Unlimited Data Pack: अमेरिका में एक अजीबोगरीब मामला सामने आया है, जिसने इंटरनेट यूजर्स और सोशल मीडिया पर हलचल मचा दी है। एक यूजर ने ‘अनलिमिटेड डेटा’ प्लान का भरपूर इस्तेमाल करते हुए एक महीने में 281GB डेटा खपत कर लिया। इसके बाद कंपनी ने उस यूजर का अकाउंट ब्लॉक कर दिया। इस घटना के सामने आने के बाद सोशल मीडिया पर लोग कंपनी की आलोचना कर रहे हैं और सवाल पूछ रहे हैं कि जब प्लान अनलिमिटेड था, तो फिर डेटा लिमिट पार करने पर यूजर को दंडित क्यों किया गया?
कंपनी के दावे और हकीकत में फर्क
इस घटना से जुड़ी रिपोर्ट्स बताती हैं कि यह मामला अमेरिका की एक टेलीकॉम कंपनी US Mobile से जुड़ा है। कंपनी ने हाल ही में अपने ‘डार्क स्टार नेटवर्क’ पर अनलिमिटेड डेटा प्लान लॉन्च किया था। कंपनी ने ग्राहकों को यह कहकर लुभाया था कि वे इस प्लान में अनलिमिटेड डेटा का फायदा उठा सकते हैं। लेकिन, जब यूजर्स ने प्लान खरीदना शुरू किया तो कंपनी ने अपनी शर्तों में बदलाव करना शुरू कर दिया।
कंपनी के सीईओ ने खुद यह बात मानी कि उनके प्लान में असल में 1TB यानी 1000GB की एक सीमा तय की गई है। अगर कोई यूजर 1TB के करीब पहुंचता है तो उसे वॉर्निंग मैसेज आना शुरू हो जाता है। इसके अलावा, कंपनी ने अनलिमिटेड हॉटस्पॉट एक्सेस को भी खत्म कर दिया। यानी ग्राहक अपने डेटा को दूसरे डिवाइस में हॉटस्पॉट के जरिए शेयर नहीं कर सकते।
बिना हॉटस्पॉट के ही हुआ डेटा यूज
जिस यूजर का अकाउंट बंद किया गया, उसने सोशल मीडिया पर बताया कि उसने कुल 281GB डेटा अपने ही डिवाइस पर यूज किया है। उसने हॉटस्पॉट का इस्तेमाल नहीं किया। यूजर का कहना है कि उसका प्लान अभी पूरा भी नहीं हुआ था और उससे पहले ही कंपनी ने उसका अकाउंट ब्लॉक कर दिया।
यूजर के इस बयान ने लोगों में और गुस्सा भर दिया है। कई लोगों ने कहा कि अगर कंपनी 1TB डेटा लिमिट बता रही थी, तो फिर 281GB डेटा यूज करने पर अकाउंट ब्लॉक करने का क्या मतलब है? सोशल मीडिया पर यूजर्स ने इसे गलत और धोखाधड़ी करार दिया है।
मार्केटिंग के लिए लॉन्च किया गया था प्लान
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, US Mobile ने यह प्लान अपने अपग्रेडेड नेटवर्क की मार्केटिंग के लिए लॉन्च किया था। कंपनी चाहती थी कि ग्राहक उसके नए नेटवर्क का इस्तेमाल करें और कंपनी की ब्रांड वैल्यू बढ़े। लेकिन योजना के उलट, इस प्लान ने कंपनी की मुश्किलें बढ़ा दी हैं।
ग्राहक सोशल मीडिया पर कंपनी की खूब आलोचना कर रहे हैं। यूजर्स का कहना है कि कंपनी ने लोगों को गुमराह किया है और गलत तरीके से प्लान बेचने की कोशिश की है।
सोशल मीडिया पर यूजर्स का गुस्सा
ट्विटर, रेडिट और फेसबुक जैसे प्लेटफॉर्म पर लोगों ने कंपनी के खिलाफ आवाज उठाई है। कई यूजर्स ने कंपनी पर ‘फर्जी अनलिमिटेड डेटा प्लान’ बेचने का आरोप लगाया है। एक यूजर ने लिखा, “जब प्लान में अनलिमिटेड डेटा का दावा किया गया है, तो फिर 281GB डेटा पर अकाउंट बंद करना सरासर बेईमानी है।”
कई अन्य यूजर्स ने भी कहा कि इस तरह के मामलों से ग्राहकों का भरोसा टेलीकॉम कंपनियों पर से उठता जा रहा है। कुछ यूजर्स ने तो कंपनी को ‘क्लासिक डेटा स्कैम’ का हिस्सा बताया है।
कंपनी का बचाव और सफाई
कंपनी की तरफ से सफाई देते हुए कहा गया कि ‘डार्क स्टार नेटवर्क’ एक खास नेटवर्क है और इस पर अनलिमिटेड डेटा प्लान के साथ कुछ लिमिटेशन भी तय की गई थीं। कंपनी ने कहा कि ग्राहकों को डेटा लिमिट से पहले वॉर्निंग दी जाती है और बार-बार लिमिट क्रॉस करने वालों के अकाउंट को बंद किया जा सकता है।
हालांकि, कंपनी की यह सफाई लोगों को ज्यादा समझ में नहीं आई। यूजर्स का कहना है कि अगर कंपनी ने 1TB लिमिट तय की थी तो फिर प्लान को ‘अनलिमिटेड’ क्यों कहा गया?
अमेरिका में डेटा प्लान को लेकर चल रही बहस
इस घटना ने अमेरिका में डेटा प्लान्स को लेकर एक नई बहस छेड़ दी है। वहां अक्सर देखा जाता है कि कई कंपनियां ‘अनलिमिटेड डेटा’ का दावा करती हैं, लेकिन बाद में ‘फेयर यूज पॉलिसी’ (Fair Use Policy) के नाम पर लिमिट लगाई जाती है।
कई यूजर्स का मानना है कि यह कंपनियों का पुराना तरीका है, जिसमें वे अनलिमिटेड डेटा का झांसा देकर ग्राहक जोड़ती हैं और बाद में छुपी हुई शर्तों के जरिए सीमाएं लगा देती हैं। इस वजह से अमेरिका में डेटा ट्रांसपेरेंसी और ग्राहक हितों की सुरक्षा पर सवाल उठ रहे हैं।
भारत में भी हैं ऐसे उदाहरण
यह मामला सिर्फ अमेरिका तक सीमित नहीं है। भारत में भी कई बार कंपनियां ‘अनलिमिटेड डेटा’ के नाम पर ग्राहकों से प्लान बेच चुकी हैं और बाद में ‘FUP’ लागू करके स्पीड कम कर दी जाती है या डेटा सीमित कर दिया जाता है। भारतीय ग्राहकों को भी अक्सर इस तरह के अनुभवों का सामना करना पड़ता है।
इससे साफ है कि अमेरिका हो या भारत, दोनों जगह टेलीकॉम कंपनियों का ‘अनलिमिटेड’ शब्द का इस्तेमाल करने का तरीका सवालों के घेरे में रहता है।