Weather Forecast: उत्तर भारत में सर्द हवाओं और बारिश का दौर थमने का नाम नहीं ले रहा है। मौसम विभाग के अनुसार, 29-30 जनवरी से पाकिस्तान से आने वाले नए पश्चिमी विक्षोभ के कारण ठंड बढ़ने की संभावना है। पहाड़ी क्षेत्रों में बर्फबारी और मैदानी इलाकों में बारिश का असर देखा जा सकता है। फरवरी के पहले सप्ताह में इस पश्चिमी विक्षोभ का प्रभाव और भी व्यापक रूप से महसूस किया जाएगा।
गणतंत्र दिवस का मौसम
गणतंत्र दिवस के दिन मौसम शुष्क रहेगा, लेकिन ठंड से राहत नहीं मिलेगी। उत्तर-पश्चिमी हवाओं के चलते ठंड कम महसूस हो रही है, लेकिन इसे सर्दियों के अंत का संकेत नहीं माना जा सकता। मौसम विभाग ने चेतावनी दी है कि फरवरी की शुरुआत में बारिश और सर्द हवाओं से ठंड फिर बढ़ सकती है।
तापमान का उतार-चढ़ाव
उत्तर भारत में पिछले कुछ दिनों में न्यूनतम और अधिकतम तापमान में बड़ा उतार-चढ़ाव देखा गया है। बर्फबारी के कारण पहाड़ी इलाकों से चलने वाली ठंडी हवाओं ने मैदानी इलाकों में भी सर्दी बढ़ा दी है। मौसम विभाग ने अनुमान लगाया है कि आने वाले दिनों में न्यूनतम तापमान में 3 डिग्री सेल्सियस तक गिरावट हो सकती है। हालांकि, दिन के समय अधिकतम तापमान में मामूली हो सकती है, लेकिन इसका असर बहुत लंबे समय तक नहीं रहेगा।
दक्षिण भारत में बारिश का दौर खत्म
दक्षिण भारत में जहां कुछ हफ्ते पहले तक भारी बारिश का दौर जारी था, अब वहां स्थिति सामान्य हो गई है। विदर्भ और महाराष्ट्र के आसपास एक एंटी साइक्लोन बनने से हल्की ठंडी हवाओं का असर देखा जा सकता है। हालांकि, दक्षिण भारत में बारिश की संभावना कम है, लेकिन हल्की ठंड अभी भी बनी रहेगी।
बर्फबारी और बारिश का असर
पश्चिमी विक्षोभ का असर उत्तर भारत के पहाड़ी इलाकों में प्रमुख रूप से देखने को मिलता है। जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश और उत्तराखंड के ऊंचे क्षेत्रों में बर्फबारी के आसार हैं। इससे न केवल पर्यावरणीय प्रभाव पड़ेगा, बल्कि मैदानी इलाकों में भी ठंड बढ़ जाएगी। पश्चिमी विक्षोभ के कारण पंजाब, हरियाणा, दिल्ली और उत्तर प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश हो सकती है।
कोहरे की स्थिति
कोहरे का प्रभाव उत्तर भारत के कई हिस्सों में देखने को मिल रहा है। घने कोहरे के कारण सड़क और रेल यातायात प्रभावित हो रहा है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में सुबह के समय विजिबिलिटी बहुत कम हो जाती है, जिससे यातायात में दिक्कतें बढ़ जाती हैं। मौसम विभाग ने सलाह दी है कि यात्री कोहरे के समय सावधानी बरतें और यात्रा को पोस्टपोंड करने पर विचार करें।
मध्य भारत में मौसम
मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र के कुछ इलाकों में हल्की बारिश की संभावना जताई गई है। यह बारिश पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव के कारण हो सकती है। हालांकि, इन क्षेत्रों में ठंड का प्रभाव उत्तर भारत की तुलना में कम होगा।
उत्तर पश्चिमी हवाओं का प्रभाव
पंजाब से लेकर बिहार तक उत्तर-पश्चिमी हवाओं का असर देखा जा रहा है। ये हवाएं न केवल ठंड बढ़ा रही हैं, बल्कि लोगों को यह एहसास भी करा रही हैं कि सर्दियां अभी खत्म नहीं हुई हैं। इन हवाओं के चलते दिल्ली, राजस्थान और उत्तर प्रदेश जैसे राज्यों में तापमान में गिरावट हो सकती है।
सर्दी से बचाव के लिए सुझाव
ठंड बढ़ने की संभावना को देखते हुए स्वास्थ्य विशेषज्ञों ने कुछ सावधानियां बरतने की सलाह दी है:
- सुबह और रात के समय गर्म कपड़े पहनें।
- ठंडी चीजों के सेवन से बचें और गर्म पेय का उपयोग करें।
- बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखें, क्योंकि उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता कम होती है।
- कोहरे के समय वाहन चलाते समय विशेष सावधानी बरतें।
फरवरी की ठंड
मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि फरवरी के पहले सप्ताह में बारिश और ठंडी हवाओं के कारण ठंड फिर से तेज हो सकती है। ऐसे में उत्तर भारत में सर्दियों का यह दौर अभी कुछ समय तक जारी रहेगा।