Anganwadi Vacancy: हरियाणा में आंगनवाड़ी वर्करों, हेल्परों और सुपरवाइजरों के हजारों पद खाली पड़े हैं। यह जानकारी महिला एवं बाल विकास मंत्री श्रुति चौधरी ने हरियाणा विधानसभा में दी। विधायक पूजा द्वारा पूछे गए एक सवाल के जवाब में मंत्री ने बताया कि राज्य में आंगनवाड़ी वर्कर के कुल 25,962 मंजूर पदों में से 2,549 पद अभी तक खाली हैं। इसी तरह हेल्परों के 25,450 पदों में से 4,439 पद और सुपरवाइजर के 1,016 पदों में से 118 पद रिक्त हैं।
आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर के पदों पर संकट
हरियाणा के महिला एवं बाल विकास विभाग के तहत संचालित आंगनवाड़ी केंद्रों में वर्कर और हेल्पर की अहम भूमिका होती है। ये कर्मचारी ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बच्चों और महिलाओं के पोषण और देखभाल में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। लेकिन अभी हजारों पद खाली होने के कारण आंगनवाड़ी केंद्रों में सेवाओं पर असर पड़ रहा है।
रिक्त पदों के चलते कई जगह काम का दबाव बढ़ गया है। कुछ केंद्रों पर एक ही वर्कर को दो-दो केंद्रों की जिम्मेदारी संभालनी पड़ रही है। इससे बच्चों और महिलाओं को मिलने वाली सेवाओं की कवालिटी भी प्रभावित हो रही है।
कब तक भरे जाएंगे खाली पद?
विधायक पूजा द्वारा सवाल किया गया कि इन खाली पदों को कब तक भरा जाएगा। इस पर मंत्री श्रुति चौधरी ने जवाब दिया कि आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर के रिक्त पदों को भरने की प्रक्रिया विभाग के लेवल पर विचाराधीन है। भारत सरकार के अगस्त 2022 में जारी दिशा-निर्देशों को ध्यान में रखते हुए नए सिलेक्शन मानदंड तैयार किए जा रहे हैं।
उन्होंने कहा कि फिलहाल इस दिशा में काम जारी है और संभावना है कि 2025 तक इन खाली पदों को भरने की प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी। इससे आंगनवाड़ी केंद्रों में स्टाफ की कमी दूर हो सकेगी और सेवाओं में सुधार आएगा।
विभाग में चल रही सिलेक्शन प्रक्रिया पर मंथन
महिला एवं बाल विकास मंत्री ने बताया कि विभाग नए मानदंडों के अनुसार आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों की भर्ती प्रक्रिया को अंतिम रूप दे रहा है। इसमें उम्मीदवारों के लिए न्यूनतम शैक्षणिक योग्यता, आयु सीमा और स्थानीयता जैसे कई पहलुओं पर चर्चा की जा रही है।
इसके अलावा यह भी देखा जा रहा है कि आंगनवाड़ी केंद्रों की जरूरत के अनुसार किस जिले में कितने पद भरे जाने हैं। जिलेवार आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए पद भरने की योजना बनाई जाएगी ताकि सभी केंद्रों में स्टाफ की संख्या संतुलित रहे।
सुपरवाइजर के पदों की भर्ती HSSC के जिम्मे
सुपरवाइजर के खाली पदों को भरने की जिम्मेदारी हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग (HSSC) को दी गई है। मंत्री ने विधानसभा में बताया कि विभाग की ओर से पहले ही दिसंबर 2022 और जून 2024 में कुल 101 रिक्त पदों की मांग HSSC को भेजी जा चुकी है।
अब विभाग को हरियाणा कर्मचारी चयन आयोग से नियुक्ति की अनुसंशा मिलने का इंतजार है। जैसे ही HSSC से नियुक्ति का प्रस्ताव आएगा, विभाग इन पदों को भरने की प्रक्रिया शुरू कर देगा।
क्यों जरूरी है इन पदों को जल्द भरना?
आंगनवाड़ी केंद्र ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में बच्चों के पोषण, टीकाकरण और शिक्षा में अहम भूमिका निभाते हैं। ये केंद्र सरकार की कई महत्वपूर्ण योजनाओं जैसे सुपोषण अभियान और बच्चों की पूर्व प्राथमिक शिक्षा कार्यक्रमों से जुड़े हैं।
अगर स्टाफ की कमी बनी रही तो बच्चों के पोषण और देखभाल से जुड़ी सेवाएं प्रभावित हो सकती हैं। साथ ही, आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों पर काम का एक्स्ट्रा बोझ भी बढ़ जाता है। इसलिए इन पदों को जल्द से जल्द भरना जरूरी हो गया है।
आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर की क्या होती है भूमिका?
आंगनवाड़ी वर्कर और हेल्पर का काम सिर्फ बच्चों और गर्भवती महिलाओं को पोषण और देखभाल देना ही नहीं है, बल्कि वे सरकारी योजनाओं के जमीनी स्तर पर लागूकरण में भी अहम भूमिका निभाती हैं।
- बच्चों को पोषाहार और स्कूल पूर्व शिक्षा देना।
- गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को स्वास्थ्य और पोषण संबंधी जानकारी देना।
- बच्चों और महिलाओं का नियमित वजन और स्वास्थ्य जांच करना।
- टीकाकरण अभियानों में सहयोग देना।
- महिला सशक्तिकरण और बाल विकास कार्यक्रमों में सक्रिय भूमिका निभाना।
आंगनवाड़ी सुपरवाइजर की भूमिका
सुपरवाइजर का काम आंगनवाड़ी वर्करों और हेल्परों के कामकाज की निगरानी करना होता है। वे सुनिश्चित करती हैं कि केंद्रों पर बच्चों को समय पर पोषाहार और अन्य सेवाएं मिल रही हैं या नहीं। इसके अलावा वे स्टाफ की ट्रेनिंग और काम की कवालिटी सुधारने में भी योगदान देती हैं।
सुपरवाइजर की कमी के चलते कई बार आंगनवाड़ी वर्करों की समस्याएं और फील्ड में आने वाली चुनौतियां समय रहते वरिष्ठ अधिकारियों तक नहीं पहुंच पातीं।