस्यों की जानकारी साथ रखें।