Bihar Four-Lane Highway: बिहार की महत्वपूर्ण सड़क परियोजनाओं में से एक, पटना-गया-डोभी फोरलेन हाईवे का निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है। इस सड़क का 99 प्रतिशत से अधिक कार्य संपन्न हो गया है और जल्द ही इसे आम जनता के लिए खोल दिया जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग (एनएच-22) के तहत पटना और जहानाबाद जिले के नाथूपुर से गया के डोभी तक इस हाईवे का निर्माण किया जा रहा है। 127 किलोमीटर लंबे इस हाईवे के खुल जाने से पटना से गया का सफर केवल डेढ़ घंटे का रह जाएगा, जिससे आम जनता को बड़ी राहत मिलेगी।
99.67 प्रतिशत निर्माण कार्य पूरा
पटना-गया-डोभी फोरलेन हाईवे के निर्माण से राजधानी पटना से जहानाबाद और गया पहुंचना बेहद आसान और सुविधाजनक हो जाएगा। इसके अलावा, इस हाईवे के चालू होने से झारखंड राज्य से भी बेहतर कनेक्टिविटी सुनिश्चित होगी। पर्यटन स्थलों की आसान पहुंच से लोकल अर्थव्यवस्था को भी बढ़ावा मिलेगा।
सरकारी आंकड़ों के अनुसार, 127.217 किलोमीटर लंबी इस परियोजना में से अब तक 126.80 किलोमीटर सड़क का निर्माण पूरा हो चुका है। इसका मतलब है कि 99.67% कार्य पूरा हो चुका है और केवल कुछ अंतिम चरण के कार्य शेष हैं। फिलहाल, तीन रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) पर दो लेन का निर्माण कार्य बाकी है, जबकि यातायात सुचारू रूप से चलाने के लिए तीनों आरओबी पर अस्थायी रूप से दो लेन चालू कर दी गई हैं।
तीन चरणों में हो रहा है निर्माण कार्य
पटना-गया-डोभी फोरलेन हाईवे को तीन अलग-अलग चरणों (पैकेजों) में बनाया जा रहा है।
- पैकेज-1: 0.0 किलोमीटर से 39 किलोमीटर तक का निर्माण कार्य पहले ही पूरा हो चुका है।
- पैकेज-2: 39 किलोमीटर से 83 किलोमीटर तक का कार्य प्रोग्रेस पर है और यह भी लगभग पूरा हो चुका है।
- पैकेज-3: 83 किलोमीटर से 127 किलोमीटर तक का कार्य अंतिम चरण में है और जल्द ही इसे पूरा कर लिया जाएगा।
1910 करोड़ रुपये की लागत से तैयार हो रहा हाईवे
पटना-गया-डोभी फोरलेन परियोजना बिहार के तीन प्रमुख जिलों से होकर गुजर रही है। इस 127 किलोमीटर लंबी सड़क परियोजना की कुल लागत 1910.83 करोड़ रुपये है। इस परियोजना के अंतर्गत न केवल सड़क निर्माण हो रहा है, बल्कि यातायात व्यवस्था को सुगम बनाने के लिए कई अन्य बुनियादी ढांचे भी विकसित किए गए हैं।
हाईवे पर निर्मित अन्य बुनियादी सुविधाएं
इस फोरलेन हाईवे के अंतर्गत इन प्रमुख संरचनाओं का निर्माण किया गया है:
- 05 रेलवे ओवरब्रिज (आरओबी) – जिससे रेलवे ट्रैफिक और सड़क यातायात सुचारू रूप से चलेगा।
- 20 अंडरपास – स्थानीय लोगों की सहूलियत के लिए।
- 04 फ्लाईओवर – जिससे ट्रैफिक जाम से बचा जा सकेगा।
- 08 बाईपास – जिससे ट्रैफिक दबाव कम होगा और दुर्घटनाओं की संख्या भी घटेगी।
पर्यटन और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
इस हाईवे के चालू होने से क्षेत्र में पर्यटन को भी जबरदस्त बढ़ावा मिलेगा। गया जिले में स्थित महाबोधि मंदिर, विष्णुपद मंदिर, बोधगया और अन्य ऐतिहासिक स्थलों तक पहुंचना अब और भी आसान होगा। इसके अलावा, झारखंड राज्य से आने वाले श्रद्धालु भी आसानी से इन धार्मिक स्थलों तक पहुंच सकेंगे। व्यापार और औद्योगिक गतिविधियों को भी इस सड़क से बढ़ावा मिलेगा क्योंकि मालवाहन ट्रकों को अब तेज और सुगम मार्ग मिलेगा।
लोकल लोगों के लिए लाभकारी होगा हाईवे
- इस हाईवे के निर्माण से पटना, जहानाबाद और गया जिलों के निवासियों को बेहतर यातायात सुविधा मिलेगी।
- ग्रामीण क्षेत्रों में कृषि उत्पादों के परिवहन में आसानी होगी, जिससे किसानों को बेहतर दाम मिल सकेंगे।
- व्यापारियों को पटना और अन्य प्रमुख शहरों तक माल पहुंचाने में कम समय लगेगा।
- नए हाईवे से रोजगार के अवसर भी बढ़ेंगे, क्योंकि सड़क किनारे नए ढाबे, पेट्रोल पंप और अन्य व्यावसायिक प्रतिष्ठान खुलेंगे।
सुरक्षा के लिए आधुनिक तकनीक का उपयोग
इस हाईवे पर यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए कई नई तकनीकों का उपयोग किया गया है। इसमें सीसीटीवी कैमरे, ऑटोमैटिक ट्रैफिक मॉनिटरिंग सिस्टम और स्मार्ट लाइटिंग सिस्टम शामिल हैं। सरकार ने दुर्घटनाओं को कम करने के लिए विशेष ट्रैफिक मैनेजमेंट सिस्टम भी लागू किया है।