Best Validity Plan: भारत के टेलीकॉम क्षेत्र में अहम फैसले लेने वाली संस्था, भारतीय दूरसंचार नियामक प्राधिकरण (TRAI), ने हाल ही में सिम कार्ड एक्टिव रखने के लिए नया नियम लागू किया है। इस नए नियम के तहत, सिम कार्ड एक्टिवेट रखने के लिए अब सिर्फ 20 रुपये का मिनिमम प्रीपेड बैलेंस रखना जरूरी होगा। TRAI ने इसे ऑटोमैटिक रिटेंशन स्कीम नाम दिया है, जिसे भारत के सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को फॉलो करना होगा। इसमें जियो, एयरटेल, वोडाफोन आइडिया (Vi), बीएसएनएल और अन्य सभी टेलीकॉम कंपनियां शामिल हैं।
सिर्फ 20 रुपये में एक्टिव रहेगा सिम कार्ड
TRAI के इस नए नियम के तहत, यदि आप अपनी सिम कार्ड को एक्टिव रखना चाहते हैं, तो आपको हर महीने केवल 20 रुपये का रिचार्ज करना होगा। यह रिचार्ज करने के बाद आपकी सिम कार्ड 30 दिनों तक एक्टिव रहेगी। खास बात यह है कि इस दौरान आपको कॉलिंग, डेटा या एसएमएस इस्तेमाल करने की कोई जरूरत नहीं होगी।
कैसे मिलेगा फायदा?
यदि आपके पास कोई पुरानी सिम कार्ड है, जिसे आप नियमित रूप से इस्तेमाल नहीं करते हैं लेकिन एक्टिव रखना चाहते हैं, तो यह नया नियम आपके लिए फायदेमंद साबित होगा।
- 30 दिनों की वैधता: हर 20 रुपये के रिचार्ज पर आपकी सिम कार्ड 30 दिनों के लिए एक्टिव रहेगी।
- कम खर्च: अब 199 रुपये का बड़ा रिचार्ज करने की जरूरत नहीं होगी।
- ऑटोमैटिक रिचार्ज: आपकी सिम की वैलिडिटी खत्म होने के बाद आपके अकाउंट से 20 रुपये कट जाएंगे, जिससे आपकी सिम फिर से एक्टिव हो जाएगी।
TRAI के मौजूदा नियमों में बदलाव
अभी तक, TRAI के मौजूदा नियमों के तहत, आपको कम से कम 199 रुपये का रिचार्ज करवाना होता था, जिससे सिम कार्ड एक्टिव होती थी। लेकिन इसमें वैलिडिटी केवल 28 दिनों की मिलती थी। हालांकि, कुछ ऑपरेटर्स ने कम कीमत के प्लान भी उपलब्ध करवाए थे, लेकिन उनमें कई सीमाएं थीं।
TRAI का यह नया फैसला टेलीकॉम इंडस्ट्री में बड़ा बदलाव लाएगा। अब कम से कम खर्च में सिम कार्ड एक्टिवेट रखना संभव होगा।
ऑटोमैटिक रिटेंशन स्कीम
TRAI ने अपने नए नियम में ऑटोमैटिक रिटेंशन स्कीम की शुरुआत की है।
- यह स्कीम सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को लागू करनी होगी।
- हर महीने 20 रुपये का बैलेंस कटकर सिम कार्ड की वैलिडिटी बढ़ जाएगी।
- इससे सिम डिएक्टिवेशन की समस्या को रोका जा सकेगा।
टेलीकॉम ऑपरेटर्स की जिम्मेदारी
TRAI के इस फैसले के बाद सभी टेलीकॉम ऑपरेटर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि वे अपने यूजर्स को इस सुविधा के बारे में जागरूक करें।
- ऑपरेटर्स को कम लागत वाले प्लान्स की जानकारी देनी होगी।
- ग्राहकों को ऑटोमैटिक रिटेंशन स्कीम के फायदे और प्रक्रिया को समझाना होगा।
ग्राहकों के लिए यह नियम क्यों है फायदेमंद?
- कम कीमत में सुविधा: अब बिना ज्यादा खर्च किए अपनी सिम को एक्टिवेट रखना आसान होगा।
- पुरानी सिम की सेफ्टी: यदि आपके पास सेकंडरी सिम है और आप उसे बंद नहीं करना चाहते, तो यह योजना आपके लिए बढ़िया है।
- ऑटोमैटिक रिचार्ज: समय सीमा खत्म होने के बाद सिम खुद ही रिचार्ज हो जाएगी, जिससे मैनुअल रिचार्ज की झंझट खत्म होगी।
क्या हैं नियमों की शर्तें?
- केवल वही सिम कार्ड एक्टिवेट रहेगी, जिसमें 20 रुपये का मिनिमम बैलेंस होगा।
- यदि यूजर कॉलिंग, डेटा या एसएमएस का इस्तेमाल करता है, तो उन्हें अलग से रिचार्ज करना होगा।
- इस प्लान के तहत कोई एक्स्ट्रा सेवा प्रदान नहीं की जाएगी।
इससे टेलीकॉम सेक्टर पर क्या होगा असर?
- ग्राहक संतुष्टि: यह नियम ग्राहकों को कम कीमत में बेहतर सुविधा देगा।
- सिम डिएक्टिवेशन की समस्या खत्म: ग्राहकों को अब अपनी सिम डिएक्टिव होने की चिंता नहीं रहेगी।
- कंपनियों की कमाई में बढ़ोतरी: ऑटोमैटिक रिचार्ज से कंपनियों को नियमित आय होगी।
ग्राहकों को कैसे करना होगा रजिस्ट्रेशन?
इस सुविधा का लाभ उठाने के लिए ग्राहकों को किसी स्पेशल रजिस्ट्रेशन की आवश्यकता नहीं है।
- सिम कार्ड में 20 रुपये का बैलेंस होना चाहिए।
- बैलेंस खत्म होने पर ऑटोमैटिक रिचार्ज की सुविधा चालू हो जाएगी।