UP New Expressway: उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा प्रदेश की सड़कों और एक्सप्रेसवे के नेटवर्क को आधुनिक और तेज बनाने के लिए बड़े पैमाने पर काम चल रहा है। इसी कड़ी में लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे का नाम मुख्य रूप से जुड़ता है। यह एक्सप्रेसवे प्रदेश की आर्थिक गतिविधियों और यात्रा में लगने वाले समय को कम करने में अहम भूमिका निभाएगा।
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे
63 किमी लंबे इस एक्सप्रेसवे को बनाने की अनुमानित लागत 4,700 करोड़ रुपये बताई जा रही है। पहले इसे 6-लेन का बनाने की योजना थी, लेकिन अब इसे 8-लेन का बनाया जा रहा है। यह बदलाव बढ़ते यातायात और भविष्य की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए किया गया है। इस प्रोजेक्ट में सुविधाओं के साथ ही सुरक्षा मानकों का स्पेशल ध्यान रखा गया है।
काम में तेजी, 75% निर्माण पूरा
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण कार्य ने रफ्तार पकड़ ली है। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, एलिवेटेड रोड और ग्रीन फील्ड रूट का लगभग 75% काम पूरा हो चुका है। निर्माण कंपनी के अनुसार, यह प्रोजेक्ट तय समय सीमा से पहले ही पूरा हो सकता है। इससे न केवल यात्रियों का सफर आसान होगा, बल्कि क्षेत्र में विकास और रोजगार के नए अवसर भी पैदा होंगे।
क्या रहेगा रूट?
लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे की शुरुआत लखनऊ के शहीद पथ से होगी और यह बंथरा, बनी, दतौली कांथा, तौरा, न्यौराना, अमरसास और रावल मार्ग होते हुए कानपुर के नवाबगंज से जुड़ेगा। इस प्रोजेक्ट में 18 किलोमीटर एलिवेटेड रोड और बाकी 45 किलोमीटर ग्रीन फील्ड रूट का निर्माण किया जाएगा। यह रूट 14 गांवों से होकर गुजरेगा, जिससे इन गांवों के विकास को भी बल मिलेगा।
यात्रा का समय होगा आधा
इस समय लखनऊ से कानपुर तक की यात्रा में लगभग 3 घंटे का समय लगता है। एक्सप्रेसवे के पूरा होने के बाद यह दूरी महज 45 मिनट में तय की जा सकेगी। अभी के हालात में डायवर्जन, जाम और संकरी सड़कों के कारण यात्रा में अधिक समय लगता है। लेकिन एक्सप्रेसवे के बनने के बाद यात्री इन समस्याओं से राहत पा सकेंगे।
निर्माण की शुरुआत
इस प्रोजेक्ट की आधारशिला मार्च 2019 में रखी गई थी। तब से लेकर अब तक कई महत्वपूर्ण निर्माण पूरे किए जा चुके हैं। तीन बड़े पुल, 28 छोटे पुल, 38 अंडरपास और छह फ्लाईओवर के निर्माण के जरिए यह सुनिश्चित किया गया है कि यात्रियों को किसी भी प्रकार की असुविधा न हो।
प्रोजेक्ट की खासियत
- तीन बड़े पुल: यह पुल यातायात को सुगम बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएंगे।
- 28 छोटे पुल: छोटे पुलों के जरिए स्थानीय लोगों की आवाजाही को आसान बनाया जाएगा।
- 38 अंडरपास: अंडरपास के जरिए पैदल यात्रियों और छोटे वाहनों को सुरक्षित मार्ग दिया जाएगा।
- छह फ्लाईओवर: इन फ्लाईओवर के निर्माण से यातायात जाम की समस्या को दूर किया जाएगा।
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
इस एक्सप्रेसवे के निर्माण से न केवल यात्रियों के लिए सफर आसान होगा, बल्कि व्यापार और पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा। लखनऊ और कानपुर के बीच तेज और सुगम यात्रा से दोनों शहरों के आर्थिक संबंध और ज्यादा मजबूत होंगे।
ग्रामीण इलाकों को भी फायदा
इस प्रोजेक्ट से जुड़ने वाले 14 गांवों को सीधे तौर पर फायदा होगा। इन गांवों में नई कनेक्टिविटी के चलते विकास की रफ्तार तेज होगी। यहां के लोग आसानी से बड़े शहरों से जुड़ सकेंगे और उनके लिए रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे।