Ration Card: हिमाचल प्रदेश के ऊना जिले में राशन कार्ड धारकों को एक बड़ी राहत मिली है। जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ने फेस ई-केवाईसी (e-KYC) के दौरान चेहरे का मिलान न होने से जुड़ी समस्याओं को हल करने के लिए एक अहम फैसला लिया है। अब पांच साल से कम उम्र के बच्चों के फेस मैच न होने पर भी राशन कार्ड धारकों को परेशान नहीं होना पड़ेगा। इस फैसले से हजारों परिवारों को राहत मिलेगी, जिनके राशन कार्ड ब्लॉक हो गए थे।
फेस ई-केवाईसी
फेस ई-केवाईसी एक डिजिटल प्रक्रिया है, जिसमें राशन कार्ड धारकों के चेहरे का मिलान उनके आधार कार्ड से किया जाता है। यह प्रक्रिया सरकारी योजनाओं में पारदर्शिता लाने और गलत लाभार्थियों को रोकने के लिए शुरू की गई थी। हालांकि, इस प्रक्रिया के दौरान कई बार बच्चों के चेहरे का मिलान नहीं हो पाता था, क्योंकि उनकी उम्र कम होने के कारण उनके चेहरे में बदलाव आता है। इस वजह से कई राशन कार्ड ब्लॉक हो गए थे, जिससे लोगों को राशन लेने में दिक्कत हो रही थी।
सरकार ने क्या कदम उठाए?
इस समस्या को देखते हुए हिमाचल प्रदेश सरकार ने पांच साल से कम उम्र के बच्चों के लिए फेस ई-केवाईसी की अनिवार्यता को हटा दिया है। अब ऐसे बच्चों के चेहरे का मिलान न होने पर भी उनके परिवार के राशन कार्ड को ब्लॉक नहीं किया जाएगा। इसके साथ ही, जिन राशन कार्ड धारकों का कार्ड पहले से ब्लॉक हो चुका है, उन्हें इसे अनलॉक करवाने के लिए जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के कार्यालय में जाने की सुविधा दी गई है।
विभाग ने डिपो होल्डर्स को भी निर्देश दिए हैं कि वे ब्लॉक हुए राशन कार्ड धारकों की सूची तैयार करें और इसे ऑफिस में भेजें। इससे प्रभावित परिवारों को जल्द से जल्द राहत मिल सकेगी।
जनवरी और फरवरी का राशन एक साथ मिलेगा
इसके अलावा, राशन कार्ड धारकों को एक और अच्छी खबर मिली है। विभाग ने घोषणा की है कि उपभोक्ताओं को फरवरी महीने में जनवरी और फरवरी दोनों महीनों का राशन एक साथ मिलेगा। यह कदम लोगों को राशन की कमी से बचाने और उनकी सुविधा के लिए उठाया गया है।
ई-केवाईसी प्रक्रिया में तेजी
जिला खाद्य आपूर्ति विभाग ई-केवाईसी प्रक्रिया को पूरा करने में जुटा हुआ है। हालांकि, बच्चों के फेस मैच न होने के कारण कई राशन कार्ड ब्लॉक हो गए थे। अब सरकार के नए निर्देशों के बाद इन कार्डों को अनलॉक किया जा रहा है। जिले में करीब 20,000 राशन कार्ड ब्लॉक हुए थे, जिनमें से लगभग 3,000 ऐसे थे, जहां बच्चों के फेस मैच नहीं हो पाए थे।
जिला खाद्य आपूर्ति नियंत्रक पुरुषोतम कुमार ने बताया कि बच्चों के फेस ई-केवाईसी से जुड़ी समस्याओं को देखते हुए सरकार ने यह राहत दी है। अब राशन कार्ड धारकों को इससे जुड़ी परेशानियों का सामना नहीं करना पड़ेगा।
लोगों ने ई-केवाईसी करवाना शुरू किया
एक दिलचस्प बात यह है कि जब तक लोगों को राशन मिल रहा था, तब तक वे ई-केवाईसी करवाने में ज्यादा रुचि नहीं दिखा रहे थे। लेकिन, जब से राशन कार्ड ब्लॉक होने शुरू हुए, लोगों ने ई-केवाईसी करवाने में तेजी दिखाई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, हिमाचल प्रदेश में एक ही दिन में करीब 50,000 परिवारों ने ई-केवाईसी करवाई है, जो लगभग एक लाख लोगों के बराबर है।
लोग अब बाजार से सस्ता राशन लेने के बजाय सरकारी राशन पर निर्भर हो रहे हैं। इसके लिए उन्होंने ई-केवाईसी करवाना शुरू कर दिया है।
राशन कार्ड धारकों के लिए जरूरी सुझाव
- ई-केवाईसी जल्द करवाएं: अगर आपने अभी तक ई-केवाईसी नहीं करवाई है, तो इसे जल्द से जल्द पूरा कर लें। इससे आपका राशन कार्ड ब्लॉक होने से बच जाएगा।
- ब्लॉक कार्ड को अनलॉक करवाएं: अगर आपका राशन कार्ड ब्लॉक हो गया है, तो जिला खाद्य आपूर्ति विभाग के कार्यालय में जाकर इसे अनलॉक करवाएं।
- सही जानकारी दें: ई-केवाईसी करवाते समय सही और अपडेटेड जानकारी दें ताकि कोई समस्या न हो।
- सरकारी योजनाओं का लाभ उठाएं: सरकारी राशन का लाभ उठाने के लिए ई-केवाईसी करवाना जरूरी है। इससे आपको सस्ता और गुणवत्तापूर्ण राशन मिल सकेगा।