Student Unique Jugaad: आजकल के दौर में बच्चों पर पढ़ाई और अच्छे नंबर लाने का दबाव पहले से कहीं ज्यादा बढ़ गया है। माता-पिता से लेकर टीचर्स तक, हर कोई बच्चों से टॉप करने की उम्मीद लगाए बैठा है। लेकिन कई बार बच्चे मेहनत से ज्यादा शॉर्टकट अपनाने लगते हैं। वे मेहनत की जगह जुगाड़ निकालने में अपनी ऊर्जा लगाते हैं। इसी सोच का नतीजा है कि बच्चे खुद को परीक्षा में फेल होने से बचाने के लिए नए-नए तरीके ढूंढते हैं। कुछ बच्चे मार्कशीट छुपा देते हैं, कुछ माता-पिता से झूठ बोलते हैं, तो कुछ इस हद तक चले जाते हैं कि अपने नंबरों में ही खुद से फेरबदल कर लेते हैं।
वायरल हो रहा है छात्र का वीडियो
इंटरनेट पर इन दिनों एक ऐसा ही वीडियो जबरदस्त वायरल हो रहा है, जिसने सबको हैरान कर दिया है। इस वीडियो में एक छात्र अपनी मार्कशीट में खुद ही नंबर बढ़ाते हुए नजर आ रहा है। उसे परीक्षा में सिर्फ 13 अंक मिले थे, लेकिन उसने चालाकी से उसे 48 बना दिया। यह वीडियो इंस्टाग्राम अकाउंट @condsty से शेयर किया गया है, जिसे अब तक लाखों लोग देख चुके हैं। वीडियो में दिखाया गया है कि छात्र ने कैसे बड़े ही सफाई से लाल पेन का इस्तेमाल कर अंक और ‘फेल’ को ‘पास’ में बदल दिया।
कैसे किया नंबरों में फेरबदल?
वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि छात्र को कुल 70 अंकों में से सिर्फ 13 अंक मिले थे, जो कि फेल होने के साफ संकेत थे। लेकिन छात्र ने अपनी होशियारी दिखाते हुए लाल रंग के पेन से 13 को बदलकर 48 में तब्दील कर दिया। यही नहीं, जहां कॉपी में ‘फेल’ लिखा हुआ था, वहां भी उसने ‘पास’ लिख दिया। उसने नंबर और शब्दों को इस तरह से बदला कि पहली नजर में किसी को पता ही नहीं चलेगा कि असल में क्या लिखा था। ऐसा लग रहा था जैसे उसने शुरुआत से ही 48 अंक हासिल किए हों और वह पास हो गया हो।
लोग कर रहे हैं मजेदार कमेंट्स
वीडियो के वायरल होते ही लोगों ने इस पर जमकर मजेदार कमेंट्स किए। एक यूजर ने लिखा, “भाई, 70 में से 78 कर लेता, कोई पकड़ भी नहीं पाता।” वहीं एक अन्य ने कहा, “48 भी कम हैं, 60 कर देता।” किसी ने लिखा, “70 नंबर का पेपर था तो खुद को 78 नहीं दे सकता था भाई!” इस तरह से लोग छात्र की होशियारी पर हंसी-मजाक कर रहे हैं। हालांकि, कई लोगों ने यह भी कहा कि अगर यही दिमाग पढ़ाई में लगाया होता तो असली में नंबर अच्छे आते।
यह सिर्फ मजाक के लिए है
यह वीडियो सिर्फ मनोरंजन के लिए है और किसी भी तरह से बच्चों को गलत काम करने के लिए मोटीवैट नहीं करता। सोशल मीडिया पर इस तरह के वीडियो कई बार सिर्फ व्यूज और लाइक्स के लिए बनाए जाते हैं। इसलिए इसे एक फनी कंटेंट की तरह देखना चाहिए, न कि कोई उदाहरण मानकर वैसा ही करने की कोशिश करनी चाहिए। शिक्षा जीवन में बहुत जरूरी है और मेहनत से ही सही मायनों में सफलता हासिल की जा सकती है।
क्या है बच्चों के इस व्यवहार की वजह?
अगर इस तरह की घटनाओं पर गौर करें तो साफ दिखता है कि बच्चों पर पढ़ाई का अत्यधिक दबाव इसका मुख्य कारण है। कई बार बच्चे फेल होने या कम नंबर आने के डर से इस तरह के गलत रास्ते चुन लेते हैं। माता-पिता और शिक्षकों की जिम्मेदारी बनती है कि बच्चों के साथ खुले मन से बातचीत करें और उन्हें समझाएं कि नंबर से ज्यादा जरूरी है ईमानदारी और मेहनत। अगर बच्चों को पढ़ाई के प्रति पॉजिटिव माहौल मिलेगा तो वे इस तरह की शॉर्टकट से बचेंगे।
सोशल मीडिया का असर
आज के समय में सोशल मीडिया का असर भी बच्चों पर गहरा हो रहा है। बच्चे इंटरनेट और सोशल मीडिया पर वायरल ट्रेंड्स को देखकर कई बार गलत फैसले ले लेते हैं। इस वीडियो की तरह ही कई बार बच्चे सिर्फ लाइक्स और फॉलोअर्स पाने के लिए कुछ भी करने को तैयार हो जाते हैं। सोशल मीडिया पर दिखने वाले ऐसे वीडियोज़ बच्चों के मन में यह भावना भर सकते हैं कि मेहनत से बचकर भी वो लाइमलाइट में आ सकते हैं। लेकिन माता-पिता और स्कूलों को चाहिए कि बच्चों को सोशल मीडिया के सही और गलत असर की जानकारी दें।