School Holiday Extended: उत्तर प्रदेश में भीषण ठंड और शीतलहर के कारण योगी सरकार ने एक बड़ा कदम उठाते हुए आठवीं तक के सभी स्कूलों को 16 और 17 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। इससे पहले 14 जनवरी तक शीतकालीन अवकाश घोषित किया गया था। मौसम विभाग द्वारा अगले दो दिनों में शीतलहरी, बारिश और ओले की चेतावनी के बाद यह फैसला लिया गया।
शिक्षा निदेशक का आदेश
बेसिक शिक्षा विभाग के निदेशक प्रताप सिंह ने सभी बेसिक शिक्षा अधिकारियों (बीएसए) को निर्देश दिए हैं कि प्रदेश के सभी स्कूलों में यह आदेश कड़ाई से लागू हो। सरकार ने यह आदेश सरकारी और निजी दोनों प्रकार के स्कूलों पर लागू किया है। हालांकि शिक्षक, शिक्षिका, शिक्षामित्र, अनुदेशक और शिक्षणेत्तर कर्मचारियों को स्कूल आना अनिवार्य होगा।
वाराणसी और मिर्जापुर में 18 जनवरी तक स्कूल बंद
वाराणसी के जिलाधिकारी ने आठवीं तक के सभी स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। इसके साथ ही मिर्जापुर में 12वीं तक के स्कूल भी 18 जनवरी तक बंद कर दिए गए हैं। वाराणसी और मिर्जापुर में स्कूलों को आदेश का सख्ती से पालन करने के निर्देश दिए गए हैं।
जौनपुर और भदोही में भी छुट्टियां बढ़ीं
जौनपुर के जिलाधिकारी डॉ. दिनेश चंद्र ने सभी बोर्डों के कक्षा आठ तक के स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया है। वहीं भदोही में भी कक्षा 1 से 8 तक के सभी स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं।
अन्य जिलों में भी शीतकालीन अवकाश
लखीमपुर खीरी, शाहजहांपुर, मऊ और बदायूं जिलों में 16 जनवरी तक स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है। राजधानी लखनऊ में भी स्कूलों का समय बदल दिया गया है। यहां स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित होंगे।
मौसम विभाग की चेतावनी
मौसम विभाग ने अगले दो दिनों तक राज्य के विभिन्न हिस्सों में शीतलहर, घना कोहरा और बारिश के साथ ओले पड़ने की संभावना जताई है। इस चेतावनी के बाद प्रदेश सरकार ने एहतियात के तौर पर स्कूलों की छुट्टियां बढ़ाने का निर्णय लिया।
राजधानी लखनऊ में बदला स्कूल का समय
लखनऊ में ठंड और शीतलहर के कारण स्कूलों के समय में बदलाव किया गया है। अब स्कूल सुबह 10 बजे से दोपहर 3 बजे तक संचालित होंगे। शिक्षा विभाग ने निर्देश दिया है कि सभी स्कूल शीतकालीन समय का पालन करें और छात्रों की सुरक्षा का ध्यान रखें।
छात्रों और अभिभावकों को राहत
शीतलहर और ठंड के बीच यह फैसला छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत लेकर आया है। ठंड के कारण बच्चों की उपस्थिति में कमी देखी गई थी। ऐसे में छुट्टियां बढ़ाने का यह कदम उनकी सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।
शिक्षकों की जिम्मेदारी
हालांकि छुट्टियों के दौरान शिक्षकों और अन्य स्टाफ को स्कूल आना अनिवार्य है। उन्हें स्कूल प्रशासन और विभागीय कार्यों को सुचारू रूप से पूरा करने के निर्देश दिए गए हैं।
अभिभावकों के लिए सुझाव
- बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं और ठंड से बचाव के उपाय करें।
- अत्यधिक ठंड के समय बच्चों को घर से बाहर न निकलने दें।
- घर पर बच्चों की पढ़ाई को लेकर योजना बनाएं और उन्हें सक्रिय रखें।
- अगर स्कूल ऑनलाइन कक्षाएं संचालित कर रहे हैं, तो बच्चों को उसमें भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करें।